कर्नाटक : बाबा साहब की तस्वीर से की गई बदसलूकी, असामाजिक तत्वों ने जूता लटकाया

Written by sabrang india | Published on: December 14, 2024
खंभे पर लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर से शुक्रवार की सुबह अज्ञात लोगों ने बदसलूकी की। बाबा साहब की तस्वीर पर जूता लटका दिया गया। गांव के बाहर एक खंभे पर तस्वीर को चिपकाया गया था।



कर्नाटक के बीदर तालुका के विलासपुरा गांव में एक खंभे पर लगी डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर से शुक्रवार की सुबह अज्ञात लोगों ने बदसलूकी की। बाबा साहब की तस्वीर पर जूता लटका दिया गया। गांव के बाहर एक खंभे पर तस्वीर को चिपकाया गया था।

हेट डिटेक्टर की रिपोर्ट के अनुसार, तनाव बढ़ने पर डिप्टी एसपी प्रदीप गुंती ने गांव का दौरा किया और तस्वीर पर से जूतों की माला हटाकर फूलों की माला पहनाई। अधिकारी ने गांव वालों से भी बात की और स्थिति को शांत किया।

दलित संगठनों ने तस्वीर को विकृत करने की घटना पर अपना गुस्सा जाहिर किया है और पुलिस से उपद्रवियों को गिरफ्तार करने की मांग की है। जनवाड़ा पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच कर रही है।

ज्ञात हो कि बाबा साहब की तस्वीर या उनकी मुर्ति से बदसलूकी का यह कोई पहला मामला नहीं है। एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल सितंबर महीने में राजस्थान में डीग जिले के कामा कस्बे में नकाबपोश लोगों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह घटना देर रात की बताई गई। इसमें दो लोग शामिल बताए गए जिसमें एक व्यक्ति इलाके के पार्क के बाहर खड़ा था और दूसरे व्यक्ति ने अंबेडकर पार्क में घुसकर बाबा साहब की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया और मौके से फरार हो गया। यह पूरा घटनाक्रम को अंबेडकर पार्क में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। इस मामले से गुस्साए जाटव समाज के लोगों ने कोशी चौराहे पर एकत्रित होकर विरोध प्रदर्शन किया।

इस घटना से ठीक पहले 22 अगस्त को भी एक युवक ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को खंडित कर दिया था, जिसे देखते हुए जाटव समाज के लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी के लिए आवाज उठाई थी।

फरवरी महीने में कानपुर में बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का मामला सामने आया। यहां के चकरपुर केएस इंटर कॉलेज के पास लगी बाबा साहब की प्रतिमा को अराजक तत्वों ने तोड़ दिया। इसकी खबर मिलते ही भीम आर्मी के कार्यकर्ता पहुंच गए। उन्होंने मूर्ति तोड़ने के विरोध में प्रदर्शन किया।

न्यूज18 की रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर के सचेंडी थाना इलाके में एक कॉलेज के पास संविधान निर्माता भीमराव अंबेडकर की मूर्ति लगी हुई थी। उसे अराजक तत्वों ने तोड़ डाला। जब इसकी सूचना भीम आर्मी को हुई, तो उसके कार्यकर्ताओं ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।

पंजाब केसरी की रिपोर्ट के अनुसार, इसी साल मार्च महीने में फरीदाबाद जिले के गांव गौंच्छी में असामाजिक तत्वों ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को बुरी तरह से छतिग्रस्त कर दिया। सुबह जब ग्रामीणों ने उठकर छतिग्रस्त मूर्ति को देखा तो उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। धीरे-धीरे यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई। जिसके बाद भारी संख्या में ग्रामीण एकत्रित हो गए और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का भारी रोष जताया। वहीं ग्रामीणों के बढ़ते रोष को देख मौके पर पहुंचे पुलिस के आला अधिकारियों ने ग्रामीणों को जल्द ही उसी स्थान पर प्रशासन की तरफ से नई मूर्ति लगाने का आश्वासन देकर शांत कराया। 

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