पश्चिम बंगाल: बेटी पराया धन होती है पर फंस गए केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो, ट्वीट डिलीट कर भागे

Written by Sabrangindia Staff | Published on: March 1, 2021
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल की राजनीति में लगातार हलचल जारी है। टीएमसी ने पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 'बंगाल की बेटी' के रूप में चित्रित करते हुए अपने अभियान 'बंगला निजेर मेयेकेई चाई' की शुरूआत की, लेकिन बीजेपी के केंद्रीय मंत्री इस पर टिप्पणी कर घिर गए हैं। 



बाबुल सुप्रियो ने एक ट्वीट कर विवादित मीम शेयर किया था, जिसमें ममता को लेकर लिखा था- 'बेटी पराया धन होती है। इस बार विदा कर देंगे।' बाबुल सुप्रियो ने दरअसल एक तस्वीर शेयर की थी, जिसमें ऊपर ममता बनर्जी की फोटो थी और उसके कैप्शन में लिखा था, 'मैं बंगाल की बेटी हूं।' इसके नीचे केंद्रीय मंत्री अमित शाह की एक हाथ जोड़े हुए तस्वीर थी, जिसके साथ लिखा था, 'बेटी पराया धन होती है। इस बार विदा कर देंगे।' अपने ट्वीट में बाबुल सुप्रियो ने बताया था कि यह मीम बीजेपी की आसनसोल जिला यूनिट ने किया था।

इस मीम को शेयर करते हुए कैप्शन में बाबुल सुप्रियो ने लिखा था, 'कर ही देंगे इस बार विदा।' भले ही बाबुल सुप्रियो ने ममता बनर्जी पर तंज कसने की कोशिश में यह ट्वीट किया था, लेकिन वह इस पर घिर गए। तृणमूल समर्थकों के अलावा बड़ी संख्या में लोग उनकी आलोचना करने लगे। इसके बाद उन्होंने अपने ट्वीट को ही डिलीट कर दिया।

यही नहीं ट्विटर पर उनकी पोस्ट के खिलाफ #BanglaNijerMeyekeiChay ट्रेंड करने लगा। इसका अर्थ होता है, बंगाल अपनी ही बेटी चाहता है। पश्चिम बंगाल की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री डॉ. शशि पंजा ने बाबुल सुप्रियो को आड़े हाथों लेते हुए कहा, 'बाबुल सुप्रियो जी मुझे देश में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंता हो रही है। यदि जनप्रतिनिधि ही इस तरह की पितृसत्तात्मक बातें करेंगे तो क्या होगा। मैं बेहद अचंभित हूं कि बीजेपी में इस तरह का लिंगभेद है।'



शशि पंजा ने कहा, 'पश्चिम बंगाल अपनी बेटियों के सम्मान के लिए जाना जाता है। इस बार भी वह अपनी बेटी का अपमान नहीं होने देगा' बता दें कि तृणमूल कांग्रेस ने ममता बनर्जी को बंगाल की बेटी बताते हुए असेंबली इलेक्शन के लिए अपने कैंपेन की शुरुआत की है। इस तरह से ममता बनर्जी ने बंगाली अस्मिता के साथ ही महिलाओं के सम्मान के मुद्दे को भी उभारने की कोशिश की है।

बता दें कि इस बार ममता बनर्जी ने चुनाव में पश्चिम बंगाल में दीदी की भूमिका से आगे बढ़ते हुए बेटी के तौर खुद को पेश करने का फैसला लिया है। इस बीच बीजेपी भी किसी भी तरह टीएमसी को सत्ता से हटाने की सारी जुगत में लगी है। 

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