कोविड अस्पतालों की दुर्दशा का सच सामने ना आए इसलिए लगाई मोबाइल फोन पर पाबंदी-अखिलेश यादव

Written by sabrang india | Published on: May 25, 2020
लखनऊ। हाल ही में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने फैसला लिया है कि सरकार द्वारा दूसरे औरर तीसरे स्तर के कोविड अस्पतालों के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों के मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई जाएगी। इसको लेकर पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ये पाबंदी इसलिए ताकि अस्पतालों की दुर्दशा का सच जनता तक ना पहुंचे। 



अखिलेश यादव ने टवीट किया, ''अगर मोबाइल से संक्रमण फैलता है तो पृथक वार्ड के साथ पूरे देश में इसे प्रतिबंध कर देना चाहिए।'' उन्होंने कहा, ''मोबाइल ही तो अकेलेपन में मानसिक सहारा बनता है। वस्तुतः अस्पतालों की दुर्व्यवस्था एवं दुर्दशा का सच जनता तक न पहुंचे, इसीलिए यह पाबंदी लगाई गई है। जरूरत मोबाइल की पाबंदी की नहीं बल्कि अस्पतालों को संक्रमणमुक्त करने की है।''

बता दें कि कोरोना लॉकडाउन के बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने द्वितीय और तृतीय स्तर के कोविड अस्पतालों के पृथक वार्ड में मरीजों द्वारा मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है। महानिदेशक (चिकित्सा शिक्षा) डॉ के के गुप्ता ने सभी चिकित्सा विश्वविद्यालयों, चिकित्सा संस्थानों और सभी सरकारी एवं निजी मेडिकल कॉलेजों के प्रमुखों को आदेश जारी करते हुए कहा कि मोबाइल से संक्रमण फैलता है। उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि कोविड अस्पतालों के प्रभारी को दो मोबाइल फोन उपलब्ध कराए जाएं ताकि भर्ती मरीज अपने परिजन से और परिजन मरीज से बात कर सकें।

उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 6,017 हो गई है. कोरोना से ठीक होने वाले लोगों की संख्या 3,406 हो गई है। कोरोना से अब तक कुल 155 लोगों की मौत हो चुकी है।

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