शुक्रवार को न्यूजीलैंड के क्राइस्ट चर्च की दो मस्जिदों (अल-नूर और लिनवुड ) पर हुए आतंकी हमलों की दुनियाभर में आलोचना हो रही है। इन हमलों में 49 लोगों की मौत हो गई जबकि 20 से ज्यादा घायल हुए। मृतकों में भारत और पाकिस्तान के नागरिक भी शामिल हैं। इस बर्बर हमले को अंजाम देने वाले आतंकी की पहचान एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक के रुप में हुई तो अतिवादी दक्षिणपंथी विचारधारा से प्रभावित है।
न्यूजीलैंड की पुलिस के मुताबिक, हमलावर एक ऑस्ट्रेलियाई युवक ब्रेंटन टैरेंट (28) था। उसने मस्जिद में घुसने से पहले फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में हमलावर को मस्जिद के अंदर घुसकर लोगों पर गोलियां बरसाते देखा गया।
न्यूजीलैंड में इस तरह का बड़ा हमला पिछले कई दशकों से नहीं हुआ था। इस घटना के बाद से हर कोई आक्रोश में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के तमाम बड़े नेताओं ने कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा की। पोप फ्रांसिस ने इसे हिंसा का अर्थहीन कृत्य करार दिया। उन्होंने कहा कि वह मुस्लिम समुदाय और पूरे न्यूजीलैंड के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
न्यूजीलैंड की पहचान पूरी दुनिया में एक शांतिप्रिय छवि वाले देश के रुप में हैं। यहां रह रहे विभिन्न समुदायों के बीच में भाईचारा और आपसी सौहार्द मिसाल है। सोशल मीडिया पर यूजर्स कुछ ऐसी तस्वीरें शेयर कर रहे हैं, जो सारी दुनिया के लोगों का दिल जीत रही हैं।
न्यूजीलैंड में पहली बार इस तरह की घटना सामने आई है। जिसने देश की छवि को गहरा आघात पहुंचाया है। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ राहत भरी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं, जो बता रही हैं कि यह देश आपसी सौहार्द और भाईचारे के लिए मशहूर है। इन तस्वीरों के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि आखिरकार हिंसा और आतंक की ही हार होगी।
कांग्रेस नेता सलमान निज़ामी ने सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही तस्वीर शेयर की है। जिसमें एक ग़ैर-मुस्लिम हाथों में तख़्ती लिए मस्जिद के बाहर खड़ा है। इस तख्ती में लिखा है, ‘आप हमारे मित्र हो, मैं पहरा दूंगा जब आप नमाज़ पढ़ेंगे’। इस तस्वीर को शेयर करते हुए निज़ामी ने लिखा, ‘मानवता अभी भी ज़िंदा है, इस दुख की घड़ी में गैर मुस्लिम दोस्तों द्वारा दिखाई गई एकजुटता को देखकर बहुत अच्छा लगा। शुक्रिया दुनिया!’
इस तस्वीर में गौर करने वाला बात ये भी है कि तख्ती लिया हुआ आदमी व्हाइट है। बता दें कि इस मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।
न्यूजीलैंड की पुलिस के मुताबिक, हमलावर एक ऑस्ट्रेलियाई युवक ब्रेंटन टैरेंट (28) था। उसने मस्जिद में घुसने से पहले फेसबुक पर लाइव स्ट्रीमिंग शुरू कर दी। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फुटेज में हमलावर को मस्जिद के अंदर घुसकर लोगों पर गोलियां बरसाते देखा गया।
न्यूजीलैंड में इस तरह का बड़ा हमला पिछले कई दशकों से नहीं हुआ था। इस घटना के बाद से हर कोई आक्रोश में हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत दुनिया के तमाम बड़े नेताओं ने कड़े शब्दों में इस हमले की निंदा की। पोप फ्रांसिस ने इसे हिंसा का अर्थहीन कृत्य करार दिया। उन्होंने कहा कि वह मुस्लिम समुदाय और पूरे न्यूजीलैंड के लिए प्रार्थना कर रहे हैं।
न्यूजीलैंड की पहचान पूरी दुनिया में एक शांतिप्रिय छवि वाले देश के रुप में हैं। यहां रह रहे विभिन्न समुदायों के बीच में भाईचारा और आपसी सौहार्द मिसाल है। सोशल मीडिया पर यूजर्स कुछ ऐसी तस्वीरें शेयर कर रहे हैं, जो सारी दुनिया के लोगों का दिल जीत रही हैं।
न्यूजीलैंड में पहली बार इस तरह की घटना सामने आई है। जिसने देश की छवि को गहरा आघात पहुंचाया है। इस बीच सोशल मीडिया पर कुछ राहत भरी तस्वीरें भी सामने आ रही हैं, जो बता रही हैं कि यह देश आपसी सौहार्द और भाईचारे के लिए मशहूर है। इन तस्वीरों के जरिए यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि आखिरकार हिंसा और आतंक की ही हार होगी।
कांग्रेस नेता सलमान निज़ामी ने सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही तस्वीर शेयर की है। जिसमें एक ग़ैर-मुस्लिम हाथों में तख़्ती लिए मस्जिद के बाहर खड़ा है। इस तख्ती में लिखा है, ‘आप हमारे मित्र हो, मैं पहरा दूंगा जब आप नमाज़ पढ़ेंगे’। इस तस्वीर को शेयर करते हुए निज़ामी ने लिखा, ‘मानवता अभी भी ज़िंदा है, इस दुख की घड़ी में गैर मुस्लिम दोस्तों द्वारा दिखाई गई एकजुटता को देखकर बहुत अच्छा लगा। शुक्रिया दुनिया!’
इस तस्वीर में गौर करने वाला बात ये भी है कि तख्ती लिया हुआ आदमी व्हाइट है। बता दें कि इस मामले में चार संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें तीन पुरुष और एक महिला शामिल हैं।