महोबा। बुंदेलखंड के महोबा जिले में अनुसूचित जाति के युवक अलखराम को 18 जून को होने वाली अपनी शादी में घोड़ी चढ़ने पर अंजाम भुगतने की धमकी मिलने का मामला अभी शांत नहीं हुआ कि इसी तरह की एक और घटना सामने आई है। अनुसूचित जाति की महिला ग्राम प्रधान को दबंगो ने कुर्सी से हाथ खींचकर जमीन पर बैठा दिया। उन्होंने कहा कि तुम दलित हो हमारे सामने कुर्सी पर नहीं बैठ सकती।
मुख्य आरोपी रामू राजपूत
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के नथूपुरा गांव का है। यहां की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सविता देवी का आरोप है कि वह जून को गांव में जिले के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में जुड़ी थीं। इसी दौरान रामू राजपूत समेत 10 से अधिक लोग पंचायत भवन पहुंचे और उनके साथ अभद्रता करते हुए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। दबंगों ने सविता देवी का हाथ पकड़कर कुर्सी से नीचे उतार दिया।
दबंगों ने दलित महिला ग्राम प्रधान को हाथ पकड़ कुर्सी से उतारा
सविता देवी को आरोप है कि दबंगों ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि तुम दलित हो, हमारे सामने कुर्सी पर नहीं बैठ सकती। साथ उन्होंने अपने मन मुताबिक ग्राम प्रधानी चलाने की भी धमकी दी। इस दौरान प्रधानपति ने विरोध जताया तो रामू ने अपने साथियो के साथ हाथापाई की। सीओ राम प्रवेश राय ने बताया कि महिला ग्राम प्रधान की तहरीर पर शहर कोतवाली में 4 नामजद समेत 10 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्य आरोपी रामू राजपूत को गिरफ्तार भी कर जेल भेज दिया गया
रामू राजपूत, रूपेन्द्र राजपूत, अर्जुन राजपूत, रविन्द्र राजपूत समेत छह अज्ञात लोगों के खिलाफ एक राय होकर गाली गलौच, धमकी, छेड़खानी व एससीएसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्य आरोपी रामू राजपूत को गिरफ्तार भी कर जेल भेज दिया गया है। शेष आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं।
दबंगों ने अलखराम को दी घोड़ी चढ़ने पर अंजाम भुगतने की धमकी
इसी तरह बीते दिनों महोबा के ही माधोगंज गांव निवासी 22 वर्षीय दलित युवक अलखराम का मामला सामने आया था। उनकी 18 जून को शादी है। वह भी सबकी तरह अपनी शादी में घोड़ी पर चढ़ना चाहते हैं। लेकिन कुछ दबंगों ने उन्हें धमकी दी है कि यदि वह घोड़ी चढ़े तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। इसके बाद पुलिस ने अलखराम को सुरक्षा मुहैया कराने और घोड़ी पर बिठाकर बारात निकालने का भरोसा दिया।
मुख्य आरोपी रामू राजपूत
मामला सदर कोतवाली क्षेत्र के नथूपुरा गांव का है। यहां की नवनिर्वाचित ग्राम प्रधान सविता देवी का आरोप है कि वह जून को गांव में जिले के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में जुड़ी थीं। इसी दौरान रामू राजपूत समेत 10 से अधिक लोग पंचायत भवन पहुंचे और उनके साथ अभद्रता करते हुए जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया। दबंगों ने सविता देवी का हाथ पकड़कर कुर्सी से नीचे उतार दिया।
दबंगों ने दलित महिला ग्राम प्रधान को हाथ पकड़ कुर्सी से उतारा
सविता देवी को आरोप है कि दबंगों ने जाति सूचक शब्दों का प्रयोग करते हुए कहा कि तुम दलित हो, हमारे सामने कुर्सी पर नहीं बैठ सकती। साथ उन्होंने अपने मन मुताबिक ग्राम प्रधानी चलाने की भी धमकी दी। इस दौरान प्रधानपति ने विरोध जताया तो रामू ने अपने साथियो के साथ हाथापाई की। सीओ राम प्रवेश राय ने बताया कि महिला ग्राम प्रधान की तहरीर पर शहर कोतवाली में 4 नामजद समेत 10 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
मुख्य आरोपी रामू राजपूत को गिरफ्तार भी कर जेल भेज दिया गया
रामू राजपूत, रूपेन्द्र राजपूत, अर्जुन राजपूत, रविन्द्र राजपूत समेत छह अज्ञात लोगों के खिलाफ एक राय होकर गाली गलौच, धमकी, छेड़खानी व एससीएसटी एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। मुख्य आरोपी रामू राजपूत को गिरफ्तार भी कर जेल भेज दिया गया है। शेष आरोपियों की तलाश में पुलिस टीमें लगाई गई हैं।
दबंगों ने अलखराम को दी घोड़ी चढ़ने पर अंजाम भुगतने की धमकी
इसी तरह बीते दिनों महोबा के ही माधोगंज गांव निवासी 22 वर्षीय दलित युवक अलखराम का मामला सामने आया था। उनकी 18 जून को शादी है। वह भी सबकी तरह अपनी शादी में घोड़ी पर चढ़ना चाहते हैं। लेकिन कुछ दबंगों ने उन्हें धमकी दी है कि यदि वह घोड़ी चढ़े तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। इसके बाद पुलिस ने अलखराम को सुरक्षा मुहैया कराने और घोड़ी पर बिठाकर बारात निकालने का भरोसा दिया।