नई दिल्ली। साल 2021 में मिस यूनिवर्स रही हरनाज संधू ने हिजाब को लेकर खुलकर अपनी राय रखी है। संधू ने हिजाब को लेकर मुस्लिम लड़कियों को निशाना न बनाने की अपील की है। संधू ने कहा कि वे जैसे चाहती हैं उन्हें जीने दें।
दरअसल 17 मार्च को मिस यूनिवर्स 2021 की घर वापसी के सम ्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान मीडिया कर्मियों द्वारा उनसे हिजाब पर राय ली गई। इससे पहले की संधू सवाल का जवाब देंती आयोजक ने हस्तक्षेप करते हुए पत्रकार को कोई भी राजनीतिसवाल पूछने से परहेज करने के िलए कहा। आयोजक ने संधू की यात्रा, सफलता और प्रेरणस्त्रोत बनने के बारे में सवाल पूछने का सुझाव दिया।
पत्रकार ने कहा, हरजना को यही बात कहने दीजिए। इसके बाद संधू ने समाज में लड़कियों को निशाना बनाए जाने पर नारागजी प्रकट की। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से बताइए आप हमेशा लड़कियों को ही क्यों निशाना बनाते हैं? अब भी आप मुझे निशाना बना रहे हैं। जैसे हिजाब के मुद्दे पर लड़कियों को निशाना बनाया ा रहा है। उन्हें उनकी मर्जी से जीने दीजिए, उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचने दीजिए, उन्हें उड़ने दीजिए। उनके पंख मत काटिए। काटने ही हैं तो अपने पंख काटिए।
इसके बाद संधू ने पत्रकार से उनकी यात्रा, उनके सामने आने वाली बाधाओं और इस साल की शुरुआत में हुई सौंदर्य प्रतियोगिता में सफलता हासिल करने के बारे में सवाल पूछने के लिए कहा।
मालूम हो कि कर्नाटक उच्च न्यायालय की तीन न्यायाधीशों की पीठ ने हाल में उन याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जिनमें शैक्षणिक संस्थानों की कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति मांगी गई थी।
अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि हिजाब इस्लाम में आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है और शैक्षणिक संस्थानों में निर्धारित पोशाक नियम का पालन किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि हिजाब का विवाद कर्नाटक के उडुपी जिले के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में सबसे पहले तब शुरू हुआ था, जब छह लड़कियां पिछले साल दिसंबर में हिजाब पहनकर कक्षा में आईं और उन्हें कॉलेज में प्रवेश से रोक दिया गया।
उनके हिजाब पहनने के जवाब में कॉलेज में हिंदू विद्यार्थी भगवा गमछा पहनकर आने लगे। धीरे-धीरे यह विवाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गया, जिससे कई स्थानों पर शिक्षण संस्थानों में तनाव का माहौल पैदा हो गया था।
इस विवाद के बीच इन छह में से एक छात्रा ने कर्नाटक हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करके कक्षा के भीतर हिजाब पहनने का अधिकार दिए जाने का अनुरोध किया था।
दरअसल 17 मार्च को मिस यूनिवर्स 2021 की घर वापसी के सम ्मान में कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस दौरान मीडिया कर्मियों द्वारा उनसे हिजाब पर राय ली गई। इससे पहले की संधू सवाल का जवाब देंती आयोजक ने हस्तक्षेप करते हुए पत्रकार को कोई भी राजनीतिसवाल पूछने से परहेज करने के िलए कहा। आयोजक ने संधू की यात्रा, सफलता और प्रेरणस्त्रोत बनने के बारे में सवाल पूछने का सुझाव दिया।
पत्रकार ने कहा, हरजना को यही बात कहने दीजिए। इसके बाद संधू ने समाज में लड़कियों को निशाना बनाए जाने पर नारागजी प्रकट की। उन्होंने कहा कि ईमानदारी से बताइए आप हमेशा लड़कियों को ही क्यों निशाना बनाते हैं? अब भी आप मुझे निशाना बना रहे हैं। जैसे हिजाब के मुद्दे पर लड़कियों को निशाना बनाया ा रहा है। उन्हें उनकी मर्जी से जीने दीजिए, उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचने दीजिए, उन्हें उड़ने दीजिए। उनके पंख मत काटिए। काटने ही हैं तो अपने पंख काटिए।
इसके बाद संधू ने पत्रकार से उनकी यात्रा, उनके सामने आने वाली बाधाओं और इस साल की शुरुआत में हुई सौंदर्य प्रतियोगिता में सफलता हासिल करने के बारे में सवाल पूछने के लिए कहा।
मालूम हो कि कर्नाटक उच्च न्यायालय की तीन न्यायाधीशों की पीठ ने हाल में उन याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जिनमें शैक्षणिक संस्थानों की कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति मांगी गई थी।
अदालत ने अपने फैसले में कहा था कि हिजाब इस्लाम में आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है और शैक्षणिक संस्थानों में निर्धारित पोशाक नियम का पालन किया जाना चाहिए।
गौरतलब है कि हिजाब का विवाद कर्नाटक के उडुपी जिले के एक सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में सबसे पहले तब शुरू हुआ था, जब छह लड़कियां पिछले साल दिसंबर में हिजाब पहनकर कक्षा में आईं और उन्हें कॉलेज में प्रवेश से रोक दिया गया।
उनके हिजाब पहनने के जवाब में कॉलेज में हिंदू विद्यार्थी भगवा गमछा पहनकर आने लगे। धीरे-धीरे यह विवाद राज्य के अन्य हिस्सों में भी फैल गया, जिससे कई स्थानों पर शिक्षण संस्थानों में तनाव का माहौल पैदा हो गया था।
इस विवाद के बीच इन छह में से एक छात्रा ने कर्नाटक हाईकोर्ट में रिट याचिका दायर करके कक्षा के भीतर हिजाब पहनने का अधिकार दिए जाने का अनुरोध किया था।