उत्तर प्रदेश के चुनावी सीजन में नेताओं की भाषा का स्तर निम्नतम होता जा रहा है। यहां 3 मार्च को छठे चरण का मतदान होगा। इसके लिए सभी पार्टियां जी-जान लगा रही हैं। इस बीच नेताओं भी भाषा भी बिगड़ती जा रही है। बिगड़े बोल का एक मामला गोरखपुर से सामने आया है। यहां पूर्व सीएम वीर बहादुर सिंह के बेटे और कैंपियरगंज से भाजपा के प्रत्याशी फतेह बहादुर सिंह खुलेआम मुसलमान मतदाताओं को धमकी देते दिख रहे हैं।
उनका एक वीडियो सामने आया है। इसमें वे खुलेआम कह रहे हैं कि कोई ऐसा काम मत करना, जिससे माहौल बिगड़े और मामला हिंदू-मुसलमान का हो। नहीं तो बूथ पर विवाद होगा और तांडव होगा तो उन्हें दोष मत देना।
बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो पीपीगंज नगर पंचायत के सीमा विस्तार में शामिल जंगल बिहुली के बंजारा टोले की है। जहां बीजेपी प्रत्याशी फतेह बहादुर 26 फरवरी को वोट मांगने पहुंचे थे। इस गांव में 200 से 300 मतदाता हैं। यहां के निवर्तमान प्रधान हमीद इस बार सपा का प्रचार कर रहे हैं।
फतेह बहादुर हाथ में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लेकर लोगों से और हमीद खां का नाम लेकर कहते दिख रहे हैं कि सच्चे मुसलमान की पहचान होती है कि वह कभी दगा (धोखा) नहीं देता। आप पठान हैं। कई पंचायतों के बाद हमने आपकी जमीनों का पट्टा कराया। बीजेपी प्रत्याशी यहां लोगों को अपने कार्यों के जरिए कृतज्ञ बनाते तो नजर आ ही रहे हैं साथ ही उनका अंदाज धमकाने वाला है।
वायरल वीडियो में वे कहते हैं कि आज जब हमको जरूरत पड़ी, तो जाति बिरादर खोजेंगे। 200 वोट मुझे नहीं मिलेगा, तो हमारे चुनाव पर कोई असर पड़ेगा? लेकिन आप पर दाग लगेगा। ये सड़क कभी नहीं बनेगी। हमारे विधानसभा में मुस्लिम बहुत कम हैं, निर्णायक नहीं सहयोगी हैं।
ऐसा कोई काम मत करिएगा कि हिंदू मुस्लिम की बात आए। बूथ पर तांडव होगा, विवाद होगा, घटना होगी तो मुझे दोष नहीं दीजिएगा। कहीं न कहीं कोई एक कम हो जाएगा। मैं हमीद से कह रहा हूं... अपने बेटे को समझाइए..। फतेह बहादुर इससे पहले भी अभद्र भाषा का प्रयोग कर चुके हैं।
बता दें कि फतेह बहादुर सिंह अकेले बीजेपी नेता नहीं हैं जिन्होंने अल्पसंख्यक वोटरों को धमकाया है, अन्य नेता तो सीधे तौर पर खास तौर पर मुस्लिमों को निशाना बनाते रहे हैं। कथित धर्म संसद के मंचों से मुस्लिमों के नरसंहार का आह्वान किया जाता रहा है।
इससे पहले बीजेपी विधायक मयंकेश्वर सिंह ने कहा था, "अगर आप हिंदुस्तान में रहना चाहते हैं तो आपको "राधे राधे" कहना होगा। मयंकेश्वर सिंह के खिलाफ शिकायतों का संज्ञान लेते हुए राज्य चुनाव आयोग ने 24 घंटे के लिए उनके प्रचार पर रोक लगाई है। वो भी तब जब आज सीएम योगी तिलोई से उनके समर्थन में जनसभा करने पहुंचे हैं। ऐसे में मंच पर प्रत्याशी की गैर मौजूदगी में मुख्यमंत्री वोट मांगेंगे।
