नई दिल्ली। फेसबुक का डेटा लीक मामला एक बार फिर से सुर्खियों में छा गया है। फेसबुक का इस्तेमाल करने वाले दुनियाभर के 100 देशों के करीब 53 करोड़ से ज्यादा लोगों का डेटा ऑनलाइन लीक हुआ है। शनिवार को 50 करोड़ से ज्यादा लोगों के फोन नंबर और निजी डाटा को हैकर्स ने सार्वजनिक कर दिया। फेसबुक ने इस डेटा लीक को 2019 के पहले का बताया है।
साइबर इंटेलिजेंस फर्म के चीफ टेक्निकल ऑफिसर Alon Gal ने कहा है कि 533,000,000 यूजर्स के डेटा लीक हो गए थे। उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना की है और फेसबुक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इसका मतबल ये हुआ कि अगर आपका फेसबुक में अकाउंट है तो आपका फोन नंबर लीक हो गया।
लीक हुए डाटा में फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग का फोन नंबर भी शामिल है। इसके साथ ही जानकारी के मुताबिक इसमें 60 लाख भारतीयों का डेटा भी शामिल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें 3.2 करोड़ अमेरिकी, 2 करोड़ फ्रांसीसी अकाउंट हैक हुए हैं। इस डेटा में फोन नम्बर, पूरा नाम, जन्मतिथि, रिलेशनशिप स्टेटस जैसी तमाम जानकारियां शामिल हैं।
हालांकि, फेसबुक ने इस मामले पर सफाई दी है और कहा है कि लीक हुए सारे डेटा 2019 से पहले के हैं। इसके साथ ही ये भी कहा है कि डाटा लीक होने के बाद सबकुछ ठीक कर दिया गया थ। हालांकि जानकारों के मुताबिक पुराने डाटा से भी हैकर्स यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बता दें कि फेसबुक से डेटा लीक का यह मामला कोई पहली बार नहीं है। इसके पहले भी डेटा लीक की खबरें आती रही हैं। साल 2016 में ब्रिटेन की कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर लाखों फेसबुक यूजर्स के डेटा चोरी करने का आरोप लगा था। कैंब्रिज एनालिटिका राजनीतिक रूप से सलाह देने का काम करती है।
साइबर इंटेलिजेंस फर्म के चीफ टेक्निकल ऑफिसर Alon Gal ने कहा है कि 533,000,000 यूजर्स के डेटा लीक हो गए थे। उन्होंने इसकी कड़ी आलोचना की है और फेसबुक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इसका मतबल ये हुआ कि अगर आपका फेसबुक में अकाउंट है तो आपका फोन नंबर लीक हो गया।
लीक हुए डाटा में फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग का फोन नंबर भी शामिल है। इसके साथ ही जानकारी के मुताबिक इसमें 60 लाख भारतीयों का डेटा भी शामिल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, इसमें 3.2 करोड़ अमेरिकी, 2 करोड़ फ्रांसीसी अकाउंट हैक हुए हैं। इस डेटा में फोन नम्बर, पूरा नाम, जन्मतिथि, रिलेशनशिप स्टेटस जैसी तमाम जानकारियां शामिल हैं।
हालांकि, फेसबुक ने इस मामले पर सफाई दी है और कहा है कि लीक हुए सारे डेटा 2019 से पहले के हैं। इसके साथ ही ये भी कहा है कि डाटा लीक होने के बाद सबकुछ ठीक कर दिया गया थ। हालांकि जानकारों के मुताबिक पुराने डाटा से भी हैकर्स यूजर्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
बता दें कि फेसबुक से डेटा लीक का यह मामला कोई पहली बार नहीं है। इसके पहले भी डेटा लीक की खबरें आती रही हैं। साल 2016 में ब्रिटेन की कंपनी कैंब्रिज एनालिटिका पर लाखों फेसबुक यूजर्स के डेटा चोरी करने का आरोप लगा था। कैंब्रिज एनालिटिका राजनीतिक रूप से सलाह देने का काम करती है।