नई दिल्ली। मोदी सरकार कर्ज के बोझ से दबी सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने की तैयारी में जुटी है। अब राज्यसभा सांसद और बीजेपी नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा है कि इसके खिलाफ वह कोर्ट में अपील करेंगे। अपने विवादित बयानों और सोनिया गांधी परिवार पर तीखे बोल के लिए चर्चित राज्यसभा सांसद ने सरकार के फैसले पर ही सवाल उठाया है। उन्होंने एयर इंडिया को बेचने के फैसले को देशविरोधी करार दिया है।
एक निजी चैनल से बात करते हुए स्वामी ने कहा कि सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा, 'एयर इंडिया को बेचने के लिए प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है। यह डील पूरी तरह से देशविरोधी है और मजबूरी में मुझे कोर्ट जाना पड़ेगा। हम अपने परिवार की सामूहिक संपत्ति को इस तरह से बेच नहीं सकते हैं।'
कर्ज के बोझ से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने के लिए एक बार फिर से बोली मंगाई गई है। सरकार ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बने एक मंत्री समूह ने 7 जनवरी को इस सरकारी विमानन कंपनी के निजीकरण से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। एयर इंडिया पर 80 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। सरकार ने 17 मार्च तक एयर इंडिया के लिए बोली लगाई जा सकती है।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में एयर इंडिया को 8,556 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। अभी कंपनी पर 80,000 करोड़ रुपये का बकाया है। इसके अलावा उसका घाटा भी हजारों करोड़ रुपये का है। बता दें कि सरकार विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए हाल के दिनों में कई फैसले लिए हैं। घरेलू बाजार में एयर इंडिया का 12.7 फीसदी हिस्सा है। 2019 में 18.36 मिलियन पैसेंजर्स ने एयर इंडिया से उड़ान भरी थी।
एक निजी चैनल से बात करते हुए स्वामी ने कहा कि सरकार के फैसले के खिलाफ कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा, 'एयर इंडिया को बेचने के लिए प्रक्रिया आज से शुरू हो रही है। यह डील पूरी तरह से देशविरोधी है और मजबूरी में मुझे कोर्ट जाना पड़ेगा। हम अपने परिवार की सामूहिक संपत्ति को इस तरह से बेच नहीं सकते हैं।'
कर्ज के बोझ से जूझ रही सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया को बेचने के लिए एक बार फिर से बोली मंगाई गई है। सरकार ने एयर इंडिया में 100 फीसदी हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है। बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में बने एक मंत्री समूह ने 7 जनवरी को इस सरकारी विमानन कंपनी के निजीकरण से जुड़े प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। एयर इंडिया पर 80 हजार करोड़ रुपये का बकाया है। सरकार ने 17 मार्च तक एयर इंडिया के लिए बोली लगाई जा सकती है।
वित्तीय वर्ष 2018-19 में एयर इंडिया को 8,556 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। अभी कंपनी पर 80,000 करोड़ रुपये का बकाया है। इसके अलावा उसका घाटा भी हजारों करोड़ रुपये का है। बता दें कि सरकार विदेशी निवेश को आकर्षित करने के लिए हाल के दिनों में कई फैसले लिए हैं। घरेलू बाजार में एयर इंडिया का 12.7 फीसदी हिस्सा है। 2019 में 18.36 मिलियन पैसेंजर्स ने एयर इंडिया से उड़ान भरी थी।