किशोर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पिछले साल दिसंबर में गांव के कुछ लोगों ने उसकी जाति के कारण उसे और उसके परिवार को परेशान किया था, जिसके बाद से वह कुछ दिनों से केरल में रह रहा था। वह हाल ही में पोंगल के लिए घर लौटा था।
प्रतीकात्मक तस्वीर
तमिनलाडु के मदुरै ग्रामीण जिला पुलिस ने 17 वर्षीय दलित किशोर पर जातिवादी गाली देने, उसे पीटने और पुरानी दुश्मनी के चलते उसे पैर पकड़ने को मजबूर करने के आरोप में छह लोगों के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि छह वर्षीय लड़के की मौजूदगी में उस पर पेशाब किया गया, लेकिन पुलिस ने इसे खारिज कर दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 16 जनवरी को तमिलनाडु के मदुरै जिले के उसिलामपट्टी तालुक के संगमपट्टी गांव में हुई। किशोर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पिछले साल दिसंबर में गांव के कुछ लोगों ने उसकी जाति के कारण उसे और उसके परिवार को परेशान किया था, जिसके बाद से वह कुछ दिनों से केरल में रह रहा था। वह हाल ही में पोंगल के लिए घर लौटा था।
उसने कहा "मैं चुपचाप लेटा रहा, लेकिन वे मुझे जबरन गांव में एक सुनसान जगह पर ले गए और मेरी जाति के कारण मुझे गाली देते हुए पीटा। उन्होंने मुझे अपने पैरों पर गिरने के लिए मजबूर किया और मुझसे माफी मांगने को कहा, जबकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया था। एक छह वर्षीय लड़के की मौजूदगी में मुझ पर पेशाब भी किया गया। उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी। मैं घायल हो गया और मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।"
शनिवार को पीड़ित किशोर, कार्यकर्ता और एक वकील के साथ उसिलामपट्टी डीएसपी के कार्यालय पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद उसिलामपट्टी शहर की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें धमकी देना और अश्लीलता व एससी समुदाय के व्यक्ति को जानबूझकर अपमानित करने का आरोप शामिल है। मदुरै के एसपी बी के अरविंद ने कहा कि जांच चल रही है और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। उन्होंने लड़के पर पेशाब किए जाने के दावों से इनकार करते हुए कहा कि झूठी खबर फैलाई जा रही है।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, दलित अधिकारों के लिए काम करने वाले एनजीओ, नीलम कल्चरल सेंटर ने घटना की निंदा की और पुलिस पर मामला दर्ज करने में देरी और रविवार तक आरोपियों को गिरफ्तार न करने का आरोप लगाया। एनजीओ ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। पीड़ित ने विदुथलाई चिरुथाइगल काची (वीसीके) के सदस्यों और एक वकील के साथ शनिवार को उसिलमपट्टी के उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) से औपचारिक शिकायत की। लड़के ने वीडियो बयान में अपनी आपबीती साझा की।
बता दें कि दलितों के खिलाफ इस तरह की बर्बरता और हिंसा की देश में ये पहली घटना नहीं है। पिछले साल दिसंबर महीने में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दलित दूल्हे पर पथराव करने का मामला सामने आया था। जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में दलित पुलिसकर्मी दूल्हे को घुड़चढ़ी के दौरान कुछ दबंगों ने रोक दिया और उस पर पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि दलित दूल्हे को घोड़ी से नीचे भी गिरा दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, मामला 11 दिसंबर का था। टीटोटा गांव निवासी नन्दराम सिंह जो कि दलित समाज से आते है उनके बेटे रोबिन सिंह की शादी लखावटी निवासी स्वाति से तय हुई थी। रोबिन पीएसी गाजियाबाद में तैनात हैं, रोबिन की धूमधाम से घुड़चढ़ी हो रही थी डीजे बज रहा था। सब खुशी मना रहे थे। कुछ दूर चलने पर अचानक गांव के कुछ दबंगों ने पथराव कर दिया, जिससे डीजे व गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और साथ ही डीजे संचालक भी घायल हो गया।
दूल्हे रोबिन के पिता नन्दराम सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 11 दिसंबर को मेरे बेटे की शादी थी। जब शाम 5 बजे घुड़चढ़ी हो रही थी। घुड़चढ़ी ठाकुर समाज के दूसरे मोहल्ले में पहुंची तो कुछ लोगों ने मेरे बेटे को घोड़ी से नीचे गिरा दिया। डीजे पर पथराव किया जिससे डीजे डैमेज हो गया। उन्होंने घुड़चढ़ी होने से रोक दिया। बड़ी मुश्किल से हम वहां से हाथ जोड़कर निकले।
