जिस हॉल में डांडिया समारोह आयोजित किया जा रहा था, उसके मालिक ने एंकर का माइक बंद कर दिया और बिजली काट दी। एंकर मंच पर पहुंची ही थी और बोलना शुरू किया ही था कि माइक बंद कर दिया गया और बिजली काट दी गई।
साभार : जनसत्ता
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक महिला मुस्लिम एंकर को डांडिया समारोह छोड़ने पर मजबूर किया गया। यह मामला कानपुर में एक मुस्लिम युवक की भगवा संगठन के सदस्यों द्वारा पिटाई के कुछ दिनों बाद सामने आया है। युवक कथित तौर पर 'गरबा, डांडिया' कार्यक्रम में जाने की कोशिश कर रहा था, तब उसकी पिटाई की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जिस हॉल में डांडिया समारोह आयोजित किया जा रहा था, उसके मालिक ने एंकर का माइक बंद कर दिया और बिजली काट दी। एंकर मंच पर पहुंची ही थी और बोलना शुरू किया ही था कि माइक बंद कर दिया गया और बिजली काट दी गई।
कार्यक्रम के आयोजक मयंक अनुरागी ने कहा कि कार्यक्रम स्थल के मालिक ने उनसे साफ तौर पर कहा कि जब तक मुस्लिम एंकर कार्यक्रम स्थल से नहीं चले जाते, तब तक वह साउंड सिस्टम और बिजली चालू नहीं करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, महिला मुस्लिम एंकर के कार्यक्रम स्थल से जाने के बाद ही डांडिया समारोह शुरू हुआ।
अनुरागी ने कहा, "हमने पहले ही उस व्यक्ति का नाम घोषित कर दिया था जो इस कार्यक्रम की मेज़बानी करने जा रहा था... हमने शहर के विभिन्न हिस्सों में पोस्टर और बैनर भी चिपकाए थे।"
एंकर ने यह भी कहा कि कलाकार किसी जाति या धर्म से संबंधित नहीं होते। "कलाकार सभी जाति से होते हैं... मैंने पहले भी ऐसे कई कार्यक्रमों की मेज़बानी की है... मैं भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना चाहती हूं।"
इससे पहले भी भगवा संगठनों के कार्यकर्ताओं ने झांसी में एक डांडिया कार्यक्रम में घुसकर हंगामा किया था, जब आयोजकों ने आधार कार्ड की जांच करने पर आपत्ति जताई थी। कुछ दिन पहले ही कानपुर में एक डांडिया कार्यक्रम में घुसने की कोशिश करने वाले एक मुस्लिम युवक की विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्यों ने कथित तौर पर पिटाई कर दी थी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ लोगों द्वारा युवक से उसका धर्म पूछने के बाद उसकी पिटाई करने का वीडियो वायरल हुआ था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिनों पहले ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत भगवा संगठनों ने कानपुर में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी और मांग की थी कि गैर-हिंदुओं को नवरात्रि के अवसर पर 'गरबा' और 'डांडिया' कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
इससे पहले भी देश के विभिन्न हिस्सों से मुस्लिम युवकों की पिटाई की ऐसी ही घटनाएं सामने आई थीं। कुछ मामलों में कार्यक्रम रद्द करने पड़े थे।
साभार : जनसत्ता
उत्तर प्रदेश के झांसी जिले में एक महिला मुस्लिम एंकर को डांडिया समारोह छोड़ने पर मजबूर किया गया। यह मामला कानपुर में एक मुस्लिम युवक की भगवा संगठन के सदस्यों द्वारा पिटाई के कुछ दिनों बाद सामने आया है। युवक कथित तौर पर 'गरबा, डांडिया' कार्यक्रम में जाने की कोशिश कर रहा था, तब उसकी पिटाई की गई थी।
रिपोर्ट के अनुसार, जिस हॉल में डांडिया समारोह आयोजित किया जा रहा था, उसके मालिक ने एंकर का माइक बंद कर दिया और बिजली काट दी। एंकर मंच पर पहुंची ही थी और बोलना शुरू किया ही था कि माइक बंद कर दिया गया और बिजली काट दी गई।
कार्यक्रम के आयोजक मयंक अनुरागी ने कहा कि कार्यक्रम स्थल के मालिक ने उनसे साफ तौर पर कहा कि जब तक मुस्लिम एंकर कार्यक्रम स्थल से नहीं चले जाते, तब तक वह साउंड सिस्टम और बिजली चालू नहीं करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, महिला मुस्लिम एंकर के कार्यक्रम स्थल से जाने के बाद ही डांडिया समारोह शुरू हुआ।
अनुरागी ने कहा, "हमने पहले ही उस व्यक्ति का नाम घोषित कर दिया था जो इस कार्यक्रम की मेज़बानी करने जा रहा था... हमने शहर के विभिन्न हिस्सों में पोस्टर और बैनर भी चिपकाए थे।"
एंकर ने यह भी कहा कि कलाकार किसी जाति या धर्म से संबंधित नहीं होते। "कलाकार सभी जाति से होते हैं... मैंने पहले भी ऐसे कई कार्यक्रमों की मेज़बानी की है... मैं भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देना चाहती हूं।"
इससे पहले भी भगवा संगठनों के कार्यकर्ताओं ने झांसी में एक डांडिया कार्यक्रम में घुसकर हंगामा किया था, जब आयोजकों ने आधार कार्ड की जांच करने पर आपत्ति जताई थी। कुछ दिन पहले ही कानपुर में एक डांडिया कार्यक्रम में घुसने की कोशिश करने वाले एक मुस्लिम युवक की विश्व हिंदू परिषद (VHP) के सदस्यों ने कथित तौर पर पिटाई कर दी थी।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कुछ लोगों द्वारा युवक से उसका धर्म पूछने के बाद उसकी पिटाई करने का वीडियो वायरल हुआ था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिनों पहले ही विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल समेत भगवा संगठनों ने कानपुर में पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की थी और मांग की थी कि गैर-हिंदुओं को नवरात्रि के अवसर पर 'गरबा' और 'डांडिया' कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
इससे पहले भी देश के विभिन्न हिस्सों से मुस्लिम युवकों की पिटाई की ऐसी ही घटनाएं सामने आई थीं। कुछ मामलों में कार्यक्रम रद्द करने पड़े थे।