अखिलेश यादव की रद्द सभाओं के सच की ‘वायरल चिट्ठी’

Written by sabrang india | Published on: May 11, 2019
अखिलेश यादव की 5 सभाओं के रद्द होने के बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने इसका आरोप प्रशासन और बीजेपी पर लगाया है। लेकिन शुक्रवार को अखिलेश यादव के निजी सचिव गंगाराम का प्रशासन और सरकार को लिखा पत्र वायरल हो गया। पत्र में व्यस्तता का कारण बता कर सभी सभाओं को रद्द करने का निवेदन किया गया है। इस सच की ‘वायरल चिट्ठी’ के बाद बीजेपी आक्रामक हो गई है।

गौरतलब है कि जिले में पीएम मोदी ने 9 मई को सभा की थीं। जिसके बाद आखिरी समय पर पीएम मोदी के प्रभाव को कम करने के उद्देश्य से सपा अध्यक्ष ने सभी 5 लोकसभा सीटों पर 10 मई को सभा आयोजित करवाई थी। सभा से जुड़ी सभी तैयारियां भी पूरी हो चुकी थीं। लेकिन 9 मई की देर शाम को सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने विज्ञप्ति जारी करते हुए यह आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन की मिलीभगत के चलते सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की सभाओं को निरस्त करना पड़ा है।                           

सपा जिलाध्यक्ष हवलदार यादव ने कहा कि “हार की हताशा व सत्ता के दबाव में निर्वाचन से जुड़ी संस्थाएं खासतौर से जिला प्रशासन तकनीकी दृष्टि से चुनाव को रद्द करने का बहाना ढूंढ रहा है। इसीलिए प्रचार समाप्त होने में दो दिन शेष रहते चुनाव मद में होने वाले खर्च की पूर्व निर्धारित दरों को संशोधित कर दिया गया है।" आशंका जताते हुए हवलदार यादव ने कहा कि “सत्ता व प्रशासन की दुरभि संधि के चलते 10 मई को सपा अध्यक्ष व लोकसभा प्रत्याशी अखिलेश यादव के आजमगढ़ में प्रस्तावित जनसभाओं को निरस्त कर दिया गया है।“

इसके साथ ही शुक्रवार की सुबह ही अखिलेश यादव के निजी सचिव गंगाराम का पत्र वायरल हो गया। पत्र में व्यवसता के चलते सभी सभाओं को निरस्त करने के लिए अनुरोध किया गया था।  गंगाराम का पत्र सामने आने के पुलिस व प्रशासन से मामले पर कार्रवाई  की मांग की गई है।

प्रशास्स्न पर लगाए गए आरोपों के बाद जिलाधिकारी शिवाकांत द्विवेदी को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा। सपा का प्रार्थना पत्र दिखाते हुए उन्होंने कहा, 'समाजवादी पार्टी की ओर से एक लैटर मिला था।  जिसमें कहा गया था कि अखिलेश यादव की 10 मई को आजमगढ़ में होने वाली सभी सभाएं रद्द कर दी गईं हैं। इसलिए 10 मई को होने वाली जनसभाएं, हैलीपैड और हेलीकॉप्टर के लिए ली गई अनुमति को तत्काल निरस्त करने का कष्ट करें।' फिलहाल सोशल मीडिया पर बीजेपी और सपा के कार्यकर्ताओं के मध्य आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है।  

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