मुजफ्फरनगर. उत्तर प्रदेश में जब-जब सांप्रदायिक हिंसा का मामला आता है तब-तब मुजफ्फरनगर का नाम सबसे पहले सामने आता है. ऐसा नहीं है कि मुजफ्फरनगर सबसे हिंसक जिला रहा है लेकिन राजनीतिक पार्टियां अपने लाभ के हिसाब से इस जिले में हिंसा प्रायोजित करती रही हैं जो कि आम जनता को भुगतना पड़ता है.
![](/sites/default/files/mujaffarnagar.jpg?467)
जिले में हिंसा भड़काने की कोशिश का एक वीडियो सामने आया है. इस बार लड़कियों के साथ छेड़छाड़ के मुद्दे पर हिंसा भड़काने की कोशिश की गई है. चलचित्र अभियान ने इस घटना और उससे जुड़े फैक्ट्स का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है. इस वीडियो में अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक, दोनों ही पक्षों से बातचीत की गई है. इस बातचीत का निष्कर्ष निकल रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव का लाभ लेने के लिए कथित तौर पर बहुसंख्यक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाली पार्टी के कुछ लोगों ने हिंसा भड़काने की कोशिश की.
वीडियो में सामने आया है कि मुज़फ्फ़रनगर ज़िले के बुढाना कसबे में 2013 की तरह फिर से लड़कियों के साथ छेड़-छाड़ के मामले को साम्प्र्दायिक रूप दिया गया. सत्ताधारी भाजपा के स्थानीय विधायक उमेश मलिक ने एक पंचायत के दौरान भड़काऊ बयान दिया. इस दौरान भाजपा विधायक लोगों के उकसाने के उद्देश्य से भड़काऊ भाषण देते नजर आए.
भाजपा विधायक के बयान के बाद यहां मामला उग्र हो गया और हिंदू युवा वाहिनी के लोग पुलिस के साथ अल्पसंख्यकों पर पत्थरबाजी करते नजर आए. तथाकथित मेनस्ट्रीम मीडिया इस खबर को आसानी से पचा गया. मुस्लिमों पर हिंदू युवा वाहिनी औऱ पुलिस की संयुक्त पत्थरबाजी की गाज मुसलमानों पर ही गिरी. इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके से कई मुस्लिम युवाओं को गिरफ्तार किया. सारी डिटेल्स आप इस वीडियो में देख सकते हैं.
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जिले में हिंसा भड़काने की कोशिश का एक वीडियो सामने आया है. इस बार लड़कियों के साथ छेड़छाड़ के मुद्दे पर हिंसा भड़काने की कोशिश की गई है. चलचित्र अभियान ने इस घटना और उससे जुड़े फैक्ट्स का वीडियो अपने यूट्यूब चैनल पर शेयर किया है. इस वीडियो में अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक, दोनों ही पक्षों से बातचीत की गई है. इस बातचीत का निष्कर्ष निकल रहा है कि 2019 लोकसभा चुनाव का लाभ लेने के लिए कथित तौर पर बहुसंख्यक वर्ग का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाली पार्टी के कुछ लोगों ने हिंसा भड़काने की कोशिश की.
वीडियो में सामने आया है कि मुज़फ्फ़रनगर ज़िले के बुढाना कसबे में 2013 की तरह फिर से लड़कियों के साथ छेड़-छाड़ के मामले को साम्प्र्दायिक रूप दिया गया. सत्ताधारी भाजपा के स्थानीय विधायक उमेश मलिक ने एक पंचायत के दौरान भड़काऊ बयान दिया. इस दौरान भाजपा विधायक लोगों के उकसाने के उद्देश्य से भड़काऊ भाषण देते नजर आए.
भाजपा विधायक के बयान के बाद यहां मामला उग्र हो गया और हिंदू युवा वाहिनी के लोग पुलिस के साथ अल्पसंख्यकों पर पत्थरबाजी करते नजर आए. तथाकथित मेनस्ट्रीम मीडिया इस खबर को आसानी से पचा गया. मुस्लिमों पर हिंदू युवा वाहिनी औऱ पुलिस की संयुक्त पत्थरबाजी की गाज मुसलमानों पर ही गिरी. इस घटना के बाद पुलिस ने इलाके से कई मुस्लिम युवाओं को गिरफ्तार किया. सारी डिटेल्स आप इस वीडियो में देख सकते हैं.