Reelated
प्रतीकात्मक तस्वीर
तमिनलाडु के मदुरै ग्रामीण जिला पुलिस ने 17 वर्षीय दलित किशोर पर जातिवादी गाली देने, उसे पीटने और पुरानी दुश्मनी के चलते उसे पैर पकड़ने को मजबूर करने के आरोप में छह लोगों के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। हालांकि पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि छह वर्षीय लड़के की मौजूदगी में उस पर पेशाब किया गया, लेकिन पुलिस ने इसे खारिज कर दिया है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 16 जनवरी को तमिलनाडु के मदुरै जिले के उसिलामपट्टी तालुक के संगमपट्टी गांव में हुई। किशोर ने मीडियाकर्मियों को बताया कि पिछले साल दिसंबर में गांव के कुछ लोगों ने उसकी जाति के कारण उसे और उसके परिवार को परेशान किया था, जिसके बाद से वह कुछ दिनों से केरल में रह रहा था। वह हाल ही में पोंगल के लिए घर लौटा था।
उसने कहा "मैं चुपचाप लेटा रहा, लेकिन वे मुझे जबरन गांव में एक सुनसान जगह पर ले गए और मेरी जाति के कारण मुझे गाली देते हुए पीटा। उन्होंने मुझे अपने पैरों पर गिरने के लिए मजबूर किया और मुझसे माफी मांगने को कहा, जबकि मैंने कुछ भी गलत नहीं किया था। एक छह वर्षीय लड़के की मौजूदगी में मुझ पर पेशाब भी किया गया। उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी। मैं घायल हो गया और मुझे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा।"
शनिवार को पीड़ित किशोर, कार्यकर्ता और एक वकील के साथ उसिलामपट्टी डीएसपी के कार्यालय पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई। उसके बाद उसिलामपट्टी शहर की पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया, जिसमें धमकी देना और अश्लीलता व एससी समुदाय के व्यक्ति को जानबूझकर अपमानित करने का आरोप शामिल है। मदुरै के एसपी बी के अरविंद ने कहा कि जांच चल रही है और पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की है। उन्होंने लड़के पर पेशाब किए जाने के दावों से इनकार करते हुए कहा कि झूठी खबर फैलाई जा रही है।
द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, दलित अधिकारों के लिए काम करने वाले एनजीओ, नीलम कल्चरल सेंटर ने घटना की निंदा की और पुलिस पर मामला दर्ज करने में देरी और रविवार तक आरोपियों को गिरफ्तार न करने का आरोप लगाया। एनजीओ ने इस मामले की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर साझा की। पीड़ित ने विदुथलाई चिरुथाइगल काची (वीसीके) के सदस्यों और एक वकील के साथ शनिवार को उसिलमपट्टी के उप पुलिस अधीक्षक (डीएसपी) से औपचारिक शिकायत की। लड़के ने वीडियो बयान में अपनी आपबीती साझा की।
बता दें कि दलितों के खिलाफ इस तरह की बर्बरता और हिंसा की देश में ये पहली घटना नहीं है। पिछले साल दिसंबर महीने में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दलित दूल्हे पर पथराव करने का मामला सामने आया था। जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में दलित पुलिसकर्मी दूल्हे को घुड़चढ़ी के दौरान कुछ दबंगों ने रोक दिया और उस पर पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि दलित दूल्हे को घोड़ी से नीचे भी गिरा दिया गया।
रिपोर्ट के अनुसार, मामला 11 दिसंबर का था। टीटोटा गांव निवासी नन्दराम सिंह जो कि दलित समाज से आते है उनके बेटे रोबिन सिंह की शादी लखावटी निवासी स्वाति से तय हुई थी। रोबिन पीएसी गाजियाबाद में तैनात हैं, रोबिन की धूमधाम से घुड़चढ़ी हो रही थी डीजे बज रहा था। सब खुशी मना रहे थे। कुछ दूर चलने पर अचानक गांव के कुछ दबंगों ने पथराव कर दिया, जिससे डीजे व गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और साथ ही डीजे संचालक भी घायल हो गया।
दूल्हे रोबिन के पिता नन्दराम सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 11 दिसंबर को मेरे बेटे की शादी थी। जब शाम 5 बजे घुड़चढ़ी हो रही थी। घुड़चढ़ी ठाकुर समाज के दूसरे मोहल्ले में पहुंची तो कुछ लोगों ने मेरे बेटे को घोड़ी से नीचे गिरा दिया। डीजे पर पथराव किया जिससे डीजे डैमेज हो गया। उन्होंने घुड़चढ़ी होने से रोक दिया। बड़ी मुश्किल से हम वहां से हाथ जोड़कर निकले।
Reelated
यूपी: दलित पुलिसकर्मी दूल्हे को ऊंची जाति के दबंगों ने घोड़ी से गिरा दिया, मारपीट की और जातिसूचक शब्द कहे!