गाजियाबाद। हरियाणा में जाटों के धरना प्रदर्शन में लगातार भीड़ बढ़ रही है। प्रदेश में जाट पिछले 12 दिन से लगातार धरना दे रहे हैं। इन धरनों में जाटों की 36 बिरादरियां शामिल हैं। जिसके चलते हरियाणा सरकार के होश उड़े गये हैं। हरियाणा के कई जिलों सहित देश के अलग अलग भागों में जाट अपनी मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।

अखिल भारतीय जाट समित के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने अमित शाह के बयान के बाद मेरठ और मुजफ्फरनगर का दौरा किया। इसके बाद यशपाल मलिक ने प्रेस वार्ता की और कई अधिकारियों से भी बात की। उन्होंने जाट समाज से अपील करते हुए कहा कि भाजपा के भ्रामक वादों में नहीं आना है। बीजेपी विद्वेष फैलाकर आपसी भाई-चारा खराब करने की फिराक में हैं। जिससे हम सभी को सावधान रहना होगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें आपसी भाईचारा कायम कर बीजेपी को उत्तर प्रदेश से उखाड़ फेंकना है।
मलिक ने कहा कि आने वाली 19 फरवरी को हरियाणा में चल रहे जाट न्याय धरनों पर समाज हित की इस लड़ाई में शहीद हुए सभी सपूतों का बलिदान दिवस मनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि देश के अन्य भागों में भी हरियाणा के आंदोलन के समर्थन में जाट समाज आगे आ रहा है और अपनी मांगें कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश के धार में भी कल एक जाट धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। जहां अपनी मांगों के आधार पर जाट समाज प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेंगे।
रोहतक के जसिया में धरने के 12वें दिन खासी संख्या में लोग जुटे। धरने में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भाई इन्द्र सिह हुड्डा भी शामिल हुए। उन्होंने धरना प्रदर्शन को सहयोग और समर्थन देने की भी बात कही। वही हरियाणा के गांवों में भी जाट धरनों को समर्थन दिया जा रहा है।
हरियाणा के जींद में भी आज धरने के 12वें दिन जाट काफी संख्या में जुटे। धरने की अध्यक्षता भगत सिंह नाई द्वारा की गई। जहां सभी खापों से लोग निरन्तर जुटे तथा अन्य बिरादरियों का समर्थन मिला। वहीं सोनीपत में भी 50,000 हजार जाट धरना प्रदर्शन में जुड़े। राष्ट्रीय महासचिव सुमेर सिंह गहलोत की अगुआई में सरकार को चेतावनी दी कि जब तक हमारी माँगें हरियाणा सरकार नहीं मानेगी तब तक सभी जिलों में बादस्तूर जारी रहेगा।
जाटों के धरने का असर पानीपत में भी दिखाई पड़ा। जिले के हर गांव में भीड़ जुटी। जहां जाटों के समर्थन में अन्य बिरादरियों के लोग भी शामिल हुए। कुरुक्षेत्र जिले के जैनपुर, बरोट भुतमाजरा व आस-पास के गांवों में भारी संख्या में भीड़ पहुंची। उत्तर भारत के संयोजक मांगेराम चोपड़ा ने कहा कि रोड महासभा हरियाणा के अध्यक्ष श्री नसीब सिंह ने जो बयान अखबारों में दिया है, उनका व्यक्तिगत बयान है और रोड समाज इससे कतई इत्तेफाक नहीं रखता। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने एक षडयंत्र के तहत हरियाणा में जातिवाद का जहर घोला है। हम सभी जातियां एकजुट हैं और इस तरह के षडयंत्र को कतई कामयाब नहीं होने दिया जायेगा।
कैथल के देबण में हजारों की संख्या में भीड़ जुटी। यहां पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी जाट आंदोलन में शामिल हुईं। यहां पर करीब 9 हजार लोग इकट्ठे हुए। वहीं फतेहाबाद के कई गांवों में जाट धरनों पर लगातार भीड़ में इजाफा हो रहा है। अंबाला के कई गांवों में जाट धरने के 12वें दिन भारी भीड़ जुटी।
