लखनऊ। लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) ने सीटों का ऐलान कर दिया है कि किस-किस सीट पर कौन सी पार्टी लड़ेगी। बता दें कि एसपी और बीएसपी के बीच उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के लिए गठबंधन हुआ है। इन दोनों पार्टियों ने लगभग आधी-आधी सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। बाकी की सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी गई हैं।
बता दें कि 80 में से दो सीटें (अमेठी और रायबरेली) कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को तीन सीटें दी गई हैं। आरएलडी को मथुरा के हिस्से में उसकी परंपरागत मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर सीटें आईं हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ज्यादातर सीटें एसपी तो पूर्वी यूपी की ज्यादातर सीटें बीएसपी के खाते में आई हैं।
एसपी-बीएसपी के बीच हुए इस बंटवारे में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर बीएसपी का दबदबा बरकरार है। बता दें कि यूपी की 80 में से कुल 17 सीटें ऐसी हैं, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इनमें से बीएसपी के हिस्से में 10 तो एसपी के हिस्से में सात सीटें आईं हैं। इसके अलावा 2014 में जिन पांच लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी, वे भी एसपी के ही हिस्से में ही आई हैं।
यहां देखें पूरी लिस्ट
बता दें कि 80 में से दो सीटें (अमेठी और रायबरेली) कांग्रेस के लिए छोड़ी गई हैं और राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को तीन सीटें दी गई हैं। आरएलडी को मथुरा के हिस्से में उसकी परंपरागत मथुरा, बागपत और मुजफ्फरनगर सीटें आईं हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की ज्यादातर सीटें एसपी तो पूर्वी यूपी की ज्यादातर सीटें बीएसपी के खाते में आई हैं।
एसपी-बीएसपी के बीच हुए इस बंटवारे में अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर बीएसपी का दबदबा बरकरार है। बता दें कि यूपी की 80 में से कुल 17 सीटें ऐसी हैं, जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इनमें से बीएसपी के हिस्से में 10 तो एसपी के हिस्से में सात सीटें आईं हैं। इसके अलावा 2014 में जिन पांच लोकसभा सीटों पर समाजवादी पार्टी को जीत मिली थी, वे भी एसपी के ही हिस्से में ही आई हैं।
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