लड़कियों ने पुलिस को बताया कि ड्राइवर ने बस नहीं रोकी और जब उन्होंने बस रोकने के लिए कहा तो कंडक्टर ने बस का पिछला गेट बंद कर दिया।
फोटो साभार : जीएनटी
सोमवार सुबह स्कूल जाने के लिए बस में सवार दो छात्रा ने छेड़छाड़ से बचने के लिए चलती बस से छलांग लगा दी। पुलिस ने मीडिया को ये जानकारी दी।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस टीम ने बस को जब्त कर लिया है और बस कंडक्टर सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
घटना में कक्षा 9 की दो छात्राओं के सिर में चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है।
दमोह के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एडिशनल एसपी) संदीप मिश्रा ने बताया कि दोनों छात्राएं परीक्षा देने के लिए स्कूल जा रही थीं और सुबह करीब साढ़े आठ बजे एक बस में सवार हुईं। यह वह बस नहीं थी जिससे लड़कियां आमतौर पर जाती थीं और यह बस एक मेले में जा रही थी।
बस में ड्राइवर और कंडक्टर के अलावा केवल दो यात्री थे।
मिश्रा ने बताया कि जब लड़कियां बैठ गईं तो यात्रियों ने उन पर भद्दी टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं और अश्लील इशारे करने लगे। उन्होंने बताया, "लड़कियों ने कंडक्टर से बस रोकने को कहा लेकिन उसने बस का पिछला दरवाजा बंद कर दिया।"
परेशानी को भांपते हुए लड़कियां आगे के दरवाजे की ओर भागीं और पुल के पास बस से कूद गईं।
दमोह जिला अस्पताल की डॉ. आइशी श्रीवास्तव ने बताया कि लड़कियों के सिर में चोट लगने की वजह से उन्हें चोटें आई हैं। डॉक्टर ने बताया कि अब उनकी हालत स्थिर है।
पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही चेकपोस्ट बना दिए गए हैं। बस को पुल से कुछ किलोमीटर दूर पाया गया जहां से लड़कियां कूदी थीं, लेकिन आरोपी मौके से भाग गए।
शाम तक जिला पुलिस चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस उपाधीक्षक भावना डांगी ने ये जानकारी दी।
आरोपियों के खिलाफ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण अधिनियम और महिलाओं की शील भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बता दें कि बीते साल दिसंबर में मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में छेड़छाड़ की शिकायत वापस लेने से इनकार करने पर 12 वर्षीय लड़की से कथित तौर पर रेप करने का मामला सामने आया था।
अधिकारी ने मीडिया को बताया था कि लड़की द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ के मामले में आरोपी को कुछ दिन पहले जमानत पर रिहा किया गया था। वह लड़की के परिवार पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा था।
उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर को आरोपी लड़की के घर पहुंचा और शिकायत वापस लेने से इनकार करने पर उसके साथ बलात्कार किया। अधिकारी ने कहा कि जब बच्ची के माता-पिता ने उसे अस्वस्थ पाया और उससे पूछताछ की, तो उसने उन्हें मामले के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।
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फोटो साभार : जीएनटी
सोमवार सुबह स्कूल जाने के लिए बस में सवार दो छात्रा ने छेड़छाड़ से बचने के लिए चलती बस से छलांग लगा दी। पुलिस ने मीडिया को ये जानकारी दी।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, पुलिस टीम ने बस को जब्त कर लिया है और बस कंडक्टर सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है।
घटना में कक्षा 9 की दो छात्राओं के सिर में चोटें आईं और उन्हें इलाज के लिए दमोह जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है।
दमोह के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एडिशनल एसपी) संदीप मिश्रा ने बताया कि दोनों छात्राएं परीक्षा देने के लिए स्कूल जा रही थीं और सुबह करीब साढ़े आठ बजे एक बस में सवार हुईं। यह वह बस नहीं थी जिससे लड़कियां आमतौर पर जाती थीं और यह बस एक मेले में जा रही थी।
बस में ड्राइवर और कंडक्टर के अलावा केवल दो यात्री थे।
मिश्रा ने बताया कि जब लड़कियां बैठ गईं तो यात्रियों ने उन पर भद्दी टिप्पणियां करनी शुरू कर दीं और अश्लील इशारे करने लगे। उन्होंने बताया, "लड़कियों ने कंडक्टर से बस रोकने को कहा लेकिन उसने बस का पिछला दरवाजा बंद कर दिया।"
परेशानी को भांपते हुए लड़कियां आगे के दरवाजे की ओर भागीं और पुल के पास बस से कूद गईं।
दमोह जिला अस्पताल की डॉ. आइशी श्रीवास्तव ने बताया कि लड़कियों के सिर में चोट लगने की वजह से उन्हें चोटें आई हैं। डॉक्टर ने बताया कि अब उनकी हालत स्थिर है।
पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही चेकपोस्ट बना दिए गए हैं। बस को पुल से कुछ किलोमीटर दूर पाया गया जहां से लड़कियां कूदी थीं, लेकिन आरोपी मौके से भाग गए।
शाम तक जिला पुलिस चार संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ कर रही है। पुलिस उपाधीक्षक भावना डांगी ने ये जानकारी दी।
आरोपियों के खिलाफ यौन अपराध से बच्चों का संरक्षण अधिनियम और महिलाओं की शील भंग करने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
बता दें कि बीते साल दिसंबर में मध्य प्रदेश के जबलपुर जिले में छेड़छाड़ की शिकायत वापस लेने से इनकार करने पर 12 वर्षीय लड़की से कथित तौर पर रेप करने का मामला सामने आया था।
अधिकारी ने मीडिया को बताया था कि लड़की द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर उसके खिलाफ दर्ज छेड़छाड़ के मामले में आरोपी को कुछ दिन पहले जमानत पर रिहा किया गया था। वह लड़की के परिवार पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा था।
उन्होंने कहा कि 5 दिसंबर को आरोपी लड़की के घर पहुंचा और शिकायत वापस लेने से इनकार करने पर उसके साथ बलात्कार किया। अधिकारी ने कहा कि जब बच्ची के माता-पिता ने उसे अस्वस्थ पाया और उससे पूछताछ की, तो उसने उन्हें मामले के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आरोपी पर भारतीय न्याय संहिता और यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (POCSO) अधिनियम के संबंधित प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया।
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