यूपी: दलित पुलिसकर्मी दूल्हे को ऊंची जाति के दबंगों ने घोड़ी से गिरा दिया, मारपीट की और जातिसूचक शब्द कहे!

Written by sabrang india | Published on: December 16, 2024
दलित पुलिसकर्मी दूल्हे को घुड़चढ़ी के दौरान कुछ दबंगों ने रोक दिया और उस पर पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि दलित दूल्हे को घोड़ी से नीचे भी गिरा दिया गया।


साभार : टीओआई

उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में दलित दूल्हे पर पथराव करने का मामला सामने आया है। जिले के जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में दलित पुलिसकर्मी दूल्हे को घुड़चढ़ी के दौरान कुछ दबंगों ने रोक दिया और उस पर पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि दलित दूल्हे को घोड़ी से नीचे भी गिरा दिया गया।

द मूकनायक की रिपोर्ट के अनुसार, मामला 11 दिसंबर का बताया जा रहा है। टीटोटा गांव निवासी नन्दराम सिंह जो कि दलित समाज से आते है उनके बेटे रोबिन सिंह की शादी लखावटी निवासी स्वाति से तय हुई थी। रोबिन पीएसी गाजियाबाद में तैनात हैं, रोबिन की धूमधाम से घुड़चढ़ी हो रही थी डीजे बज रहा था। सब खुशी मना रहे थे। कुछ दूर चलने पर अचानक गांव के कुछ दबंगों ने पत्थराव कर दिया, जिससे डीजे व गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई और साथ ही डीजे संचालक भी घायल हो गया।

दूल्हे रोबिन के पिता नन्दराम सिंह ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि 11 दिसंबर को मेरे बेटे की शादी थी। जब शाम 5 बजे घुड़चढ़ी हो रही थी। घुड़चढ़ी ठाकुर समाज के दूसरे महोल्ले में पहुंची तो कुछ लोगों ने मेरे बेटे को घोड़ी से नीचे गिरा दिया। डीजे पर पत्थराव किया जिससे डीजे डेमेज हो गया। उन्होंने घुड़चढ़ी होने से रोक दिया। बड़ी मुश्किल से हम वहां से हाथ जोड़कर निकले।

नंदराम ने बताया कि महिलाएं भी हमारे साथ थीं और उनके साथ भी बदतमीजी की गई। मैंने उसी रात 112 नंबर पर कॉल किया और पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस द्वारा समझाए जाने के बाद, मैं रात करीब 11:30 बजे बारात लेकर रवाना हो गया। अगले दिन मैंने पुलिस को तहरीर दी, जिसमें 5 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, और एक अभी भी फरार है।

इस घटना को लेकर एसपी देहात रोहित मिश्र ने मीडिया को बताया जहांगीराबाद थाना क्षेत्र में यह घटना हुई है। जिसमें एक बारात जा रही थी, जिसमें डीजे बज रहा था। रास्ते में कुछ लड़के खड़े थे और तेज आवाज में डीजे बजाने को लेकर वाद विवाद हुआ। किसी ने ईंट का पत्थर फेंका था, जो डीजे पर लगा और वह टूट गया। इसी दौरान उनमें लड़ाई-झगड़ा गाली-गलौज हुआ। जिसमें एक पक्ष के द्वारा प्रार्थना पत्र दिया गया है, संबंधित धाराओं में एआईआर दर्ज कर ली गई है और विवेचना की जा रही है, 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है।

बीएनएस की कई धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें दंगा करने के लिए धारा 191(2), किसी को स्वतंत्र रूप से घूमने से रोकने के लिए धारा 126(2), शरारत के लिए धारा 324(4) और जानबूझकर चोट पहुंचाने के लिए धारा 115(2) शामिल है। इसके अलावा, विश्वास भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करने के लिए धारा 352 और एससी/एसटी अधिनियम की धारा 3(2)(बी)(ए) के तहत आरोप भी लगाए गए हैं।

ज्ञात हो कि शादी के दौरान दलित दूल्हे या बारातियों से बदसलूकी का यह कोई पहला मामला नहीं है। इसी महीने मध्य प्रदेश के दमोह जिले में को एक दलित परिवार की शादी में हिंसा हुई, जिसने जाति-आधारित भेदभाव की भयावहता को उजागर किया, जो भारत में अभी भी जारी है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, विवाद तब शुरू हुआ जब दूल्हे के परिवार ने बारात में घोड़ा गाड़ी शामिल करने की इच्छा जताई, जिस पर इलाके के तथाकथित उच्च जातियों ने आपत्ति जताई।

बारात के दौरान दूल्हे को गाड़ी में सवार होने की अनुमति देने के लिए ड्राइवर को मनाना पड़ा। शादी के समारोह पूरे होने के बाद स्थिति ने हिंसक रूप ले लिया।

जब गाड़ी और ड्राइवर तथा घोड़े की देखरेख कर रहे तीन युवक वापस लौट रहे थे, तो रत्नेश ठाकुर नामक व्यक्ति की अगुवाई में भीड़ ने उन पर हमला कर दिया। हमलावरों ने गाड़ी में तोड़फोड़ की और शादी में आए मेहमानों पर हमला किया। उन्हें धमकाया भी गया। हमलावरों ने घोड़े को भी पीटा।

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