एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने एसबीआई बैंक के 1500 करोड़ रुपए जेट एअरवेज को दे दिए, जबकि उसका मालिक नरेश गोयल भारत का शहरी भी नहीं है।
बता दें कि प्राइवेट एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज इन दिनों मुसीबत के दौर से गुजर रही है। जेट एयरवेज पर करीब आठ हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने एयरवेज की मदद की है। सरकार ने एसबीआई समेत कई सरकारी बैंकों की मदद से जेट एअरवेज को 1500 करोड़ रुपए का बेल आउट पैकेज देने का फैसला किया है और कंपनी के कर्ज को इक्विटी में बदलने के निर्देश दिए हैं।
ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने एसबीआई बैंक के 1500 करोड़ रुपए जेट एअरवेज को दे दिए, जबकि उसका मालिक नरेश गोयल भारत का शहरी भी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने क्या 1500 करोड़ रुपए कैबिनेट से मंजूर करवाया? देश में मेक इन इंडिया के नाम पर हजारों फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं, करोड़ो नौजवान बेरोजगार हो गए हैं, क्या आप उन फैक्ट्रियों को खोलने के लिए 10-10 करोड़ रुपए नहीं दे सकते? मगर एअरलाइन की कंपनी और नरेश गोयल इनका महबूब है, नरेश गोयल इनके चाहने वाला है, इसलिए उसे 1500 करोड़ रुपए दे दिए।
ओवैसी ने पीएम मोदी के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह पैसा आपका निजी पैसा नहीं है, किससे बूझकर प्रधानमंत्री ने यह पैसा नरेश गोयल को दिया? बाप की जागीर है? इस देश में लोकतंत्र है और लोकतंत्र में मनमानी नहीं चल सकती।
बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस ने भी जेट एअरवेज को बेल आउट पैकेज देने के मुद्दे पर केन्द्र सरकार को घेरा था। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई, पीएनबी, केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक और इलाहाबाद बैंक अब जेट एअरवेज को बेल आउट पैकेज देने के लिए पीएम मोदी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
इससे पहले ओेएनजीसी का 7700 करोड़ रुपए का जनता का पैसा गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को खरीदने में इस्तेमाल किया गया। 38 करोड़ एलआईसी होल्डर की महेनत से कमाए गए 9000 करोड़ रुपए आईडीबीआई बैंक को बचाने में इस्तेमाल किए गए।
बता दें कि प्राइवेट एयरलाइंस कंपनी जेट एयरवेज इन दिनों मुसीबत के दौर से गुजर रही है। जेट एयरवेज पर करीब आठ हजार करोड़ रुपये का कर्ज है। इसको देखते हुए केंद्र सरकार ने एयरवेज की मदद की है। सरकार ने एसबीआई समेत कई सरकारी बैंकों की मदद से जेट एअरवेज को 1500 करोड़ रुपए का बेल आउट पैकेज देने का फैसला किया है और कंपनी के कर्ज को इक्विटी में बदलने के निर्देश दिए हैं।
ओवैसी ने कहा कि पीएम मोदी ने एसबीआई बैंक के 1500 करोड़ रुपए जेट एअरवेज को दे दिए, जबकि उसका मालिक नरेश गोयल भारत का शहरी भी नहीं है। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने क्या 1500 करोड़ रुपए कैबिनेट से मंजूर करवाया? देश में मेक इन इंडिया के नाम पर हजारों फैक्ट्रियां बंद हो चुकी हैं, करोड़ो नौजवान बेरोजगार हो गए हैं, क्या आप उन फैक्ट्रियों को खोलने के लिए 10-10 करोड़ रुपए नहीं दे सकते? मगर एअरलाइन की कंपनी और नरेश गोयल इनका महबूब है, नरेश गोयल इनके चाहने वाला है, इसलिए उसे 1500 करोड़ रुपए दे दिए।
ओवैसी ने पीएम मोदी के इस फैसले की आलोचना करते हुए कहा कि यह पैसा आपका निजी पैसा नहीं है, किससे बूझकर प्रधानमंत्री ने यह पैसा नरेश गोयल को दिया? बाप की जागीर है? इस देश में लोकतंत्र है और लोकतंत्र में मनमानी नहीं चल सकती।
बता दें कि बीते दिनों कांग्रेस ने भी जेट एअरवेज को बेल आउट पैकेज देने के मुद्दे पर केन्द्र सरकार को घेरा था। मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि भारत के सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई, पीएनबी, केनरा बैंक, सिंडिकेट बैंक और इलाहाबाद बैंक अब जेट एअरवेज को बेल आउट पैकेज देने के लिए पीएम मोदी द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे हैं।
इससे पहले ओेएनजीसी का 7700 करोड़ रुपए का जनता का पैसा गुजरात स्टेट पेट्रोलियम कॉरपोरेशन को खरीदने में इस्तेमाल किया गया। 38 करोड़ एलआईसी होल्डर की महेनत से कमाए गए 9000 करोड़ रुपए आईडीबीआई बैंक को बचाने में इस्तेमाल किए गए।