भीमा कोरेगांव और 'अर्बन नक्सल' के नाम पर हाल के दिनों में हुई सामाजिक कार्यकर्ताओं, वकीलों, लेखकों और कवियों की गिरफ्तारी के खिलाफ अब छ्त्तीसगढ़ से भी आवाजें उठने लगी हैं। जगह-जगह सड़कों पर आकर लोगों ने इनकी रिहाई को लेकर प्रदर्शन किया। जिनमें से कुछ के जीवन में तो सुधा भारद्वाज का योगदान साफ- साफ दिखाई पड़ता है।
इस वीडियो में, एसीसी लिमिटेड के कर्मचारी संगठन गिरफ्तारियों के विरोध में नारे लगाते हुए नज़र आ रहे है।
रायपुर जिला के उर्ला में विरोध प्रकट करते हुए एक कर्मचारी बतातें है की सुधा ने कैसे उनका केस लेबर कोर्ट में लड़ा, और सिर्फ उनका ही नहीं कई ऐसे केस है जो उन्होंने उद्योगपतिओं के खिलाफ लड़े - और शायद इसी कारण से सरकार उनके पीछे लगी है।
इस वीडियो से यह भी साफ़ है की सुप्रीम कोर्ट में ही नहीं पर पूरे देश में सरकार के इस रवैये की कड़ी निंदा हो रही है।
इस वीडियो में, एसीसी लिमिटेड के कर्मचारी संगठन गिरफ्तारियों के विरोध में नारे लगाते हुए नज़र आ रहे है।
रायपुर जिला के उर्ला में विरोध प्रकट करते हुए एक कर्मचारी बतातें है की सुधा ने कैसे उनका केस लेबर कोर्ट में लड़ा, और सिर्फ उनका ही नहीं कई ऐसे केस है जो उन्होंने उद्योगपतिओं के खिलाफ लड़े - और शायद इसी कारण से सरकार उनके पीछे लगी है।
इस वीडियो से यह भी साफ़ है की सुप्रीम कोर्ट में ही नहीं पर पूरे देश में सरकार के इस रवैये की कड़ी निंदा हो रही है।