योगी जी से पूछिए- "लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी" में कौन से शब्द भारत की अखंडता को तोड़ रहे हैं?

Written by sabrang india | Published on: October 17, 2019
पीलीभीत: उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले के एक प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर द्वारा सुबह के समय पारंपरिक प्रार्थना की जगह कथित तौर पर मदरसे की दुआ (प्रार्थना) कराने का मामला सामने आया है। शिकायत के बाद प्रशासन ने जिले की बीसलपुर तहसील के ग्यासपुर गांव में स्थित प्राइमरी स्कूल के हेडमास्टर को निलंबित करने के साथ मामले की जांच के आदेश दिए हैं।



जिलाधिकारी पीलीभीत वैभव श्रीवास्तव के अनुसार, जिले की बीसलपुर इकाई के विश्व हिंदू परिषद कार्यकर्ताओं (विहिप) ने प्राइमरी स्कूल को लेकर उपजिलाधिकारी सौरभ दुबे से शिकायत की थी। इसमें विहिप ने 45 वर्षीय हेडमास्टर फुरकान अली पर स्कूल में जबरन बच्चों से सरस्वती वंदना की जगह मदरसे की दुआ कराने का आरोप लगाया था। विहिप ने स्कूल में सरस्वती वंदना कराने की मांग की थी।

इस मामले पर सोशल मीडिया पर प्रशासन की काफी आलोचना हो रही है। हेडमास्टर ने कुछ लोगों पर मामले को सांप्रदायिक रंग देने का आरोप लगाते हुए अपने निलंबन को अन्यायपूर्ण बताया है। उनके अनुसार, उन्होंने अल्लामा इकबाल की उस कविता का पाठ कराया है जो सरकारी स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल है। सोशल मीडिया पर लोग लगातार योगी सरकार और स्थानीय जिला प्रशासन पर सवाल उठा रहे हैं। एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा है....

''पूरा विडियो देखकर 267 बच्चों का भविष्य बर्बाद करने वाले पीलीभीत डीएम वैभव श्रीवास्तव जी, बीएसए देवेन्द्र स्वरूप जी और मुख्यमंत्री MYogiAdityanath जी से सवाल पूछिए "लब पे आती है दुआ बनके तमन्ना मेरी" दुआ में ऐसे कौन से शब्द हैं जो भारत की अखंडता को तोड़ रहे हैं ? ऐसे कौन से शब्द हैं जो भारतीय संविधान के ख़िलाफ़ हैं ? ऐसे कौन से शब्द हैं जो हिन्दू मुस्लिम एकता के लिए नासूर हैं ? ऐसे कौन से शब्द हैं जो बच्चों के दिलों में नफ़रत का ज़हर घोल रहे हैं ? ऐसे कौन से शब्द हैं जो देशविरोधी हैं ? 

पीलीभीत डीएम, बीएसए को स्पष्ट करना चाहिए आपने दुआ में कौन से शब्दों के आधार पर सरकारी स्कूल के प्रिंसिपल फुरकान अली को सस्पेंड कर दिया? निलंबित करने से पहले एक बार उर्दू शब्दों का हिंदी अनुवाद ही करवा लेते जिनको उर्दू हिन्दी अंग्रेज़ी की जानकारी नहीं ऐसे लोग आईएएस पीसीएस बन गए जो देश के भविष्य (बच्चों) के हित में की गई दुआ को भी नहीं समझ पा रहे हैं स्कूल में प्रिंसिपल के अलावा कोई अध्यापक की नियुक्ति भी नहीं की स्कूल को बंद कर दिया गया है। योगी बाबा 69 हज़ार शिक्षक भर्ती रोककर महाराष्ट्र में चुनावी रैलियों में प्रचार करने में मग्न हैं। उनके प्रदेश में शिक्षकों के लाखों पद खाली हैं युवा बेरोज़गारी की वजह से धरना प्रदर्शन, आत्मदाह कर रहा है दूसरी तरफ़ संकीर्ण मानसिकता के लोग प्रशासनिक पदों पर बैठकर हिन्दू मुस्लिम करके देश का भविष्य बनाने वाले शिक्षकों को निलंबित कर रहे हैं।

मैं भारतीय नागरिक होने के नाते डीएम और बी एस ए की कड़े शब्दों में मज़म्मत करता हूं सरकार से मांग करता हूं 267 बच्चों के भविष्य को बर्बाद करने वाले संकीर्ण मानसिकता के डीएम और बीएसए को तत्काल निलंबित करें और फुरकान अली को तत्काल बहाल कर स्कूल को जल्द से जल्द खोलें सभी पाठक सभ्यता के दायरे में अपनी राय पेश करें सभ्यता के दायरे में रहकर सवाल करें असभ्यता में की गई टिप्पणी का ज़िम्मेदार वह स्वंय होगा।''

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