उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ कथित रूप से आपत्तिजनक टिप्पणियां करने पर गिरफ्तार पत्रकार प्रशांत कनौजिया की पत्नी ने मंगलवार को कहा कि उनके पति को जमानत देने के उच्चतम न्यायालय के आदेश ने संविधान में उनके भरोसे को और गहरा किया है।
जगीशा अरोड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने 'असंवैधानिक' तरीके से काम करते हुए उनके पति को गिरफ्तार किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि न्यायाधीशों ने भी टिप्पणी की है कि उनके पति द्वारा किये गये ट्वीट के लिए राज्य पुलिस ने गैरजरूरी कदम उठाया और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश पुलिस ने असंवैधानिक तरीके से काम किया लेकिन हमने संवैधानिक तरीके से सभी प्रक्रियाओं का पालन किया और उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।'
कनौजिया के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर जगीशा ने कहा कि यह हल्के फुल्के अंदाज में किया गया था और इसमें कुछ भी अनुचित नहीं है। पत्रकार की पत्नी ने कहा, 'उन्होंने जो ट्वीट किया मैं उसके साथ खड़ी हूं क्योंकि उन्होंने कोई भी अश्लील टिप्पणी नहीं की है बल्कि यह मजाक था।'
जगीशा अरोड़ा ने कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस ने 'असंवैधानिक' तरीके से काम करते हुए उनके पति को गिरफ्तार किया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा कि न्यायाधीशों ने भी टिप्पणी की है कि उनके पति द्वारा किये गये ट्वीट के लिए राज्य पुलिस ने गैरजरूरी कदम उठाया और ऐसा नहीं किया जाना चाहिए था।
उन्होंने कहा, ''उत्तर प्रदेश पुलिस ने असंवैधानिक तरीके से काम किया लेकिन हमने संवैधानिक तरीके से सभी प्रक्रियाओं का पालन किया और उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया।'
कनौजिया के ट्वीट के बारे में पूछे जाने पर जगीशा ने कहा कि यह हल्के फुल्के अंदाज में किया गया था और इसमें कुछ भी अनुचित नहीं है। पत्रकार की पत्नी ने कहा, 'उन्होंने जो ट्वीट किया मैं उसके साथ खड़ी हूं क्योंकि उन्होंने कोई भी अश्लील टिप्पणी नहीं की है बल्कि यह मजाक था।'