लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी प्रमुख मायावती आज लखनऊ में संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। इस दौरान गंठबंधन को लेकर बड़ा ऐलान हो सकता है। प्रेस कांफ्रेंस से पहले शहर में अखिलेश यादव और मायावती के लगे पोस्टर चर्चा के विषय बने हुए हैं। पोस्टर पर लिखा है, “हमारा काम बोलता है और बीजेपी का झूठ बोलता है।” खबरों के मुताबिक यह पोस्टर समाजवादी पार्टी के छात्र नेता की ओर से लगवाया गया है।
लखनऊ में मायावती और अखिलेश यादव आज संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। खबरों के मुताबिक, दोनों ही पार्टियां प्रेस कांफ्रेंस में गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान कर सकती हैं।
शुक्रवार को अखिलेश यावद ने इसके संकेत दिए थे। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कन्नौज में ट्विटर चौपाल में कहा था कि एसपी-बीएसपी मिलकर चुनाव में जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल लोकसभा उप-चुनाव में हम साथ आए तो प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री की सीट पर भाजपा चुनाव हार गई। इस बार भी हमारा गणित सटीक बैठेगा और भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ेगा। अखिलेश ने कहा, "शनिवार को लखनऊ में एसपी और बीएसपी की संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस होगी।"
उन्होंने कहा, "हमारे साथ आने पर बीजेपी के अंदर डर का माहौल पैदा हो गया है। एसपी और बीएसपी जब पहले साथ आई तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव मौर्य अपने-अपने क्षेत्र में उप-चुनाव हार गए। अब यही ताकत लोकसभा चुनावों में भी परचम फहराएगी।"
लखनऊ में मायावती और अखिलेश यादव आज संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करेंगे। खबरों के मुताबिक, दोनों ही पार्टियां प्रेस कांफ्रेंस में गठबंधन के साथ लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे को लेकर ऐलान कर सकती हैं।
शुक्रवार को अखिलेश यावद ने इसके संकेत दिए थे। अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कन्नौज में ट्विटर चौपाल में कहा था कि एसपी-बीएसपी मिलकर चुनाव में जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल लोकसभा उप-चुनाव में हम साथ आए तो प्रदेश के मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री की सीट पर भाजपा चुनाव हार गई। इस बार भी हमारा गणित सटीक बैठेगा और भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ेगा। अखिलेश ने कहा, "शनिवार को लखनऊ में एसपी और बीएसपी की संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस होगी।"
उन्होंने कहा, "हमारे साथ आने पर बीजेपी के अंदर डर का माहौल पैदा हो गया है। एसपी और बीएसपी जब पहले साथ आई तो यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप-मुख्यमंत्री केशव मौर्य अपने-अपने क्षेत्र में उप-चुनाव हार गए। अब यही ताकत लोकसभा चुनावों में भी परचम फहराएगी।"