पंजाब नेशनल बैंक में हुए 12 हजार 700 करोड़ रुपये के कथित लोन फ्रॉड मामले के आरोपी हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को भारत लाना अब और मुश्किल हो सकता है। दरअसल मेहुल चोकसी ने भारतीय नागरिकता छोड़ते हुए अपना भारतीय पासपोर्ट एंटीगुआ हाईकमीशन में जमा कर दिया है।
नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चौकसी और उनसे जुड़ी कंपनियों पर पीएनबी से 12,717 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, उसका कारोबार अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया और भारत सहित कई देशों में फैला है। उसने अपनी मौजूदा स्थिति के लिए नकदी और सप्लाइ चेन में दिक्कतों को जिम्मेदार बताया है। अदालत में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार कंपनी ने 10 करोड़ डॉलर की आस्तियों व कर्ज का जिक्र किया है।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी ने पासपोर्ट नंबर जेड 3396732 कैंसिल्ड बुक्स के साथ जमा कराया गया है। मेहुल चोकसी को भारतीय नागरिकता छोड़ने के लिए 177 अमेरिकी डॉलर का ड्राफ्ट जमा करना पड़ा है।
इस संबंध में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित नारंग ने गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी है। मेहुल चोकसी ने भारतीय नागरिका छोड़ने के लिए जो फॉर्म भरा है, उसमें अपना नया पता जौली हार्बर सेंटर मार्कस एंटीगुआ लिखा है।
चोकसी ने भारतीय उच्चायोग से कहा कि उसने नियमों के तहत एंटीगुआ की नागरिकता लेते हुए भारत की नागरिकता छोड़ दी है। चोकसी ने साल 2017 में ही एंटीगुआ की नागरिकता ली थी। मुंबई पुलिस की हरी झंडी के बाद चोकसी को नागरिकता मिली थी।
पीएनबी घोटोले के बाद हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी और उसका भाई नीरव मोदी देश छोड़कर फरार हो गए थे। मामले की जांच कर रही ईडी और सीबीआई की टीम ने अब-तक साढ़े चार हजार करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है। चोकसी और मोदी के खिलाफ आर्थिक भगोड़ा अधिनियम के तहत भी कार्रवाई चल रही है।
नीरव मोदी, उनके मामा मेहुल चौकसी और उनसे जुड़ी कंपनियों पर पीएनबी से 12,717 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है। कंपनी की वेबसाइट के अनुसार, उसका कारोबार अमेरिका, यूरोप, पश्चिम एशिया और भारत सहित कई देशों में फैला है। उसने अपनी मौजूदा स्थिति के लिए नकदी और सप्लाइ चेन में दिक्कतों को जिम्मेदार बताया है। अदालत में दाखिल दस्तावेजों के अनुसार कंपनी ने 10 करोड़ डॉलर की आस्तियों व कर्ज का जिक्र किया है।
पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी ने पासपोर्ट नंबर जेड 3396732 कैंसिल्ड बुक्स के साथ जमा कराया गया है। मेहुल चोकसी को भारतीय नागरिकता छोड़ने के लिए 177 अमेरिकी डॉलर का ड्राफ्ट जमा करना पड़ा है।
इस संबंध में विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमित नारंग ने गृह मंत्रालय को जानकारी दे दी है। मेहुल चोकसी ने भारतीय नागरिका छोड़ने के लिए जो फॉर्म भरा है, उसमें अपना नया पता जौली हार्बर सेंटर मार्कस एंटीगुआ लिखा है।
चोकसी ने भारतीय उच्चायोग से कहा कि उसने नियमों के तहत एंटीगुआ की नागरिकता लेते हुए भारत की नागरिकता छोड़ दी है। चोकसी ने साल 2017 में ही एंटीगुआ की नागरिकता ली थी। मुंबई पुलिस की हरी झंडी के बाद चोकसी को नागरिकता मिली थी।
पीएनबी घोटोले के बाद हीरा व्यापारी मेहुल चोकसी और उसका भाई नीरव मोदी देश छोड़कर फरार हो गए थे। मामले की जांच कर रही ईडी और सीबीआई की टीम ने अब-तक साढ़े चार हजार करोड़ रुपये की चल-अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है। चोकसी और मोदी के खिलाफ आर्थिक भगोड़ा अधिनियम के तहत भी कार्रवाई चल रही है।