उत्तर प्रदेश में तीन दलितों को आधे बाल काटकर, मुंह पर कालिख पोत, गले में जूते की माला पहनाकर गांव में घुमाने का मामला सामने आया है। इस मामले का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसको लेकर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार पर जमकर निशाना साधा है।
चंद्रशेखर ने ट्वीट किया है, ''योगी का रामराज्य दलितों के लिए कब्रगाह है। यूपी के लखनऊ, पीजीआई थाना क्षेत्र में ब्राह्मणवादियों ने ऊना कांड को दोहराया है।
21वीं सदी में भी मनुस्मृति का दंभ पाले ये लोग सत्ता के नशे में मदमस्त हैं। घटना स्थल पर भीम आर्मी की टीम पहुंची है। याद रहे.. एक दिन यह सरकार भी बदलेगी।''
भीम आर्मी चीफ व दलित समुदाय द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने के बाद बताया जा रहा है कि दो आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है। दलित उत्पीड़न की यह कोई पहली घटना नहीं है, कोरोना के दौर में भी देशभर से दलितों पर अत्याचार की खबरें आती रही हैं। इसके साथ ही क्वारांटाइन पीरियड में दलित रसोइये के हाथ का खाना ब्राह्मणों द्वारा न खाए जाने का मामला भी सामने आया था।
तीनों की पहचान गांव के ही दिलीप, हंसराज और राकेश के रूप में हुई है। इंस्पेक्टर पीजीआई केके मिश्रा ने बताया कि इनमें से एक युवक पिछडी जाति से है जबकि दो दलित हैं। पुलिस के मुताबिक ग्रामीणों ने उन्हें चोरी के मामले में पकडकर गांव में घुमाया था। लेकिन कानून को ताक पर रख इन युवकों के साथ हैवानियत दिखाने वालों पर क्या कार्रवाई होगी यह देखना बाकी है।
चंद्रशेखर ने ट्वीट किया है, ''योगी का रामराज्य दलितों के लिए कब्रगाह है। यूपी के लखनऊ, पीजीआई थाना क्षेत्र में ब्राह्मणवादियों ने ऊना कांड को दोहराया है।
21वीं सदी में भी मनुस्मृति का दंभ पाले ये लोग सत्ता के नशे में मदमस्त हैं। घटना स्थल पर भीम आर्मी की टीम पहुंची है। याद रहे.. एक दिन यह सरकार भी बदलेगी।''
भीम आर्मी चीफ व दलित समुदाय द्वारा यह मुद्दा उठाए जाने के बाद बताया जा रहा है कि दो आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है। दलित उत्पीड़न की यह कोई पहली घटना नहीं है, कोरोना के दौर में भी देशभर से दलितों पर अत्याचार की खबरें आती रही हैं। इसके साथ ही क्वारांटाइन पीरियड में दलित रसोइये के हाथ का खाना ब्राह्मणों द्वारा न खाए जाने का मामला भी सामने आया था।
तीनों की पहचान गांव के ही दिलीप, हंसराज और राकेश के रूप में हुई है। इंस्पेक्टर पीजीआई केके मिश्रा ने बताया कि इनमें से एक युवक पिछडी जाति से है जबकि दो दलित हैं। पुलिस के मुताबिक ग्रामीणों ने उन्हें चोरी के मामले में पकडकर गांव में घुमाया था। लेकिन कानून को ताक पर रख इन युवकों के साथ हैवानियत दिखाने वालों पर क्या कार्रवाई होगी यह देखना बाकी है।