छत्तीसगढ़ में एक बार फिर से बाल सुधार गृहों की बदइंतजामी सामने आई है। रविवार की रात दुर्ग जिले के पुलगांव के बाल सुधार गृह से 13 बच्चे भाग निकले।
नईदुनिया की रिपोर्ट के मुताबिक है कि ये बच्चे तख्त के ऊपर तखत रखकर रोशनदान की जाली उखाड़कर उससे भाग निकले।

(स्त्रोत: नईदुनिया)
यह बाल सुधार गृह हमेशा से ही अपनी बदइंतजामी के लिए चर्चित रहा है, और कमाल की बात तो यह रही की घटना के 24 घंटे पहले ही हाईकोर्ट ने जज ने बाल सुधार गृह जाकर बच्चों को समझाया था। घटना के बाद महिला और बाल विकास विभाग की अधिकारी गुरप्रीत कौर ने भी सुधार गृह जाकर घटना की जानकारी ली।
पूरे घटनाक्रम से बाल सुधार गृह की सुरक्षा-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। घटना की जानकारी मिलेते ही पुलिस क अधिकारी बाल सुधार गृह पहुंचे और बच्चों की तलाश शुरू कर दी। बाद में पुलिस ने रात के अंधेरे में पुलगांव नाला पार कर रहे तीन बच्चों को पकड़ लिया, लेकिन एक बच्चा नाले में बह गया जिसकी तलाश गोताखोरों की मदद से की जा रही है।
इसी बाल सुधार गृह में एक बच्चे की हत्या भी हो चुकी है जिसके बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी जांच करने पहुंची थी। ऐसी ही एक और चिंताजनक वारदात जुलाई 2016 में भी इसी बाल सुधार गृह में हुई थी जब कुछ बच्चों ने नशे में उत्पात मचा दिया था।
इसी बाल सुधार गृह के बच्चे ने किशोर न्यायालय में अपनी सुनवाई के दौरान सिपाही और दो कर्मचारियों पर चाकू से ही हमला कर दिया था। बाद में कुछ बच्चे रसोई गैस का सिलेंडर लेकर बाल सुधार गृह की छत पर चढ़कर विस्फोट करने की धमकी देने लगे थे। बाद में मुश्किल से उन्हें कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारियों ने समझाया था।
नईदुनिया की रिपोर्ट के मुताबिक है कि ये बच्चे तख्त के ऊपर तखत रखकर रोशनदान की जाली उखाड़कर उससे भाग निकले।

(स्त्रोत: नईदुनिया)
यह बाल सुधार गृह हमेशा से ही अपनी बदइंतजामी के लिए चर्चित रहा है, और कमाल की बात तो यह रही की घटना के 24 घंटे पहले ही हाईकोर्ट ने जज ने बाल सुधार गृह जाकर बच्चों को समझाया था। घटना के बाद महिला और बाल विकास विभाग की अधिकारी गुरप्रीत कौर ने भी सुधार गृह जाकर घटना की जानकारी ली।
पूरे घटनाक्रम से बाल सुधार गृह की सुरक्षा-व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ खड़े हुए हैं। घटना की जानकारी मिलेते ही पुलिस क अधिकारी बाल सुधार गृह पहुंचे और बच्चों की तलाश शुरू कर दी। बाद में पुलिस ने रात के अंधेरे में पुलगांव नाला पार कर रहे तीन बच्चों को पकड़ लिया, लेकिन एक बच्चा नाले में बह गया जिसकी तलाश गोताखोरों की मदद से की जा रही है।
इसी बाल सुधार गृह में एक बच्चे की हत्या भी हो चुकी है जिसके बाद राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम भी जांच करने पहुंची थी। ऐसी ही एक और चिंताजनक वारदात जुलाई 2016 में भी इसी बाल सुधार गृह में हुई थी जब कुछ बच्चों ने नशे में उत्पात मचा दिया था।
इसी बाल सुधार गृह के बच्चे ने किशोर न्यायालय में अपनी सुनवाई के दौरान सिपाही और दो कर्मचारियों पर चाकू से ही हमला कर दिया था। बाद में कुछ बच्चे रसोई गैस का सिलेंडर लेकर बाल सुधार गृह की छत पर चढ़कर विस्फोट करने की धमकी देने लगे थे। बाद में मुश्किल से उन्हें कलेक्टर, एसपी और अन्य अधिकारियों ने समझाया था।