दलित
March 22, 2017
नई दिल्ली। गुजरात विधाननसभा की अनुसूचित जाति कल्याण कमिटी ने दलितों के लिए अलग श्मशान बनाए जाने की मांग की है। ये श्मशान उन गांवों में बनाए जाएं जहां पर दलितों को आज भी श्मशान का इस्तेमाल करने पर विरोध का सामना करना पड़ता है।
असेंबली पैनल गुजरात सरकार द्वारा दलितों के लिए चलाए जा रहे कामों पर निगरानी रखता है। असेंबली पैनल ने मांग की है कि गुजरात में स्ववित्तपोषित शिक्षण...
March 20, 2017
20 मार्च 1927 को दोपहर का समय था। सूर्य किरणों का प्रतिबिंब तालाब के पानी में पङने लगा था। सर्वप्रथम डाँ अम्बेडकर तालाब की सीढ़ियों से नीचे उतरे। नीचे झुककर अपनी एक अंगुली से पानी को स्पर्श किया। यही वह ऐतिहासिक पल था। जिसने अस्पृश्य वर्ग में क्रान्ति का मार्ग प्रशस्त किया। यह एक प्रतीकात्मक क्रिया थी जिसके द्वारा यह सिद्ध किया गया था कि हम भी मनुष्य हैं...
March 20, 2017
कांग्रेस सांसद, शशि थरूर लोकसभा में एक प्राइवेट बिल पेश करने जा रहे हैं। बिल का इरादा, उच्चस्तरीय सचर कमेटी की सिफारिशों की मुख्य सिफारिशों को दोबारा चर्चा में लाकर इसे लागू करवाना है। सच्चर कमेटी का गठन पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मार्च, 2005 में किया था। सच्चर कमेटी का गठन भेदभाव विरोधी और समानता आयोग के तौर पर किया गया था।
लेकिन क्या थरूर के इस प्राइवेट बिल को नरेंद्र मोदी की...
March 18, 2017
नई दिल्ली। केंद्र सरकार की कथनी और करनी में फर्क गुरुवार को देखने में आया। जब यूजीसी ने देश भर के कई विश्वविद्यालयों में सोशल डिस्क्रिमिनेशन रिसर्च सेंटर्स को दिए जा रहे फंड में कटौती कर दी। देश भर में यूजीसी के फंड से इस तरह कई सेंटर चलाए जाते हैं। प्रधानमंत्री ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की 125 जयंती पर कहा था कि दलितों को आगे बढ़ने के लिए उनकी सरकार नई योजनाएं लागू करेगी।
...
March 17, 2017
पिछड़ों में अति पिछड़ों की आबादी में से ज्यादातर सीमांत और छोटे किसान हैं और बीजेपी, बीएसपी और एसपी समेत सभी राजनीतिक पार्टियों की ओर से आजमाए जाने वाले विकास के मौजूदा मॉडल से वे सबसे ज्यादा नकारात्मक तौर पर प्रभावित हुए हैं। ऐसी परिस्थिति में इन जातियों की लामबंदी से मतदाताओं में अब तक सत्ता में बैठी पार्टियों के खिलाफ एक बड़ी अपील गई। इन्हें राज्य की ताकत में हिस्सेदारी और फौरी तौर पर फायदा...
March 14, 2017
जवाहर लाल नेहरु यूनिवर्सिटी (जेएनयू) के 27 साल के एक छात्र ने दक्षिण दिल्ली के मुनिरका इलाके में सोमवार(13 मार्च) शाम अवसाद के चलते कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि मुथुकृष्णनन जीवानंदम (रजनी कृष) नाम का यह युवक जेएनयू में एमफिल का छात्र था।
कृष के फेसबुक प्रोफाइल से ली गई फाइल फोटो।
पुलिस के मुताबिक वह निजी कारणों को लेकर अवसाद में था, जबकि उसके दोस्तों ने...
March 14, 2017
आदमी की कीमत उसकी फौरी पहचान और नजदीकी संभावना तक सीमित कर दी गई है। एक वोट तक। एक संख्या तक। उसके साथ एक सोचने-समझने इंसान की तरह व्यवहार नहीं किया गया। लेकिन चमकने वाली चीजें निचले गर्दो-गुबार से ही बनती हैं। हर जगह- पढ़ाई-लिखाई की दुनिया में, गलियों में, राजनीति में, मरने में, जीने में।
मेरा जन्म एक घातक दुर्घटना थी। मैं अपने बचपन के अकेलेपन से कभी उबर नहीं सका। अपने उपेक्षित बचपन...
March 10, 2017
बिना विद्या जीवन व्यर्थ पशु जैसा
निठल्ले ना बैठे रहो करो विद्या ग्रहण।
चलो, चलें पाठशाला हमें है पढ़ना, नहीं अब वक्त गँवाना
ज्ञान-विद्या प्राप्त करें, चलो हम संकल्प करें
अज्ञानता और गरीबी की गुलामीगिरी चलो, तोड़ डालें
सदियों का लाचारी भरा जीवन चलो, फेंक दें।
शिक्षा को ही अपना जीवन बनाने वाली और महिलाओं के हकों की लड़ाई लड़ने वाली क्रांतिकारी...
March 8, 2017
नई दिल्ली। 10 मार्च 2017 को सावित्रीबाई फुले को याद करते हुए नागपुर में एक कार्यक्रम होने जा रहा है। इस कार्यक्रम की अध्यक्ष मनीषा बांगर है। इस कार्यक्रम के बारे में मनीषा ने बताया कि यह दिन एक ऐतिहासिक दिन होगा।
जिस दिन हम सब मिलकर भारत की पहली प्रशिक्षित शिक्षिका कवयित्री, लेखिका, महिला अधिकारों की युगनायिका क्रन्तिज्योती सावित्रीबाई फुले, जो खुद पिछड़ी जाति में जन्मी थी। उनके...
March 8, 2017
क्रांति ज्योति सावित्रीबाई फूले
सावित्री हमारी अगर माई न होती
तो अपनी कभी भी पढ़ाई न होती
जानवर सा भटकता मैं इंसान होकर
ज्योति शिक्षा अगर तूं थमाई न होती
ये देह माँ ने दिया पर सांस तेरी रही
ये दिया ही न जलता, गर तूं बाती न होती
किसकी अंगुली पकड़, चलता मैं दिन ब दिन
गर तूं शिक्षा की सरगम सुनाई न होती
गीत हम गा रहे हैं जो खुशी के लिये
ये ज़ुबां ही न खूलता, गर तूं आयी...