इसके अलावा हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, दादरी, भिवानी, झज्जर, हिसार, फरीदाबाद रेवाड़ी महेंद्रनगर जिलों में जाट आंदोलन जोरो पर है। इन जिलों के गांवों में हजारों लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
Courtesy: National Dastak

अखिल भारतीय जाट समित के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने अमित शाह के बयान के बाद मेरठ और मुजफ्फरनगर का दौरा किया। इसके बाद यशपाल मलिक ने प्रेस वार्ता की और कई अधिकारियों से भी बात की। उन्होंने जाट समाज से अपील करते हुए कहा कि भाजपा के भ्रामक वादों में नहीं आना है। बीजेपी विद्वेष फैलाकर आपसी भाई-चारा खराब करने की फिराक में हैं। जिससे हम सभी को सावधान रहना होगा। उन्होंने आगे कहा कि हमें आपसी भाईचारा कायम कर बीजेपी को उत्तर प्रदेश से उखाड़ फेंकना है।
मलिक ने कहा कि आने वाली 19 फरवरी को हरियाणा में चल रहे जाट न्याय धरनों पर समाज हित की इस लड़ाई में शहीद हुए सभी सपूतों का बलिदान दिवस मनाया जाएगा। साथ ही उन्होंने कहा कि देश के अन्य भागों में भी हरियाणा के आंदोलन के समर्थन में जाट समाज आगे आ रहा है और अपनी मांगें कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि मध्य प्रदेश के धार में भी कल एक जाट धरना प्रदर्शन का आयोजन किया जाएगा। जहां अपनी मांगों के आधार पर जाट समाज प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपेंगे।
रोहतक के जसिया में धरने के 12वें दिन खासी संख्या में लोग जुटे। धरने में हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के भाई इन्द्र सिह हुड्डा भी शामिल हुए। उन्होंने धरना प्रदर्शन को सहयोग और समर्थन देने की भी बात कही। वही हरियाणा के गांवों में भी जाट धरनों को समर्थन दिया जा रहा है।
हरियाणा के जींद में भी आज धरने के 12वें दिन जाट काफी संख्या में जुटे। धरने की अध्यक्षता भगत सिंह नाई द्वारा की गई। जहां सभी खापों से लोग निरन्तर जुटे तथा अन्य बिरादरियों का समर्थन मिला। वहीं सोनीपत में भी 50,000 हजार जाट धरना प्रदर्शन में जुड़े। राष्ट्रीय महासचिव सुमेर सिंह गहलोत की अगुआई में सरकार को चेतावनी दी कि जब तक हमारी माँगें हरियाणा सरकार नहीं मानेगी तब तक सभी जिलों में बादस्तूर जारी रहेगा।
जाटों के धरने का असर पानीपत में भी दिखाई पड़ा। जिले के हर गांव में भीड़ जुटी। जहां जाटों के समर्थन में अन्य बिरादरियों के लोग भी शामिल हुए। कुरुक्षेत्र जिले के जैनपुर, बरोट भुतमाजरा व आस-पास के गांवों में भारी संख्या में भीड़ पहुंची। उत्तर भारत के संयोजक मांगेराम चोपड़ा ने कहा कि रोड महासभा हरियाणा के अध्यक्ष श्री नसीब सिंह ने जो बयान अखबारों में दिया है, उनका व्यक्तिगत बयान है और रोड समाज इससे कतई इत्तेफाक नहीं रखता। उन्होंने कहा कि आरएसएस ने एक षडयंत्र के तहत हरियाणा में जातिवाद का जहर घोला है। हम सभी जातियां एकजुट हैं और इस तरह के षडयंत्र को कतई कामयाब नहीं होने दिया जायेगा।
कैथल के देबण में हजारों की संख्या में भीड़ जुटी। यहां पुरुषों के साथ बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी जाट आंदोलन में शामिल हुईं। यहां पर करीब 9 हजार लोग इकट्ठे हुए। वहीं फतेहाबाद के कई गांवों में जाट धरनों पर लगातार भीड़ में इजाफा हो रहा है। अंबाला के कई गांवों में जाट धरने के 12वें दिन भारी भीड़ जुटी।
इसके अलावा हरियाणा के यमुनानगर, करनाल, दादरी, भिवानी, झज्जर, हिसार, फरीदाबाद रेवाड़ी महेंद्रनगर जिलों में जाट आंदोलन जोरो पर है। इन जिलों के गांवों में हजारों लोग सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं।
Courtesy: National Dastak