लखनऊ। गोकशी की अफवाह के बाद बुलंदशहर के स्याना में फैली हिंसा के मुख्य आरोपी योगेश राज को यूपी पुलिस ने बुधवार रात गिरफ्तार कर लिया। योगेश राज को स्याना हिंसा का मुख्य आरोपी बनाया गया था। वह बजरंग दल का जिला संयोजक है और हिंसा के बाद 29 दिन से फरार था। सूत्रों के मुताबिक, योगेश राज की गिरफ्तारी कई नेताओं की मदद से हुई। हालांकि, पुलिस ने इस संबंध में कोई खुलासा नहीं किया है।
बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या करने वाले प्रशांत नट को पुलिस ने 27 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया था। इसके अलावा रिवॉल्वर चुराने वाले जॉनी की भी पहचान हो चुकी है। उसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, जॉनी ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चोरी की थी, जबकि प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी। इस मामले में पुलिस को दो वीडियो मिले थे, जिनमें ये दोनों एक साथ नजर आए। ऐसे में जॉनी और प्रशांत नट को इंस्पेक्टर की हत्या का मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा योगेश राज को हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी बनाया गया था।
गौरतलब है कि बुलंदशहर में 3 दिसंबर को कथित गौकशी के बाद हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। वहीं, भीड़ में शामिल एक युवक की भी मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले जीतू फौजी को गिरफ्तार किया था, जो घटना के दिन पुलिस चौकी के सामने मौजूद था। यूपी एसटीएफ के एसएसपी का कहना है कि आरोपी जवान जीतू ने बुलंदशहर हिंसा के दौरान उपद्रवियों की भीड़ में शामिल होने की बात कबूल की थी।
बुलंदशहर हिंसा के दौरान इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या करने वाले प्रशांत नट को पुलिस ने 27 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में आरोपी ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया था। इसके अलावा रिवॉल्वर चुराने वाले जॉनी की भी पहचान हो चुकी है। उसकी तलाश की जा रही है।
पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, जॉनी ने इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की रिवॉल्वर चोरी की थी, जबकि प्रशांत नट ने उन्हें गोली मारी थी। इस मामले में पुलिस को दो वीडियो मिले थे, जिनमें ये दोनों एक साथ नजर आए। ऐसे में जॉनी और प्रशांत नट को इंस्पेक्टर की हत्या का मुख्य आरोपी बनाया गया है। इसके अलावा योगेश राज को हिंसा भड़काने का मुख्य आरोपी बनाया गया था।
गौरतलब है कि बुलंदशहर में 3 दिसंबर को कथित गौकशी के बाद हुई हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की हत्या कर दी गई थी। वहीं, भीड़ में शामिल एक युवक की भी मौत हो गई थी। इस मामले में पुलिस ने सबसे पहले जीतू फौजी को गिरफ्तार किया था, जो घटना के दिन पुलिस चौकी के सामने मौजूद था। यूपी एसटीएफ के एसएसपी का कहना है कि आरोपी जवान जीतू ने बुलंदशहर हिंसा के दौरान उपद्रवियों की भीड़ में शामिल होने की बात कबूल की थी।