फडणवीस सरकार ने रात में शुरू कराई 'आरे जंगल' की कटाई, पेड़ बचाने पहुंचे लोग

Written by sabrang india | Published on: October 4, 2019
मुंबई के फेफड़े कहे जाने वाले आरे जंगल को बचाने के लिए पिछले 5 साल से मुंबईकर "सेव आरे" आंदोलन चला रहे हैं। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने मेट्रो कार शेड के लिए करीब 2700 पेड़ों को काटने की मंजूरी दी थी। पर्यावरणविद व सामाजिक कार्यकर्ता, युवा, छात्र सभी इन पेड़ों को काटे जाने का विरोध कर रहे हैं। लेकिन, शुक्रवार को बॉम्बे हाईकोर्ट ने जंगल बचाने के लिए दायर की गई तीन याचिकाओं को खारिज कर दिया। इसके बाद प्रशासन ने रात में चुपके से पेड़ काटने का प्लान बना डाला और आरे में आरी चलाना शुरू कर दिया। 



मुंबई से आधी रात को की जा रही पेड़ कटाई के वीडियो सामने आए हैं। यहां लोग विरोध करने पहुंच गए। लोगों की वहां उपस्थित सुरक्षाकर्मियों से झड़प भी हुई। पर्यावरणविदों ने इसे सीएम देवेंद्र फडणवीस की कायरतापूर्ण कार्रवाई करार दिया है। लोग यहां पेड़ों को बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं लेकिन फडणवीस सरकार की नजर में ये जंगल खटक रहे हैं और हर कीमत पर इन्हें कटवाने पर जोर आजमाइश कर रही है। 



आ्रधी रात को हड़बड़ी में कराई जा रही पेड़ कटाई चुनाव के दौरान लागू आदर्श आचार संहिता का स्पष्ट उल्लंघन है, जो नए आदेशों को मना करता है। यह आदेश बीएमसी द्वारा आज ही अपलोड किया गया था इसलिए इसे आज एक आदेश माना जाएगा। नियम के मुताबिक, आदेश अपलोड होने के 15 दिन बाद कटाई शुरू की जानी चाहिए थी लेकिन उन्होंने कुछ ही घंटे के अंदर कार्रवाई शुरू कर दी।  



आधी रात के पेड़ कटवाए जाने पर लोगों ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। मुंबईवासी मौका स्थल पर पहुंच रहे हैं, काफी लोग वहां मौजूद हैं। वरिष्ठ पत्रकार व सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने ट्वीट किया है, ''हिंदू धर्म सिखाता है की सूर्य के ढलने के बाद एक भी पत्ता पेड़ से नहीं काटा जा सकता! यहां कलयुग में सारे झाड़ के झाड काटे जा रहे हैं: शर्मनाक!''



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