बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव से पहले राजनैतिक दलों में आर-पार की जंग शुरु हो गई है। वहीं इस बीच बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बर्बर पिटाई ने राज्य के पुलिस प्रशासन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
बिलासपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय में पुलिस की बर्बरता कैमरे में कैद हुई है। पुलिसकर्मियों ने यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठी बरसाई। इस दौरान कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव समेत कई महिला कार्यकर्ता भी घायल हो गए। पुलिस कार्रवाई की गूंज अब दिल्ली तक पहुंच गई है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना के बाद केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला किया है। राहुल गांधी ने इस घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ''नरेंद्र मोदी की हुकूमत में तानाशाही एक पेशा बन गया है। बिलासपुर में रमन सिंह की सरकार द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मौलिक अधिकारों पर बुज़दिली से किए गए इस प्रहार को वहां की जनता सियासी ज़ुल्म के रूप में याद रखेगी।''
कुछ दिन पहले राज्य के मंत्री अमर अग्रवाल ने एक भाषण में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कचरा कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद से ही कांग्रेसियों में काफी रोष है। मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस नेता उनके घर कचरा फेंकने पहुंच गए। जिसके बाद यह घटना हुई।
पुलिस का कहना है कि पहले नेताओं ने कांग्रेस भवन जाकर गिरफ्तारी देने की बात कही, लेकिन बाद में उन्होंने मना कर दिया।
बिलासपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय में पुलिस की बर्बरता कैमरे में कैद हुई है। पुलिसकर्मियों ने यहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठी बरसाई। इस दौरान कांग्रेस नेता अटल श्रीवास्तव समेत कई महिला कार्यकर्ता भी घायल हो गए। पुलिस कार्रवाई की गूंज अब दिल्ली तक पहुंच गई है।
कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना के बाद केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला किया है। राहुल गांधी ने इस घटना का वीडियो ट्वीट करते हुए लिखा, ''नरेंद्र मोदी की हुकूमत में तानाशाही एक पेशा बन गया है। बिलासपुर में रमन सिंह की सरकार द्वारा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के मौलिक अधिकारों पर बुज़दिली से किए गए इस प्रहार को वहां की जनता सियासी ज़ुल्म के रूप में याद रखेगी।''
कुछ दिन पहले राज्य के मंत्री अमर अग्रवाल ने एक भाषण में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को कचरा कहकर संबोधित किया था, जिसके बाद से ही कांग्रेसियों में काफी रोष है। मंत्री के बयान के बाद कांग्रेस नेता उनके घर कचरा फेंकने पहुंच गए। जिसके बाद यह घटना हुई।
पुलिस का कहना है कि पहले नेताओं ने कांग्रेस भवन जाकर गिरफ्तारी देने की बात कही, लेकिन बाद में उन्होंने मना कर दिया।