कोरोना वायरस के मामलों में भारत ने चीन को पछाड़ा

Written by sabrang india | Published on: May 16, 2020
नई दिल्ली। चीन के वुहान प्रांत के हुबेई से फैलने वाला कोरोना वायरस अब  दुनिया के लगभग सभी हिस्सों तक अपने पैर पसा चुका है। एक तरफ जहां चीन में कोरोना के नए मामले सामने आना पहले की तुलना में काफी कम हुए हैं, वहीं दूसरे कई देशों में इसके मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। 16 मई कोविड-19 केस के मामले में भारत भी चीन से आगे निकल गया है। 



केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोविड-19 के 85,940 कन्फर्म केस सामने आ चुके हैं, जबकि जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी एंड मेडिसिन के मुताबिक चीन में अब तक 84,038 मामले दर्ज किए गए हैं।

भारत में कोरोना के मामले भले ही चीन से ज्यादा हो गए हैं, लेकिन चीन में इसके कारण हुई मौतें भारत के मुकाबले अधिक हैं। चीन के पॉजिटिव मामलों में मृत्यु दर 5।5% और भारत में 3।3% रही है।

शनिवार तक भारत में 2,752 और चीन में 4,637 लोगों की मौत हो चुकी है। चीन में प्रति लाख मौतें 0।33 है जबकि भारत में ये 0।20 है। एक निष्पक्ष विश्लेषण और रिपोर्ट किए गए कुल मामलों की संख्या और सीएफआर की तुलना के लिए, टेस्टिंग की संख्या को भी ध्यान में रखना होगा।

शनिवार सुबह तक, भारत ने 21,34,277 टेस्ट किए। चीन का ये डेटा उपलब्ध नहीं है। हालांकि, हाल ही में नए मामलों के क्लस्टर के साथ चीन में दूसरे वेव की खबरें सामने आईं। सीएनएन के मुताबिक अधिकारियों ने घोषणा की कि वुहान की पूरी आबादी - जहां पहले महामारी शुरू हुई थी - का टेस्ट किया जाएगा।

जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी एंड मेडिसिन के ही आंकड़ों के मुताबिक ऐसे कई देश हैं, जहां कोरोना के केस भारत और चीन से ज्यादा हैं। उनमें सबसे आगे अमेरिका है, जहां 15 मई तक 14,19,998 मामले आए हैं, इसके बाद रूस (2,62,843), यूके (2,34,441), स्पेन (2,30,183), इटली (2,23,096), ब्राजील (2,06,507), फ्रांस (1,78,994), जर्मनी (1,74,478), तुर्की (1,44,749), ईरान (1,16,635) हैं।

कई रिपोर्टों के अनुसार, चीन में कोरोना वायरस का पहला मामला पिछले साल नवंबर में चीन के हुबेई प्रांत में आया। हालांकि, चीन ने वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन कोपिछले साल दिसंबर के आखिर में इसके मामले आने की सूचना दी है।

डब्ल्यूएचओ के अनुसार, चीन में "हुबेई प्रांत के वुहान में निमोनिया के एक साथ कई मामले रिपोर्ट किए गए"। जनवरी के दूसरे हफ्ते में,  डब्ल्यूएचओ ने इसके खतरे को स्वीकार किया और दूसरे देशों को कोरोना वायरस के बारे में बताया।

भारत में कोविड-19 का पहला मामला 30 जनवरी को रिपोर्ट किया गया। चीन और भारत दोनों देशों में पहले 10,000 मामले सामने आने में लगभग एक ही समय लगा।

भारत में कोरोना वायरस के 10 हजार केस 74 दिन में सामने आए, वहीं अगर चीन में पहला मामला नवंबर में आया, जैसा कि पहले बताया जा चुका है, तो वहां ये आंकड़ा 75 दिन में सामने आया।

भारत में 100वां केस आने के बाद से मामले तेजी से बढ़े, 24 मार्च को पहले लॉकडाउन की घोषणा के बाद डबलिंग रेट कुछ हफ्तों में कम हुआ। हालांकि पिछले 6 दिनों में देश में 20 हजार से ज्यादा मामले आए हैं। भारत में हर रोज औसतन 3 हजार नए मामले आ रहे हैं। इस तरह हो सकता है कि अगले 5 दिनों में भारत 1 लाख का आंकड़ा पार कर जाए। वहीं दूसरी ओर चीन कर्व को फ्लैट करने में कामयाब होता दिख रहा है।

भारत में एक के बाद दो और लॉकडाउन और अब कुछ छूट के साथ लॉकडाउन 4।0 की तैयारी के साथ कोविड-19 के मामले हर दिन बढ़ रहे हैं। कई एक्सपर्ट चेतावनी दे चुके हैं कि लॉकडाउन हटाए जाने के साथ हमें बढ़ने वाले मामलों के लिए भी तैयार रहना होगा। वे एक खास रणनीति के तहत लॉकडाउन हटाए जाने की सलाह भी देते हैं ताकि अर्थव्यवस्था पर और चोट न हो सके।

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