नई दिल्ली। ऑल इंडिया किसान संघर्ष कमेटी ने राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के संयोजक वीएम सिंह के 12 दिसंबर को दिए गए बयान की निंदा करते हुए कहा कि उनका दावा संगठन द्वारा अधिकृत नहीं है।
AIKSCC ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, “एआईकेएससीसी का राष्ट्रीय कार्य समूह, इसकी सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, सिंह द्वारा मीडिया को दिए गए एक बयान से खुद को अलग करती है। बयान में कार्य समूह द्वारा निर्णय लेने के प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया।”
AIKSCC आलाकमान ने पुन: पुष्टि की कि वे तीन किसान विरोधी अधिनियमों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी देने की मांग में आंदोलनरत किसानों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं।
बता दें कि वीएम सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मीडियाकर्मियों से कहा था कि किसान केवल एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं और उपज खरीद की गारंटी चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों को एमएसपी गारंटी विधेयक से लाभ होगा।
संगठन ने चेतावनी दी कि किसान विरोधी सरकार पूरे देश में किसानों की एकता को तोड़ने के लिए हताश और विभाजनकारी प्रयासों का सहारा ले रही है। तदनुसार, उन्होंने सभी किसान नेताओं से अपील की कि वे सरकार के इस तरह के सभी विभाजनकारी हथकंडों को लेकर एकजुट रहें।
किसानों का आंदोलन 13 दिसंबर को भी जारी रहेगा क्योंकि राजस्थान के हजारों किसान मूल्य-आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम, किसान उत्पादक व्यापार और व्यापार पर किसानों (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौते को तय करने के लिए जयपुर-दिल्ली राजमार्ग के माध्यम से ट्रैक्टरों पर दिल्ली की ओर आ रहे हैं। इसके अलावा पंजाब से भी हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं।
AIKSCC ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा, “एआईकेएससीसी का राष्ट्रीय कार्य समूह, इसकी सर्वोच्च निर्णय लेने वाली संस्था, सिंह द्वारा मीडिया को दिए गए एक बयान से खुद को अलग करती है। बयान में कार्य समूह द्वारा निर्णय लेने के प्रोटोकॉल का पालन नहीं किया गया।”
AIKSCC आलाकमान ने पुन: पुष्टि की कि वे तीन किसान विरोधी अधिनियमों को निरस्त करने और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी देने की मांग में आंदोलनरत किसानों के साथ दृढ़ता से खड़े हैं।
बता दें कि वीएम सिंह ने एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान मीडियाकर्मियों से कहा था कि किसान केवल एमएसपी पर आश्वासन चाहते हैं और उपज खरीद की गारंटी चाहते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि किसानों को एमएसपी गारंटी विधेयक से लाभ होगा।
संगठन ने चेतावनी दी कि किसान विरोधी सरकार पूरे देश में किसानों की एकता को तोड़ने के लिए हताश और विभाजनकारी प्रयासों का सहारा ले रही है। तदनुसार, उन्होंने सभी किसान नेताओं से अपील की कि वे सरकार के इस तरह के सभी विभाजनकारी हथकंडों को लेकर एकजुट रहें।
किसानों का आंदोलन 13 दिसंबर को भी जारी रहेगा क्योंकि राजस्थान के हजारों किसान मूल्य-आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम, किसान उत्पादक व्यापार और व्यापार पर किसानों (सशक्तिकरण और संरक्षण) समझौते को तय करने के लिए जयपुर-दिल्ली राजमार्ग के माध्यम से ट्रैक्टरों पर दिल्ली की ओर आ रहे हैं। इसके अलावा पंजाब से भी हजारों की संख्या में किसान दिल्ली की ओर कूच कर चुके हैं।