छत्तीसगढ़ में सरकारी स्कूलों की बदहाली किसी से छिपी नहीं है। कहीं स्कूल की इमारत नहीं है तो कहीं शिक्षक ही नहीं हैं। जहां शिक्षक और इमारत दोनों हैं, वहां स्कूल शराब के अड्डे बने हुए हैं।
ऐसे ही एक मामले का खुलासा बलौदाबाजार जिले में बिलाईगढ़ में तब हुआ जब नायब तहसीलदार स्कूल जांच करने पहुंचे।
जब अधिकारी जांच करने पहुंचे उस समय शासकीय उच्चतर माध्यमिक बिलाईगढ़ स्कूल में शिक्षकों की हर शनिवार को होने वाली शराब और मुर्गे की पार्टी चल रही थी। अधिकारियों के आते ही शराबखोर शिक्षक मौके से भाग निकले।
इस स्कूल में शराबखोरी की शिकायत लंबे समय से की जा रही थी जिसके बाद अधिकारियों ने मौके पर छापा मारने का निश्चय किया था और तभी ये मामला उजागर हुआ। नईदुनिया के मुताबिक, एसडीएम एसएन सोरी ने नायब तहसीलदार अश्वनी चंद्रा को जांच के लिए भेजा था।
शनिवार को नायब तहसीलदार अश्वनी चंद्रा ने जब स्कूल में छापा मारा, तो स्कूल के किचन में शराब की बोतलें, गिलास, पका हुआ मुर्गा, चावल मेज पर रखा मिला और कुछ शिक्षक वहां बैठे शराब पी रहे थे।
अधिकारियों को देखते ही शिक्षक भाग निकले। हालांकि नायब तहसीलदार ने कहा है कि वे सामने आने पर उन शिक्षकों को पहचान लेंगे। डीईओ और बीईओ ने भी मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। ये रिपोर्ट एसडीएम को भी सौंपी जाएगी।
घटना के सामने आने से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। लोगों ने आरोप लगाया है कि अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण नहीं करते जिससे खराब चरित्र के शिक्षक स्कूलों का दुरुपयोग करते हैं।
ऐसे ही एक मामले का खुलासा बलौदाबाजार जिले में बिलाईगढ़ में तब हुआ जब नायब तहसीलदार स्कूल जांच करने पहुंचे।
जब अधिकारी जांच करने पहुंचे उस समय शासकीय उच्चतर माध्यमिक बिलाईगढ़ स्कूल में शिक्षकों की हर शनिवार को होने वाली शराब और मुर्गे की पार्टी चल रही थी। अधिकारियों के आते ही शराबखोर शिक्षक मौके से भाग निकले।
इस स्कूल में शराबखोरी की शिकायत लंबे समय से की जा रही थी जिसके बाद अधिकारियों ने मौके पर छापा मारने का निश्चय किया था और तभी ये मामला उजागर हुआ। नईदुनिया के मुताबिक, एसडीएम एसएन सोरी ने नायब तहसीलदार अश्वनी चंद्रा को जांच के लिए भेजा था।
शनिवार को नायब तहसीलदार अश्वनी चंद्रा ने जब स्कूल में छापा मारा, तो स्कूल के किचन में शराब की बोतलें, गिलास, पका हुआ मुर्गा, चावल मेज पर रखा मिला और कुछ शिक्षक वहां बैठे शराब पी रहे थे।
अधिकारियों को देखते ही शिक्षक भाग निकले। हालांकि नायब तहसीलदार ने कहा है कि वे सामने आने पर उन शिक्षकों को पहचान लेंगे। डीईओ और बीईओ ने भी मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। ये रिपोर्ट एसडीएम को भी सौंपी जाएगी।
घटना के सामने आने से स्थानीय लोगों में काफी नाराजगी है। लोगों ने आरोप लगाया है कि अधिकारी स्कूलों का निरीक्षण नहीं करते जिससे खराब चरित्र के शिक्षक स्कूलों का दुरुपयोग करते हैं।