मप्र. में धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे शिवराज के करीबी भाजपाई

Published on: February 14, 2017
नई दिल्ली। शिवराज सरकार के राज में अवैध खनन रुकने का नाम नही ले रहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जिस समय उत्तर प्रदेश में अपनी जन सभा में प्रदेश में हो रहे अवैध खनन का जिक्र कर रहे थे ठीक उसी समय मध्यप्रदेश के रायसेन जिले में पुलिस ने अवैध ढंग से रेत ले जा रहे 5 डंपर जब्त किये। यह डम्पर नर्मदा नदी से रेत भर कर लाये थे। रायसेन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का संसदीय क्षेत्र है। 

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प्राप्त जानकारी के मुताबिक इनमें 2 डम्पर मध्यप्रदेश मंत्रिमंडल के सदस्य और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के विश्वासपात्र सूर्यप्रकाश मीणा के करीबी रिश्तेदारों के हैं। इसके साथ ही बाकी डंपर भी BJP के नेताओं से ही जुड़े लोगों के है। इनमें से एक डंपर पर BJP का चुनाव चिन्ह कमल भी बना हुआ है। सूत्रों के मुताबिक इन डम्परों को छुड़ाने के लिये पुलिस पर भारी दबाव बनाया गया लेकिन बात मीडिया तक पहुंचने की वजह से पुलिस ने डम्पर नही छोड़े।
 
आपको बता दें कि इन डंपरों के पकड़े जाने के बाद जहां कांग्रेस ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से यह पूछा है कि आपकी नर्मदा सेवा यात्रा और नर्मदा के संरक्षण को लेकर की गयी बड़ी घोषणाओं के बाद भी अवैध खनन क्यों नही रुक रहा है। कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा ने डंपर मालिकों के बारे में भी मुख्यमंत्री से जानकारी चाही है।
 
कांग्रेस के इस तरह के सवालों पर BJP ने कहा है कि मध्यप्रदेश में कानून का राज है और मुख्यमंत्री के निर्देश पर कानून का सख्ती से पालन कराया जा रहा है। BJP के प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने सवाल उठाने के लिये कांग्रेस को ही कटघरे में खड़ा कर दिया है। उन्होंने अवैध खनन पर कार्रवाई होने पर सवाल उठाने वाली कांग्रेस को 'विचित्र विपक्ष' बताया है। कांग्रेस प्रवक्ता के के मिश्रा ने कहा है कि जब से मुख्यमंत्री ने नर्मदा यात्रा शुरू की है तब से लगातार नर्मदा में अवैध खनन बढ़ा है।
 
अभी कुछ दिन पहले ही मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में मुख्यमंत्री के भतीजे के डंपर भी जप्त किये गये थे। यह डंपर भी नर्मदा से अवैध रूप से रेत भर कर ला रहे थे। के के मिश्रा ने कहा है कि विपक्ष को विचित्र बताने वाली भाजपा यह बताये कि खनिज माफिया ने अब तक राज्य सरकार के खजाने को कितना नुकसान पहुंचाया है। कितने सरकारी अधिकारी और कर्मचारी माफिया के हाथों मारे गये है।
 
जिस तरह से प्रदेश में अवैध खनन हो रहा है। उससे यह साफ है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान नर्मदा सेवा यात्रा की आड़ में एक ओर जहां प्रदेश के खजाने से धन लुटा रहे है वहीं दूसरी ओर खनन माफिया को नई-नई जगह दिखा रहे हैं। जनता का भावनात्मक शोषण करते हुये मुख्यमंत्री ने नर्मदा सेवा यात्रा को ‘‘नर्मदा सर्वे यात्रा’’ में बदल दिया है।

Courtesy: National Dastak
 

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