मध्य प्रदेश: महिला से सरेआम बलात्कार के बाद कानून व्यवस्था पर उठे सवाल

Written by sabrang india | Published on: September 6, 2024
विपक्षी कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की है, जिससे राज्य और देश की राजनीति तेज़ हो गई है। उज्जैन सीएम मोहन यादव का गृहनगर है और उनके पास गृह विभाग भी है।


साभार : द न्यू इंडिया एक्सप्रेस

मध्य प्रदेश के उज्जैन में दिन के समय एक महिला के साथ सरेआम बलात्कार की घटना सामने आई है। यह वारदात कोयला फाटक इलाके में हुई, जिसे कई लोगों ने देखा, लेकिन किसी ने भी इसका विरोध नहीं किया। घटना का वीडियो बनाया गया और सोशल मीडिया पर साझा किया गया। आरोपी लोकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है, और पुलिस ने मामला दर्ज कर पीड़िता का बयान मजिस्ट्रेट के सामने दर्ज कराया है।

उज्जैन, जो मुख्यमंत्री मोहन यादव का गृहनगर है, में दिन के समय सरेआम बलात्कार की यह घटना कई लोगों के लिए चौंकाने वाली है। बलात्कार की यह घटना बुधवार दोपहर को उज्जैन के सबसे व्यस्त चौराहे, कोयला फाटक इलाके में फुटपाथ पर हुई। कई लोगों ने घटना देखी, लेकिन विरोध के बजाय किसी ने यौन उत्पीड़न का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया।

विपक्षी कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था के लिए भाजपा सरकार की आलोचना की है, जिससे राज्य और देश की राजनीति तेज़ हो गई है। उज्जैन सीएम मोहन यादव का गृहनगर है और उनके पास गृह विभाग भी है।

गुरुवार रात को सोशल मीडिया पर चौंकाने वाला फुटेज सामने आने के बाद पुलिस ने पीड़िता का पता लगाया और उसे मेडिकल टेस्ट के लिए ले गई। उज्जैन एसपी प्रदीप शर्मा के अनुसार, उसे थाने लाया गया, जहां मामला दर्ज किया गया।

एसपी ने कहा, "आरोपी लोकेश को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसने कहा कि वह पीड़िता को जानता था। मजिस्ट्रेट के सामने उसका बयान दर्ज किया गया है।" पुलिस के अनुसार, लोकेश ने पीड़िता को शराब पीने के लिए मजबूर किया, उसके साथ बलात्कार किया और फिर भाग गया।

उज्जैन वारदात पर राजनीतिक घमासान

पुलिस के अनुसार, पीड़िता ने कहा कि लोकेश ने उसे शादी का झांसा दिया, उसे शराब पीने के लिए मजबूर किया और फिर बलात्कार किया। मारपीट के बाद, उसने कथित तौर पर उसे धमकाया और भाग गया। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने गुरुवार रात को एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर वीडियो पोस्ट करते हुए कहा, "पवित्र शहर उज्जैन एक बार फिर शर्मसार हुआ है। सत्ता में बैठे लोगों को या तो शर्म से मर जाना चाहिए या इस्तीफा दे देना चाहिए।"

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने ट्वीट किया, "धर्मनगरी उज्जैन एक बार फिर कलंकित हुई है! इस बार भी काला टीका उज्जैन की कानून-व्यवस्था के माथे पर ही लगा है! यह सोचकर ही स्तब्ध हो सकता है कि मध्यप्रदेश में अब दिनदहाड़े, खुली सड़क पर बलात्कार शुरू हो गए हैं। ऐसा तभी संभव है जब कानून और सरकार का असर पूरी तरह से खत्म हो जाए! यदि मुख्यमंत्री के गृहनगर के ये हाल हैं, तो बाकी प्रदेश के हालात आसानी से समझे जा सकते हैं। दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ लगातार हो रहे अत्याचार को भी महसूस किया जा सकता है! अब गृहमंत्री या मुख्यमंत्री नहीं, प्रदेश सरकार के एक-एक मंत्री से सवाल है! शर्म से डूब मरो या कुर्सी छोड़ दो! बेशर्मी से भरी इस निर्लज्ज व्यवस्था के खून में आखिर उबाल कब आएगा?"

भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने कहा, "मामले की जांच की जाएगी और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाएगी। पीड़िता को न्याय मिलेगा।"

इस वारदात से पहले, कोलकाता के एक अस्पताल में एक महिला डॉक्टर के साथ क्रूरता की गई और उसे बलात्कार के बाद हत्या कर दी गई। इस पर लोगों में गहरा आक्रोश है।

देश में महिलाओं के खिलाफ बलात्कार और हत्या के मामलों की स्थिति चिंताजनक है। अक्सर इन वारदातों के बाद कुछ दिनों तक कानून व्यवस्था को लेकर हंगामा होता है, और फिर स्थिति ठंडी पड़ जाती है।

हर सप्ताह बलात्कार और हत्या के पांच मामले दर्ज

हाल ही में टाइम्स ऑफ इंडिया द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, साल 2017 से 2022 तक बलात्कार/सामूहिक बलात्कार के साथ हत्या के 1,551 मामले दर्ज किए गए, यानी औसतन हर सप्ताह करीब पांच मामले सामने आए। उत्तर प्रदेश में सबसे ज़्यादा घटनाएं हुईं, उसके बाद मध्य प्रदेश और असम का स्थान रहा। सजा की दर 65% के बावजूद अदालतों में लंबित मामलों की संख्या दोगुनी हो गई है और कई मामले सबूतों के अभाव में बंद हो गए हैं।

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