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मतदाताओं से कहा था कि अगर वे उन्हें फिर से चुनते हैं, तो मुसलमान अपनी टोपी पहनना बंद कर देंगे और हिंदुओं वाला तिलक लगाना शुरू कर देंगे।
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उनका एक वीडियो सामने आया है। इसमें वे खुलेआम कह रहे हैं कि कोई ऐसा काम मत करना, जिससे माहौल बिगड़े और मामला हिंदू-मुसलमान का हो। नहीं तो बूथ पर विवाद होगा और तांडव होगा तो उन्हें दोष मत देना।
बताया जा रहा है कि वायरल वीडियो पीपीगंज नगर पंचायत के सीमा विस्तार में शामिल जंगल बिहुली के बंजारा टोले की है। जहां बीजेपी प्रत्याशी फतेह बहादुर 26 फरवरी को वोट मांगने पहुंचे थे। इस गांव में 200 से 300 मतदाता हैं। यहां के निवर्तमान प्रधान हमीद इस बार सपा का प्रचार कर रहे हैं।
फतेह बहादुर हाथ में पब्लिक एड्रेस सिस्टम लेकर लोगों से और हमीद खां का नाम लेकर कहते दिख रहे हैं कि सच्चे मुसलमान की पहचान होती है कि वह कभी दगा (धोखा) नहीं देता। आप पठान हैं। कई पंचायतों के बाद हमने आपकी जमीनों का पट्टा कराया। बीजेपी प्रत्याशी यहां लोगों को अपने कार्यों के जरिए कृतज्ञ बनाते तो नजर आ ही रहे हैं साथ ही उनका अंदाज धमकाने वाला है।
वायरल वीडियो में वे कहते हैं कि आज जब हमको जरूरत पड़ी, तो जाति बिरादर खोजेंगे। 200 वोट मुझे नहीं मिलेगा, तो हमारे चुनाव पर कोई असर पड़ेगा? लेकिन आप पर दाग लगेगा। ये सड़क कभी नहीं बनेगी। हमारे विधानसभा में मुस्लिम बहुत कम हैं, निर्णायक नहीं सहयोगी हैं।
ऐसा कोई काम मत करिएगा कि हिंदू मुस्लिम की बात आए। बूथ पर तांडव होगा, विवाद होगा, घटना होगी तो मुझे दोष नहीं दीजिएगा। कहीं न कहीं कोई एक कम हो जाएगा। मैं हमीद से कह रहा हूं... अपने बेटे को समझाइए..। फतेह बहादुर इससे पहले भी अभद्र भाषा का प्रयोग कर चुके हैं।
बता दें कि फतेह बहादुर सिंह अकेले बीजेपी नेता नहीं हैं जिन्होंने अल्पसंख्यक वोटरों को धमकाया है, अन्य नेता तो सीधे तौर पर खास तौर पर मुस्लिमों को निशाना बनाते रहे हैं। कथित धर्म संसद के मंचों से मुस्लिमों के नरसंहार का आह्वान किया जाता रहा है।
इससे पहले बीजेपी विधायक मयंकेश्वर सिंह ने कहा था, "अगर आप हिंदुस्तान में रहना चाहते हैं तो आपको "राधे राधे" कहना होगा। मयंकेश्वर सिंह के खिलाफ शिकायतों का संज्ञान लेते हुए राज्य चुनाव आयोग ने 24 घंटे के लिए उनके प्रचार पर रोक लगाई है। वो भी तब जब आज सीएम योगी तिलोई से उनके समर्थन में जनसभा करने पहुंचे हैं। ऐसे में मंच पर प्रत्याशी की गैर मौजूदगी में मुख्यमंत्री वोट मांगेंगे।
इसके अलावा भारतीय जनता पार्टी के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मतदाताओं से कहा था कि अगर वे उन्हें फिर से चुनते हैं, तो मुसलमान अपनी टोपी पहनना बंद कर देंगे और हिंदुओं वाला तिलक लगाना शुरू कर देंगे।
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