आदिवासी
September 15, 2021
हाल ही में मध्य प्रदेश हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि 8 साल पूर्व बीजापुर में सुरक्षा बलों ने 4 नाबालिगों सहित 8 निहत्थे आदिवासियों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बीजापुर छत्तीसगढ़ में 8 साल पहले हुए गोलीकांड की जांच रिपोर्ट आज कई सवाल खड़े कर रही है। दूसरी ओर खरगोन व नीमच में हाल की घटी घटनाओं को देखें तो साफ है कि आदिवासियों के उत्पीड़न का यह सिलसिला आज भी बादस्तूर जारी है...
September 3, 2021
पांच घंटे चली बैठक के बाद भी चाय बागान कर्मियों की मांगों के अनुरूप टी ट्राइब्स को एसटी का दर्जा देने या दिहाड़ी मजदूरी बढ़ाने पर कोई प्रतिबद्धता नहीं नजर आई
असम के टी ट्राइब्स को एक बार फिर से ठगने का काम किया गया है, राज्य के मुख्यमंत्री ने चाय जनजातियों के प्रतिनिधियों के साथ-साथ पांच घंटे की लंबी बैठक के बावजूद, समुदाय की विशिष्ट मांगों के लिए कोई ठोस प्रतिबद्धता पर स्पष्ट नहीं...
September 1, 2021
पीरी के ग्रामीण ब्रह्मदेव सिंह की हत्या को दो महीने से अधिक समय बीत चुका है, लेकिन पुलिस ने अभी तक प्राथमिकी दर्ज नहीं की है!
31 अगस्त, 2021 को लातेहार जिले के सैकड़ों ग्रामीणों ने एक साथ आकर जिला मुख्यालय के बाहर धरना प्रदर्शन किया और 12 जून को सुरक्षा बलों द्वारा आदिवासी युवक ब्रम्हदेव सिंह की कथित हत्या की जांच की मांग की। लोग मृतक की पत्नी जीरामणि देवी और दो साल के बेटे प्रिंस...
August 20, 2021
उत्तर प्रदेश में वन अधिकार अधिनियम के तहत भूमि अधिकारों की वास्तविकता आदिवासियों द्वारा झेले जा रहे उत्पीड़न और दावों को स्वीकृत कराने में सामने आने वाली कठिनाइयों से समझी जा सकती है।
18 अगस्त 2021 को, उत्तर प्रदेश के वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने राज्य विधानसभा को अनुसूचित जनजाति और अन्य पारंपरिक वन निवासी (वन अधिकारों की मान्यता) अधिनियम, 2006 के तहत आवंटित भूमि के बारे में राज्य...
August 17, 2021
सबसे पुराने आदिवासी समुदायों में से एक कातकरी, संस्थागत उदासीनता के शिकार हैं
एक स्थान से दूसरे स्थान पर प्रवासन का इतिहास गवाह है। यह मौसम के परिवर्तन के अनुसार था, मनुष्य और जानवर दोनों एक स्थान से दूसरे स्थान पर भोजन की तलाश में चले जाते थे। यह प्रवासन जीवित रहने के लिए आश्रय की तलाश में जारी रहता था। हालांकि, आधुनिक समय में पलायन को बढ़ावा देने वाले कारकों में से एक रोजगार और...
August 10, 2021
झारखंड के आदिवासी भौतिक और वर्चुअल स्तर पर छोटे समूहों में इकट्ठे हुए, जबकि किसानों और श्रमिकों ने 9 अगस्त के बहुआयामी दिन पर अपने हक को लेकर विरोध जताया।
झारखंड जनाधिकार महासभा (JJM) जैसे आदिवासी संगठन और अन्य 9 अगस्त, 2021 को अंतर्राष्ट्रीय स्वदेशी जन दिवस मनाने और समुदाय के प्रिय कार्यकर्ता स्वर्गीय फादर स्टेन स्वामी को याद करने के लिए राज्य भर में इकट्ठा हुए।
कोर कमेटी...
August 10, 2021
विश्व आदिवासी दिवस की इस साल की थीम मोटे तौर पर यह कहती है कि हमें ध्यान रखना होगा कि कोई पीछे ना छूट जाए। आदिवासी भी मुख्य धारा के अन्य समुदायों के साथ-साथ चलें। समाज भी इसकी जिम्मेवारी लें। आदिवासी दिवस की इस थीम पर देश भर में कार्यक्रम हुए। मांदर, नगाड़ा, गीत व परंपरागत नृत्य के साथ रैलियां निकाली गईं। वक्ताओं ने कहा कि आदिवासी देश की सबसे पुरानी सभ्यता है। इन्होंने ही पहाड़, जल, जंगल, जमीन,...
August 3, 2021
नवसारी, गुजरात के चिखली पुलिस थाने में डांग क्षेत्र के दो आदिवासी युवकों की मौत से आदिवासी समुदाय में रोष बढ़ रहा है और समुदाय की ओर से सीबीआई जांच की मांग की गई है। आदिवासी समुदाय ने मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और न्यायिक प्रक्रिया के साथ सीबीआई जांच कराई जाए। कहा, 24 घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन होगा। दरअसल एट्रोसिटीज एक्ट के तहत अपराध...
August 1, 2021
वन भूमि और वन संसाधनों पर अधिकार की मांग को लेकर सितंबर 2020-21 में आदिवासियों द्वारा किए गए धरना प्रदर्शन के दौरान, बिहार पुलिस ने गोलियां चलाईं, लाठीचार्ज किया और उनमें से कुछ को गिरफ्तार भी कर लिया। अब आकर कैमूर बिहार, की एक सत्र अदालत ने सबूतों के अभाव में सभी 15 आदिवासी प्रदर्शनकारियों को जमानत दे दी है।
आरोपी कैलाश उरवां, महेंद्र सिंह, जवाहर सिंह, रामलाल सिंह, रामलयक सिंह, मोहन...
July 31, 2021
वनाधिकार कानून के क्रियान्वयन की नोडल एजेंसी आदिम जाति कल्याण मंत्रालय ने आदिवासियों को वन विभाग के रहमो-करम पर छोड़ दिया है! यह भी तब जब, वनाधिकार कानून-2006 में आदिवासियों के साथ जारी ऐतिहासिक अन्याय के लिए वन विभाग को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसके चलते ही (वनाधिकार) कानून में आदिवासी मंत्रालय को नोडल जिम्मेदारी दी गई थी। लेकिन अब वन अधिनियम-1927 में संशोधन के जरिये सरकार, आदिवासी मंत्रालय की...