Skip to main content
Search form
Search
Toggle navigation
होम
मुद्दे
धर्मनिरपेक्षता
धार्मिक कट्टरपन
सांप्रदायिक संगठन
जाति
लिंग
भेदभाव
हेट स्पीच
हिंसा
हक़ और आजादी
कानून का बोलबाला
राजनीती
संस्कृति
इतिहास
मिडिया
शिक्षा
आवाजें
अल्पसंख्यांक
दलित
आदिवासी
महिलाये
एलजीबीटी
व्हिसल ब्लोअर
दक्षिण एशिया
विश्व
न्यूजस्केन
देश की बात
भारत
दक्षिण एशिया
विश्व
विश्लेषण
विचार
कॉलम
थीम्स
तहक़ीक़ात
इंटरव्यू
वीडियो इंटरव्यू
ऑडियो इंटरव्यू
टेक्स्ट इंटरव्यू
अपनी जुबानी
दस्तावेज
रिपोर्ट
जजमेंट
गैलरी
फोटो
इमेज स्टोरी
प्रेजेंटेशन
वीडियो
ऑडियो
बाधाओं से परे
भेदभाव के खिलाफ
सह अस्तित्व
सांझी विरासत
शांतिप्रेमी
कला और साहित्य
हमारे बारे में
पीस मेप
कार्यक्रम
हिस्टरी कैलेंडर
पुरानी वेबसाइट
ओल्ड साइट्स
खोज
सी.जे.पी
आर टी आय फॉर आल
होम
मुद्दे
धर्मनिरपेक्षता
धार्मिक कट्टरपन
सांप्रदायिक संगठन
जाति
लिंग
भेदभाव
हेट स्पीच
हिंसा
हक़ और आजादी
कानून का बोलबाला
राजनीती
संस्कृति
इतिहास
मिडिया
शिक्षा
आवाजें
अल्पसंख्यांक
दलित
आदिवासी
महिलाये
एलजीबीटी
व्हिसल ब्लोअर
दक्षिण एशिया
विश्व
न्यूजस्केन
देश की बात
भारत
दक्षिण एशिया
विश्व
विश्लेषण
विचार
कॉलम
थीम्स
तहक़ीक़ात
इंटरव्यू
वीडियो इंटरव्यू
ऑडियो इंटरव्यू
टेक्स्ट इंटरव्यू
अपनी जुबानी
दस्तावेज
रिपोर्ट
जजमेंट
गैलरी
फोटो
इमेज स्टोरी
प्रेजेंटेशन
वीडियो
ऑडियो
बाधाओं से परे
भेदभाव के खिलाफ
सह अस्तित्व
सांझी विरासत
शांतिप्रेमी
कला और साहित्य
हमारे बारे में
पीस मेप
कार्यक्रम
हिस्टरी कैलेंडर
पुरानी वेबसाइट
ओल्ड साइट्स
खोज
सी.जे.पी
आर टी आय फॉर आल
होम
मुद्दे
धर्मनिरपेक्षता
धार्मिक कट्टरपन
सांप्रदायिक संगठन
जाति
लिंग
भेदभाव
हेट स्पीच
हिंसा
हक़ और आजादी
कानून का बोलबाला
राजनीती
समाज
संस्कृति
इतिहास
मिडिया
शिक्षा
आवाजें
अल्पसंख्यांक
दलित
आदिवासी
महिलाये
एलजीबीटी
व्हिसल ब्लोअर
दक्षिण एशिया
विश्व
न्यूजस्केन
देश की बात
भारत
दक्षिण एशिया
विश्व
एक नजर
विश्लेषण
विचार
कॉलम
थीम्स
तहक़ीक़ात
इंटरव्यू
इंटरव्यू
वीडियो
ऑडियो
टेक्स्ट
अपनी जुबानी
दस्तावेज
रिपोर्ट
जजमेंट
गैलरी
फोटो
इमेज स्टोरी
प्रेजेंटेशन
वीडियो
ऑडियो
बाधाओं से परे
भेदभाव के खिलाफ
सह अस्तित्व
सांझी विरासत
शांतिप्रेमी
कला और साहित्य
Search form
Search
प्रतिरोधी कविताएँ: 'सबसे ख़तरनाक'
Written by
Sabrangindia Staff
|
Published on:
November 17, 2018
अवतार सिंह संधू "पाश" एक क्रांतिकारी, लेखक और कवि थे. कविता 'सबसे ख़तरनाक' प्रभात रघुनंदन की आवाज़ मे
View the discussion thread.
संबंधित लेख
जनता के कवि बाबा नागार्जुन को उनकी पुण्यतिथि पर नमन
बाकी ख़बरें
1
मियां मखदूम शाह दरगाह, मुंबई की माहिम दरगाह और दिसंबर का उर्स
2
इलाहाबाद हाईकोर्ट: कठोर यूपी ‘धर्मांतरण विरोधी कानून’ के तहत दर्ज एफआईआर...
3
ऑस्ट्रेलिया समेत दुनिया भर में बॉन्डी बीच पर हुए आतंकी हमले को लेकर शोक,...
4
बिहार : महादलित छात्र के साथ हैवानियत की हदें पार कीं, अगवा कर बेरहमी से...
5
'बाबरी मस्जिद' बनाम गीता पाठ: सांप्रदायिक राजनीति के एक घटिया...
चर्चा में
1
तीन वर्षों में सात जिलों में 14,526 बच्चों की मौत हुई : महाराष्ट्र सरकार
2
भारत में धन की असमानता दुनिया में सबसे ज्यादा, शीर्ष 1% लोगों के पास 40% संपत्ति: अध्ययन में खुलासा
3
बिहार में भीड़ ने मुस्लिम फेरीवाले से धर्म पूछकर पीट-पीटकर हत्या की, बुरी तरह प्रताड़ित किया
4
दलित महिला SHG सदस्य ने रचा इतिहास, निर्विरोध चुनी गईं सरपंच
5
राजस्थान में इथेनॉल फैक्ट्री के विरोध में किसानों की पुलिस से झड़प, 100 से ज्यादा पर मामला दर्ज, 40 हिरासत में