राजधानी लखनऊ में बीते दिनों एप्पल कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में योगी सरकार सवालों के घेरे में आ गई है. विवेक की हत्या के मामले में बीएसपी प्रमुख मायावती और सपा प्रमुख यादव ने योगी सरकार पर हमला किया है.
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि विवेक हत्याकांड मामले को लेकर पुलिस खानापूर्ति कर रही है. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि जिस सरकार में बदले की भावना से फर्जी एनकाउंटर करवाया जा रहा हो, उससे बेहतर कानून-व्यवस्था की उम्मीद कैसे की जा सकती है.
मायावती ने कहा, “प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है।
बीएसपी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में लीपापोती कर रही है। उन्होंने कहा, “इस हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए लेकिन सरकार सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।”
उन्होंने कहा कि अब तक अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अगर मैं मुख्यमंत्री योगी की जगह होती तो अब तक अफसरों के खिलाफ एक्शन ले लेती और उसके बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात करती।
उन्होंने कहा कि आज सीएम से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार को आश्वासन भले ही मिला हो लेकिन जिस तरह से साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश इस मामले में अभी तक हुई है, उससे देखते हुए हमारी मांग है कि एसआईटी जांच ज्यूडिशियल जज की निगरानी में की जाए ताकि आरोपी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके।
मायावती ने कहा कि चुनाव के वक्त बीजेपी वादे कर रही थी कि यदि वह सत्ता में आयी तो कानून व्यवस्था दुरुस्त किया जाएगा लेकिन उनके वादे अब हवाहवाई हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है और भय का माहौल है।
बीएसपी प्रमुख मायावती ने कहा कि विवेक हत्याकांड मामले को लेकर पुलिस खानापूर्ति कर रही है. वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि जिस सरकार में बदले की भावना से फर्जी एनकाउंटर करवाया जा रहा हो, उससे बेहतर कानून-व्यवस्था की उम्मीद कैसे की जा सकती है.
मायावती ने कहा, “प्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं।” उन्होंने कहा कि राजधानी लखनऊ में यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है।
बीएसपी अध्यक्ष ने कहा कि सरकार विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में लीपापोती कर रही है। उन्होंने कहा, “इस हत्याकांड की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए लेकिन सरकार सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।”
उन्होंने कहा कि अब तक अफसरों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई है। अगर मैं मुख्यमंत्री योगी की जगह होती तो अब तक अफसरों के खिलाफ एक्शन ले लेती और उसके बाद पीड़ित परिवार से मुलाकात करती।
उन्होंने कहा कि आज सीएम से मुलाकात के बाद पीड़ित परिवार को आश्वासन भले ही मिला हो लेकिन जिस तरह से साक्ष्यों को मिटाने की कोशिश इस मामले में अभी तक हुई है, उससे देखते हुए हमारी मांग है कि एसआईटी जांच ज्यूडिशियल जज की निगरानी में की जाए ताकि आरोपी पुलिसकर्मियों को सख्त से सख्त सजा मिल सके।
मायावती ने कहा कि चुनाव के वक्त बीजेपी वादे कर रही थी कि यदि वह सत्ता में आयी तो कानून व्यवस्था दुरुस्त किया जाएगा लेकिन उनके वादे अब हवाहवाई हो गयी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ब्राह्मणों का शोषण हो रहा है और भय का माहौल है।