ICMR की रिपोर्ट में खुलासाः कुपोषण के चलते देश में होती है 68 फीसदी बच्चों की मौत

Written by Sabrangindia Staff | Published on: September 19, 2019
भारत में गिरते कुपोषण के ग्राफ और लगातार बेहतर होती स्वास्थ्य सेवाओं के बावजूद अभी शिशु मृत्यु दर चौंकाने वाली है। एक रिपोर्ट के अनुसार अभी भी देश में 5 साल से कम उम्र के 68 फीसदी बच्चों की मौत के लिए सिर्फ कुपोषण ही जिम्मेदार है।



इंडिया स्टेट लेबल डिजीज बर्डन रिपोर्ट (आईसीएमआर) की सालाना रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि देश में एक फीसदी की दर से कुपोषण घटा है। 1990 से 2017 के बीच बच्चों की मौत दर में लगातार गिरावट के बावजूद भारत में बच्चों की होने वाली कुल मौत में तकरीबन दो-तिहाई से ज्यादा यानि 68 फीसदी बच्चों की अभी भी कुपोषण के चलते मौत हो रही है।

यही नहीं रिपोर्ट यह भी बताती है कि देश में 21 फीसदी बच्चे औसत से कम वजन के पैदा हो रहे हैं,जिनका वजन 2.5 किलोग्राम से भी कम रहा है। तो वहीं 12 फीसदी बच्चे मानक से ज्यादा वजन के भी पैदा हुए हैं। जबकि चौंकाने वाली बात यह है कि मोटे बच्चों की संख्या 5 फीसदी के दर से बढ़ रही है।

मध्यप्रदेश के बच्चों में मोटापा दर देश में सबसे ज्यादा

अध्ययन के मुताबिक मध्यप्रदेश के बच्चों में मोटापा दर देश में सबसे ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार, 39 फीसदी बच्चों की ग्रोथ कम पाई गई है। इसमें 49 फीसदी हिस्सेदारी केवल उत्तरप्रदेश से ही है। इसके अलावा भारत में एनिमिया से पीड़ित 60 फीसदी बच्चे हैं। यही नहीं 54 फीसदी महिलाएं भी एनीमिया की शिकार हैं। जिनमें सर्वाधिक तादात दिल्ली के महिलाओं की है।

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