जातीय भेदभाव आज भी समाज में कोढ़ की तरह बसा हुआ है। जाति विहीन समाज की बात करने वालों को तमिलनाडु की यह घटना झकझोर देगी। तमिलनाडु में सवर्णों ने एक दलित की लाश को अपने खेतों से होकर नहीं ले जाने दिया क्योंकि शायद इससे उनके खेत अपवित्र हो जाते।
वेल्लोर. तमिलनाडू के वेल्लोर जिले से शर्मनाक और अजीब मामला सामने आया है जहां उच्च जाति वालों ने दलित व्यक्ति की शव यात्रा को रास्ता देने से इनकार कर दिया क्योंकि जहां अंतिम संस्कार किया जाना था वहां तक जाने का रास्ता सवर्ण लोगों के खेतों से होकर गुजरता है. आखिरकार दलित समुदाय के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए शव को 20 फीट ऊंचे पुल से नीचे उतारकर शमशान घाट तक ले जाना पड़ा. इस मामले की वीडियो भी वायरल हो रही है.
दलित समाज से शोषण से जुड़ा यह मामला तमिलनाडू के वेल्लोर जिले के वनियमबड़ी तालुक इलाके का है. शनिवार को कुप्पम के निधन के बाद समुदाय के लोग उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जा रहे थे. उस दौरान ऊंची जाति के लोगों ने अपने खेतों से एक दलित व्यक्ति की शव यात्रा को ले जाने से इनकार कर दिया. लोगों ने पहले काफी समझाने की कोशिश की लेकिन जब कोई नहीं माना तो मजबूर होकर शव को रस्सी से बांधकर पुल से नीचे उतारा और चिता तक ले गए.
दलित समुदाय के लोगों का इस मामले में कहना है कि उनके पास और कोई दूसरा रास्ता ही नहीं है. सवर्णों के इनकार के बाद शव को इसी तरह ही ले जाया जाता है. वहीं वीडियो वायरल होने पर आला-अफसरों का कहना है कि मामले को लेकर जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.
वेल्लोर. तमिलनाडू के वेल्लोर जिले से शर्मनाक और अजीब मामला सामने आया है जहां उच्च जाति वालों ने दलित व्यक्ति की शव यात्रा को रास्ता देने से इनकार कर दिया क्योंकि जहां अंतिम संस्कार किया जाना था वहां तक जाने का रास्ता सवर्ण लोगों के खेतों से होकर गुजरता है. आखिरकार दलित समुदाय के लोगों को अंतिम संस्कार के लिए शव को 20 फीट ऊंचे पुल से नीचे उतारकर शमशान घाट तक ले जाना पड़ा. इस मामले की वीडियो भी वायरल हो रही है.
दलित समाज से शोषण से जुड़ा यह मामला तमिलनाडू के वेल्लोर जिले के वनियमबड़ी तालुक इलाके का है. शनिवार को कुप्पम के निधन के बाद समुदाय के लोग उनके शव को अंतिम संस्कार के लिए लेकर जा रहे थे. उस दौरान ऊंची जाति के लोगों ने अपने खेतों से एक दलित व्यक्ति की शव यात्रा को ले जाने से इनकार कर दिया. लोगों ने पहले काफी समझाने की कोशिश की लेकिन जब कोई नहीं माना तो मजबूर होकर शव को रस्सी से बांधकर पुल से नीचे उतारा और चिता तक ले गए.
दलित समुदाय के लोगों का इस मामले में कहना है कि उनके पास और कोई दूसरा रास्ता ही नहीं है. सवर्णों के इनकार के बाद शव को इसी तरह ही ले जाया जाता है. वहीं वीडियो वायरल होने पर आला-अफसरों का कहना है कि मामले को लेकर जांच की जा रही है. जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.