असम: सांप्रदायिक तनाव के बाद मुस्लिम बहुल धुबरी में सीएम का दूसरा दौरा, स्थायी सैन्य अड्डा स्थापित करने पर विचार

Written by sabrang india | Published on: June 26, 2025
असम के धुबरी में हालिया सांप्रदायिक तनाव के बाद मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने मंगलवार को जिले का दूसरा दौरा किया। उन्होंने बताया कि अब तक 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है और साथ ही इस संवेदनशील इलाके में सुरक्षा बढ़ाने के लिए भारतीय सेना का एक स्थायी बेस स्थापित करने के विकल्प पर विचार किया जा रहा है।


फोटो साभार : ईटी 

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने असम के धुबरी जिले की अपनी दूसरी यात्रा के दौरान कहा कि सरकार भारत-बांग्लादेश सीमा से सटे इस जिले में एक स्थायी सैन्य अड्डा स्थापित करने की संभावना पर विचार कर रही है।

गौरतलब है कि 7 से 9 जून के बीच धुबरी शहर स्थित हनुमान मंदिर के पास कथित रूप से मवेशियों के सिर पाए जाने की घटना के बाद इलाके में सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया था। इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए असम सरकार ने जिले में व्यापक कार्रवाई शुरू की। मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने हालात की गंभीरता को देखते हुए 'देखते ही गोली मारने' (शूट एट साइट) के आदेश जारी किए थे।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, मंगलवार को धुबरी के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने आरोप लगाया कि शहर में अशांति फैलाने के पीछे 'बाहरी तत्वों' और एक सांप्रदायिक समूह की भूमिका है।

मंगलवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में मुख्यमंत्री ने लिखा, "150 असामाजिक तत्वों को हिरासत में लिया गया है और हमारी जीरो टॉलरेंस नीति लगातार जारी है। हम सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ अपनी सतर्कता में कोई ढील नहीं दे रहे हैं। साथ ही, इस संवेदनशील जिले में सुरक्षा तंत्र को मजबूत करने के लिए हम भारतीय सेना का एक स्थायी अड्डा स्थापित करने के विकल्प पर भी विचार कर रहे हैं।"

धुबरी में सांप्रदायिक तनाव के बाद उठाए गए कड़े कदमों के तहत मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने 13 जून को जिले के दौरे के दौरान रात में 'देखते ही गोली मारने' के आदेश जारी किए थे। इसके साथ ही, असम पुलिस ने मंदिर परिसर की घटना और उसके बाद हुई झड़पों में शामिल लोगों के अलावा अन्य संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए व्यापक अभियान चलाया।

मुख्यमंत्री शर्मा के 13 जून को धुबरी दौरे के बाद उसी रात 38 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के अनुसार, इन सभी के खिलाफ अन्य मामलों में गैर-जमानती वारंट जारी थे। इससे पहले, 8 और 9 जून को हुए सांप्रदायिक तनाव की घटनाओं के संबंध में कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका था।

मंगलवार को धुबरी के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने घोषणा की कि तनाव की शुरुआत के बाद से अब तक कुल 150 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मुख्यमंत्री के पिछले दौरे के बाद जिले में पुलिस प्रशासन में बड़े स्तर पर फेरबदल किया गया था, जिसके तहत धुबरी की नई एसएसपी लीना डोले की नियुक्ति की गई। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किए गए इन 150 लोगों में कई तरह के ‘उपद्रवी’ शामिल हैं।

उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, "इस महीने की शुरुआत में हुई घटनाओं के सिलसिले में कुल नौ एफआईआर दर्ज की गई हैं। गिरफ्तार किए गए 150 लोगों में से एक वर्ग को इन एफआईआर के तहत गिरफ्तार किया गया है। कुछ आरोपी ड्रग्स और मवेशी चोरी जैसे मामलों में संलिप्त उपद्रवी हैं, जबकि अन्य ऐसे लोग हैं जिनके खिलाफ अदालतों द्वारा वारंट जारी किए गए थे।"

मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा शर्मा ने मंगलवार को जानकारी दी कि मंदिर परिसर में संदिग्ध मवेशियों के अवशेष छोड़ने की घटना के पीछे मिंटू अली नामक व्यक्ति को 'मास्टरमाइंड' के रूप में पहचान की गई है। उन्होंने कहा, "उसकी पहचान हो चुकी है, लेकिन फिलहाल वह फरार है। हमें उसका मोबाइल फोन मिल गया है और हमें उम्मीद है कि वह जल्द ही आत्मसमर्पण कर देगा।"

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