प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक ओर लोकसभा में मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर चिंता जता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर, भाजपा शासित राज्यों में मॉब लिंचिंग की वारदातें जारी हैं।
पत्रिका के अनुसार, ताज़ा घटना राजस्थान में हुई है जहां भाजपा की वसुंधरा राजे की सरकार है। राज्य में पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। ताजा वारदात अलवर जिले के रामगढ़ थाना इलाके के लालबंदी गांव की है। बताया जा रहा है कि अकबर खान दो गायें लेकर जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने
उसे पकड़ लिया और उस पर गौ तस्करी का आरोप लगाकर उसकी पिटाई शुरू कर दी जिससे उसकी मौत हो गई। अकबर का एक साथी भी उसके साथ था लेकिन वो भागने में सफल रहा।
वारदात शुक्रवार रात को तकरीबन उसी समय हुई जब प्रधानमंत्री लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में मॉब लिंचिंग की निंदा कर रहे थे।
पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और उसके कब्जे वाली गायों को गौशाला पहुंचा दिया है। अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री ने कल ही लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर राज्य सरकारें कड़ी कार्रवाई करें और ऐसी घटनाएं स्वीकार नहीं की जा सकतीं। हालांकि प्रधानमंत्री ये भूल गए कि भाजपा शासित राज्यों में भाजपा की विचारधारा के लोग ही ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट भी राज्य सरकारों को कड़ा आदेश दे चुका है। उसने मॉब लिंचिंग रोकने से संबंधित गाइडलाइन को चार सप्ताह में लागू करने का आदेश दिया था और कहा था कि इसे रोकने के लिए विधायिका को कानून बनाना चाहिए।
हालांकि देखने में आ रहा है कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और भाजपा के बड़े नेताओं के बयानों के बाद भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी कुछ असर पड़ता नहीं दिख रहा है।
राजस्थान में अलवर में ही पहलू खान नाम के एक व्यक्ति को पिछले साल कथित गौरक्षकों ने पीट-पीटकर मार डाला था। पहलू खान गायें खरीदकर हरियाणा लौट रहे थे कि तभी भीड़ ने उसे गौ तस्कर बताते हुए उस पर हमला कर दिया था और दो दिन बाद पहलू की मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले के 6 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी और 9 के खिलाफ मुकदमा चलाने की बात कही थी।
पत्रिका के अनुसार, ताज़ा घटना राजस्थान में हुई है जहां भाजपा की वसुंधरा राजे की सरकार है। राज्य में पहले भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी हैं। ताजा वारदात अलवर जिले के रामगढ़ थाना इलाके के लालबंदी गांव की है। बताया जा रहा है कि अकबर खान दो गायें लेकर जा रहा था, तभी कुछ लोगों ने
उसे पकड़ लिया और उस पर गौ तस्करी का आरोप लगाकर उसकी पिटाई शुरू कर दी जिससे उसकी मौत हो गई। अकबर का एक साथी भी उसके साथ था लेकिन वो भागने में सफल रहा।
वारदात शुक्रवार रात को तकरीबन उसी समय हुई जब प्रधानमंत्री लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस में मॉब लिंचिंग की निंदा कर रहे थे।
पुलिस ने मृतक का शव पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और उसके कब्जे वाली गायों को गौशाला पहुंचा दिया है। अभी तक मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
प्रधानमंत्री ने कल ही लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा था कि मॉब लिंचिंग की घटनाओं पर राज्य सरकारें कड़ी कार्रवाई करें और ऐसी घटनाएं स्वीकार नहीं की जा सकतीं। हालांकि प्रधानमंत्री ये भूल गए कि भाजपा शासित राज्यों में भाजपा की विचारधारा के लोग ही ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट भी राज्य सरकारों को कड़ा आदेश दे चुका है। उसने मॉब लिंचिंग रोकने से संबंधित गाइडलाइन को चार सप्ताह में लागू करने का आदेश दिया था और कहा था कि इसे रोकने के लिए विधायिका को कानून बनाना चाहिए।
हालांकि देखने में आ रहा है कि प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और भाजपा के बड़े नेताओं के बयानों के बाद भी मॉब लिंचिंग की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश का भी कुछ असर पड़ता नहीं दिख रहा है।
राजस्थान में अलवर में ही पहलू खान नाम के एक व्यक्ति को पिछले साल कथित गौरक्षकों ने पीट-पीटकर मार डाला था। पहलू खान गायें खरीदकर हरियाणा लौट रहे थे कि तभी भीड़ ने उसे गौ तस्कर बताते हुए उस पर हमला कर दिया था और दो दिन बाद पहलू की मौत हो गई थी। पुलिस ने मामले के 6 आरोपियों को क्लीन चिट दे दी थी और 9 के खिलाफ मुकदमा चलाने की बात कही थी।