बिहार चुनाव : समस्तीपुर में वीवीपैट पर्चियां फेंकी हुई मिलने पर अधिकारियों पर कार्रवाई

Written by sabrang india | Published on: November 10, 2025
सीईसी के निर्देश के बाद संबंधित सहायक रिटर्निंग ऑफिसर (एआरओ) को चुनाव सामग्री की निगरानी में लापरवाही के लिए कार्रवाई की गई है।


साभार : इंडियन एक्सप्रेस

निर्वाचन आयोग (ईसीआई) ने शनिवार को बिहार के समस्तीपुर जिले के शीतलपट्टी गांव में एसआर कॉलेज के पास बड़ी संख्या में वीवीपैट (वोटर वेरिफ़िएबल पेपर ऑडिट ट्रेल) पर्चियां मिलने के बाद जांच के आदेश दिए। इन पर्चियों की पहचान गुरुवार को पहले चरण के मतदान से पहले हुए मॉक पोल के दौरान इस्तेमाल की गई पर्चियों के रूप में की गई।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, इस घटना का संज्ञान लेते हुए, मुख्य चुनाव आयुक्त (सीईसी) ज्ञानेश कुमार ने समस्तीपुर के ज़िलाधिकारी (डीएम) को घटनास्थल का दौरा करने और जांच करने का निर्देश दिया।

ईसीआई ने कहा, "डीएम समस्तीपुर को घटनास्थल का दौरा करने और जांच करने का निर्देश दिया गया है। चूंकि ये मॉक पोल की वीवीपैट पर्चियां हैं, इसलिए मतदान प्रक्रिया की निष्पक्षता बरकरार है। डीएम ने चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों को भी जानकारी दी है। हालांकि, संबंधित एआरओ को लापरवाही के लिए निलंबित किया गया है और एक प्राथमिकी दर्ज की गई है।"

जिला प्रशासन तब हरकत में आया जब स्थानीय लोगों ने कॉलेज के पास बड़ी संख्या में प्रिंटेड वीवीपैट पर्चियां बिखरी होने की सूचना दी। प्रारंभिक जांच के बाद, अधिकारियों ने पुष्टि की कि ये पर्चियां पहले मतदान दिवस पर मतदान से पहले की गई मॉक पोल प्रक्रिया की थीं।

समस्तीपुर के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम)-सह-जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) रोशन कुशवाहा ने बताया कि उन्हें सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में कुछ वीवीपैट पर्चियों के मिलने की सूचना मिली थी।

जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, "ये पर्चियां कमीशनिंग और डिस्पैच सेंटर में पाई गईं। निरीक्षण करने पर पता चला कि बड़ी मात्रा में कटी हुई पर्चियों के साथ-साथ कुछ बिना कटी हुई पर्चियां भी थीं।" उन्होंने आगे कहा, "प्रशासन ने इन पर्चियों को जब्त कर लिया है। लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। जांच से पता चलेगा कि बरामद पर्चियां किस प्रकार की थीं। यह पूरी तरह से एक तकनीकी मामला है और जांच के बाद सभी विवरण स्पष्ट हो जाएंगे।"

रद्दी पर्चियों के मुद्दे पर, कुशवाहा ने कहा, "कमीशनिंग प्रक्रिया के दौरान, 5 प्रतिशत वोटिंग मशीनों पर मॉक पोल किए जाते हैं, जिनमें से प्रत्येक पर परीक्षण के तौर पर लगभग 1,000 वोट डाले जाते हैं। इसके अलावा, कमीशनिंग के दौरान, प्रत्येक उम्मीदवार का बटन दबाकर यह सत्यापित किया जाता है कि सही चुनाव चिन्ह लोड किया गया है। इन मॉक पोल से बड़ी संख्या में वीवीपैट पर्चियां निकलती हैं। इनमें से कुछ कटी हुई और कुछ बिना कटी हुई पर्चियां मिली हैं। मामले की जांच की जा रही है और जिम्मेदार पाए जाने वालों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।"

सीईसी के निर्देश के बाद, संबंधित सहायक निर्वाचन अधिकारी (एआरओ) को चुनाव सामग्री के संचालन में लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।

जिला अधिकारियों ने यह पता लगाने के लिए विस्तृत जांच शुरू कर दी है कि मॉक पोल पर्चियों को कैसे अनुचित तरीके से रद्द किया गया और क्या उनके निपटान में कोई प्रक्रियात्मक चूक हुई थी। उम्मीद है कि ये रिपोर्ट जल्द ही चुनाव आयोग को सौंप दी जाएगी।

इस बीच, राजद ने एक्स पर पोस्ट किया, "समस्तीपुर के सरायरंजन विधानसभा क्षेत्र में केएसआर कॉलेज के पास सड़क पर बड़ी संख्या में ईवीएम से निकली वीवीपैट पर्चियां फेंकी मिलीं। ये पर्चियां कब, कैसे, क्यों और किसके निर्देश पर फेंकी गईं? क्या 'चोर आयोग' इसका जवाब देगा? क्या यह सब बाहर से बिहार में डेरा जमाए बैठे 'लोकतंत्र के डकैत' के इशारे पर हो रहा है?"

दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, वीवीपैट की पर्ची फेंके जाने के मामले में तीन पदाधिकारियों पर कार्रवाई की गई है। तीनों सरायरंजन विधानसभा के एआरओ हैं। डीएम रोशन कुशवाहा ने तीनों के विरुद्ध निलंबन की कार्रवाई किए जाने का प्रस्ताव भेजा है।

बताया कि कार्रवाई पूरी होने के बाद स्पष्ट जानकारी साझा की जाएगी। इधर, सूत्रों की मानें तो जिन पदाधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई का प्रस्ताव भेजा गया है। उसमें विद्यापतिनगर बीडीओ, सीओ के अलावा सरायरंजन बीपीआरओ शामिल हैं।

तीनों पदाधिकारियों पर कार्य में लापरवाही का आरोप है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसमें तीन एआरओ के अलावा अन्य एक दर्जन से अधिक कर्मियों पर भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सभी की विस्तृत रिपोर्ट आयोग ने तलब की है।

जिला स्तर से पूरी रिपोर्ट बनाकर चुनाव आयोग को भेजी गई है। अब आयोग के निर्देशानुसार इसमें आगे की कार्रवाई होगी। इधर, पुलिस ने मामले को लेकर अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर अग्रेतर कार्रवाई में जुटी है।

मामले में पुलिसिया अनुसंधान शुरू कर चुकी है। यह पता लगाया जा रहा कि आखिर घटनास्थल तक उक्त पर्ची कब और किसने पहुंचाई है। एसपी अरविंद प्रताप सिंह ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया गया है। पुलिस टीम मामले की छानबीन में जुटी है।

गुढ़मा गांव स्थित एक कूड़े की ढ़ेर से मिली वीवीपैट की हजारों पर्चियां के मामले में शनिवार की देर शाम एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह प्राथमिकी सहायक निर्वाची पदाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी सुनील कुमार ने अज्ञात कर्मियों के विरुद्ध दर्ज कराई है। प्राथमिकी में कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों के विरुद्ध जांचोपरांत कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

इस घटना को लेकर क्षेत्र में एक तेजी से वीडियो भी वायरल हो रहा था। इसमें केएसआर कालेज सरायरंजन की दूसरी मंजिल से एक युवक के द्वारा लोडेड बोरा को गिराते हुए दिखाया जा रहा है। स्थानीय लोग इस वायरल वीडियो को इसी घटना से जोड़कर देख रहे। हालांकि, दैनिक जागरण इस वीडियो की पुष्टि नहीं करता है।

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