रायपुर। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी पर अभद्र टिप्पणी के मामले में टीवी एंकर अर्नब गोस्वामी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। गोस्वामी के खिलाफ यह एफआईआर रायपुर के सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में छत्तीसढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम की ओर से दर्ज की गई है। गोस्वामी पर आरोप है कि उन्होंने अपने टीवी शो 'पूछता है भारत' में सोनिया गांधी की देशभक्ति पर सवाल उठाए और पालघर में साधुओं की मौत को लेकर सोनिया गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की।
रायपुर के सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में गोस्वामी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए, 295-ए और 505 (2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर के मुताबिक रिपब्लिक टीवी पर उसके एडिटर अर्नब गोस्वामी ने 21 अप्रैल को पालघर महाराष्ट्र में संत की भीड़ द्वारा हत्या कर दिए जाने पर ‘पूछता है भारत’ डिबेट कार्यक्रम किया था जिसमें गोस्वामी ने अपने वक्तव्य से देश की जनता के सद्भाव को समुदाय के आधार पर भड़काया। साथ ही देश देश के विभिन्न समुदायों के बीच नफरत का वातावरण बनाया है।
एफआईआर में कहा गया है, ‘अर्नब गोस्वामी ने पूछता है भारत नाम से एक डिबेट चलाया। इस कार्यक्रम में अभी पालघर, महाराष्ट्र में हुई एक घटना जिसमें संत की भीड़ ने हत्या कर दी थी। अर्नब गोस्वामी ने कहा- हिंदू संतों की हत्या कर दी जाती है और सोनिया गांधी चुप क्यों है, बहुत से मीडिया भी चुप है, भारत में 80 प्रतिशत हिंदू हैं, ऐसे में हत्या के समय इटली वाली सोनिया चुप हैं। क्या अगर मौलवी या पादरी की हत्या होती तो सोनिया चुप रहती ? अभी देश में हंगामा कर देती, सोनिया गांधी उर्फ एनटो मानिया चुप है, क्या ऐसे में हिंदुओं को चुप रहना चाहिए? तुम इटली वाली सोनिया गांधी इटली में रिपोर्ट भेजेगी कि देखो मैने महाराष्ट्र में सरकार बनाकर हिंदू संतों की हत्या करवाई…
एफआईआर के मुताबिक, 'अर्नब गोस्वामी ने पूरे देश को धर्म के आधार पर दंगा करने के लिए भड़काया। इससे पूरे देश में धार्मिक उन्माद पैदा हो गया है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के खिलाफ तनाव पैदा हो गया है। जहां एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ रहा हैवहां इस तरह से नफरत का वातावरण बनाया गया। इससे कांग्रेस कार्यक्रातओं और पूरे देश में रोष व्याप्त है। हमारी माननीय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि वाले शब्द कहे गए, वो सभी यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं। गोस्वामी समेत सभी दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए।’
रायपुर के सिविल लाइन पुलिस स्टेशन में गोस्वामी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153-ए, 295-ए और 505 (2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। एफआईआर के मुताबिक रिपब्लिक टीवी पर उसके एडिटर अर्नब गोस्वामी ने 21 अप्रैल को पालघर महाराष्ट्र में संत की भीड़ द्वारा हत्या कर दिए जाने पर ‘पूछता है भारत’ डिबेट कार्यक्रम किया था जिसमें गोस्वामी ने अपने वक्तव्य से देश की जनता के सद्भाव को समुदाय के आधार पर भड़काया। साथ ही देश देश के विभिन्न समुदायों के बीच नफरत का वातावरण बनाया है।
एफआईआर में कहा गया है, ‘अर्नब गोस्वामी ने पूछता है भारत नाम से एक डिबेट चलाया। इस कार्यक्रम में अभी पालघर, महाराष्ट्र में हुई एक घटना जिसमें संत की भीड़ ने हत्या कर दी थी। अर्नब गोस्वामी ने कहा- हिंदू संतों की हत्या कर दी जाती है और सोनिया गांधी चुप क्यों है, बहुत से मीडिया भी चुप है, भारत में 80 प्रतिशत हिंदू हैं, ऐसे में हत्या के समय इटली वाली सोनिया चुप हैं। क्या अगर मौलवी या पादरी की हत्या होती तो सोनिया चुप रहती ? अभी देश में हंगामा कर देती, सोनिया गांधी उर्फ एनटो मानिया चुप है, क्या ऐसे में हिंदुओं को चुप रहना चाहिए? तुम इटली वाली सोनिया गांधी इटली में रिपोर्ट भेजेगी कि देखो मैने महाराष्ट्र में सरकार बनाकर हिंदू संतों की हत्या करवाई…
एफआईआर के मुताबिक, 'अर्नब गोस्वामी ने पूरे देश को धर्म के आधार पर दंगा करने के लिए भड़काया। इससे पूरे देश में धार्मिक उन्माद पैदा हो गया है। हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के खिलाफ तनाव पैदा हो गया है। जहां एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ रहा हैवहां इस तरह से नफरत का वातावरण बनाया गया। इससे कांग्रेस कार्यक्रातओं और पूरे देश में रोष व्याप्त है। हमारी माननीय कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष के खिलाफ मानहानि वाले शब्द कहे गए, वो सभी यूट्यूब चैनल पर उपलब्ध हैं। गोस्वामी समेत सभी दोषियों की गिरफ्तारी के लिए तुरंत कार्रवाई की जाए।’