नई दिल्ली. अयोध्या में राम मंदिर को लेकर आरएसएस और विश्व हिंदू परिषद द्वारा बुलाई गई धर्मसभा को लेकर भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर आजाद ने दिल्ली के कंस्टीट्यूशन क्लब में प्रेस कांफ्रेंस की. इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान उन्होंने बड़ा ऐलान किया. चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि कल मैं संविधान की प्रति लेकर खुद अयोध्या जाऊंगा. उन्होंने कहा कि देश को सांप्रदायिकता की आग में धकेलने के प्रयास किए जा रहे हैं जिन्हें मैं कामयाब नहीं होने दूंगा.

चंद्रशेखर ने कहा कि अयोध्या में संविधान पर हमले की साजिश चल रही है जो कि देश के लिए बहुत खतरनाक है. भीम आर्मी किसी भी प्रकार के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि हम संविधान को मानने वाले लोग हैं. उन्होंने आगे कहा कि जहां राम मंदिर की बात कही जा रही है वह साकेत है और बुद्ध के अवशेष मिले हैं. हम चाहते हैं कि वहां बुद्ध की प्रतिमा स्थापित हो.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जब जब इन सांप्रदायिक लोगों की सत्ता आती है तभी वे अयोध्या चले आते हैं. 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद शहीद हुई थी. संघ ने बड़ी साजिश के तहत बाबरी विध्वंस को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर दलितों के लिए बहुत दुख का दिन है क्योंकि बाबा साहब का परिनिर्वाण हुआ था. 26 नवंबर को बाबा साहब ने संविधान पूर्ण किया था ऐसे में संघ ने बाबा साहब को भुलाने के लिए इस दिन का चयन किया. उन्होंने कहा कि अगर मोदी योगी से देश औऱ राज्य नहीं संभल रहा है तो कुर्सियां खाली करें.
चंद्रशेखर रावण ने कहा कि जब बहनजी के राज में बाबरी मस्जिद पर फैसला आया था तो एक पत्ता भी नहीं हिला था. बीएसपी चीफ मायावती द्वारा टिप्पणी किए जाने पर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से बसपा के साथ था औऱ रहूंगा. उन्होंने बताया कि मैंने बहनजी से दिन फोन पर साफ कर चुका हूं कि मैं एक सामाजिक संगठन चला रहा हूं जिसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं मान्यवर कांशीराम साहब के रास्ते पर चलता हूं और चलता रहूंगा. किसी भी पार्टी के साथ जाने का कोई मतलब ही नहीं है.

चंद्रशेखर ने कहा कि अयोध्या में संविधान पर हमले की साजिश चल रही है जो कि देश के लिए बहुत खतरनाक है. भीम आर्मी किसी भी प्रकार के हमले को बर्दाश्त नहीं करेगी. उन्होंने कहा कि हम संविधान को मानने वाले लोग हैं. उन्होंने आगे कहा कि जहां राम मंदिर की बात कही जा रही है वह साकेत है और बुद्ध के अवशेष मिले हैं. हम चाहते हैं कि वहां बुद्ध की प्रतिमा स्थापित हो.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि जब जब इन सांप्रदायिक लोगों की सत्ता आती है तभी वे अयोध्या चले आते हैं. 6 दिसंबर 1992 को बाबरी मस्जिद शहीद हुई थी. संघ ने बड़ी साजिश के तहत बाबरी विध्वंस को अंजाम दिया गया. उन्होंने कहा कि 6 दिसंबर दलितों के लिए बहुत दुख का दिन है क्योंकि बाबा साहब का परिनिर्वाण हुआ था. 26 नवंबर को बाबा साहब ने संविधान पूर्ण किया था ऐसे में संघ ने बाबा साहब को भुलाने के लिए इस दिन का चयन किया. उन्होंने कहा कि अगर मोदी योगी से देश औऱ राज्य नहीं संभल रहा है तो कुर्सियां खाली करें.
चंद्रशेखर रावण ने कहा कि जब बहनजी के राज में बाबरी मस्जिद पर फैसला आया था तो एक पत्ता भी नहीं हिला था. बीएसपी चीफ मायावती द्वारा टिप्पणी किए जाने पर उन्होंने कहा कि मैं हमेशा से बसपा के साथ था औऱ रहूंगा. उन्होंने बताया कि मैंने बहनजी से दिन फोन पर साफ कर चुका हूं कि मैं एक सामाजिक संगठन चला रहा हूं जिसका राजनीति से कोई संबंध नहीं है. उन्होंने कहा कि मैं मान्यवर कांशीराम साहब के रास्ते पर चलता हूं और चलता रहूंगा. किसी भी पार्टी के साथ जाने का कोई मतलब ही नहीं है.