असम के धुबरी में सांप्रदायिक तनाव के बाद निषेधाज्ञा लागू

Written by sabrang india | Published on: June 10, 2025
बीएनएसएस की धारा 163 के तहत आदेश जारी करते हुए, जिला मजिस्ट्रेट दिवाकर नाथ ने कहा कि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और अगले आदेश तक जारी रहेंगे।


प्रतीकात्मक तस्वीर

असम के धुबरी शहर में सांप्रदायिक तनाव के बाद सोमवार को निषेधाज्ञा लागू कर दी गई। अधिकारियों ने मीडिया को इस संबंध में जानकारी दी।

डेक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, मंदिर के पास कथित तौर पर मांस फेंके जाने के विरोध में दिन में कस्बे में प्रदर्शन हुए। बताया गया कि स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े।

जिला मजिस्ट्रेट दिवाकर नाथ ने बीएनएसएस की धारा 163 के तहत आदेश जारी करते हुए कहा कि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और अगले आदेश तक जारी रहेंगे।

उन्होंने कहा, "मेरे संज्ञान में यह बात आई है कि धुबरी पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में आने वाले इलाकों में सांप्रदायिक तनाव, दंगा-फसाद, हिंसक विरोध-प्रदर्शन आदि के कारण शांति और सार्वजनिक व्यवस्था भंग होने की आशंका है।"

इसके चलते, उन्होंने धुबरी शहर के सभी दुकानों और बाजारों को बंद रखने का आदेश दिया और किसी भी सार्वजनिक स्थान पर पाँच या उससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी। आदेश में यह भी कहा गया है कि किसी भी रैली, जुलूस, बैठक या प्रदर्शन का आयोजन सख्ती से प्रतिबंधित रहेगा।

आपातकालीन सेवाओं की आवाजाही को इन प्रतिबंधों से छूट दी गई है।

आदेश में यह भी कहा गया कि, "स्थिति की गंभीरता को देखते हुए समय पर नोटिस की तामील संभव नहीं है, इसलिए यह आदेश एकपक्षीय रूप से पारित किया गया है।"

पत्रकारों से बातचीत में नाथ ने कहा, "मैं सभी से शांति बनाए रखने की अपील करता हूं। घबराने या भावनाओं में बहने की कोई जरूरत नहीं है। सभी को अपने घरों के अंदर रहना चाहिए और एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए।"

एक अन्य अधिकारी ने बताया कि रविवार को एक मंदिर के पास संदिग्ध रूप से एक गाय का सिर मिला था।

इसके विरोध में, भीड़ ने धुबरी मजिस्ट्रेट कॉलोनी और न्यू मार्केट के पास सब्जी विक्रेताओं और ई-रिक्शा चालकों पर हमला कर दिया। नाथ ने बताया कि राज्य और केंद्रीय एजेंसियों से पर्याप्त बल जुटाए गए हैं और पूरे शहर में तैनात किए गए हैं।

जब उनसे पूछा गया कि क्या कर्फ्यू लगाया जाएगा, तो उन्होंने कहा, "कोई पूर्ण कर्फ्यू नहीं होगा, लेकिन एक तरह का अर्ध-कर्फ्यू लागू रहेगा। सभी दुकानें और बाजार बंद रहेंगे। मैं सभी से अनुरोध करता हूं कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सभी समुदाय एक-दूसरे का सम्मान करें।"

जिला प्रशासन ने रविवार को हिंदू और मुस्लिम समुदायों के साथ बैठकें कीं और दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की।

नाथ ने कहा, "आज के प्रदर्शन के दौरान एक स्थान पर हमने आंसू गैस के गोले दागे। इस कार्रवाई में कोई घायल नहीं हुआ।"

मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को कहा कि शनिवार को ईद के दिन कई स्थानों पर कथित तौर पर अवैध रूप से मवेशियों को जबह किया गया और मांस के कुछ हिस्से राज्य भर में विभिन्न जगहों पर फेंके गए। उन्होंने बताया कि पुलिस ने अलग-अलग स्थानों से 16 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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