नई दिल्ली।बीते शुक्रवार को जयपुर में पद्मावती के सेट पर संजय लीला भंसाली के साथ हुई बदसुलूक़ी के खिलाफ बॉलीवुड में पूरा बॉलीवुड संजय लीला के समर्थन में उतर आया है। सभी सीलीब्रेटी अपने-अपने तरीक़े से रोष ज़ाहिर कर रहे हैं, लेकिन सुशांत सिंह राजपूत ने जिस अंदाज में अपना विरोध जताया है, वो वाकई हैरान करने वाला है।
जयपुर में पद्मावती पर बन रही फिल्म के विरोध में करणी सेना ने सेट पर हंगामा खड़ा किया था और भंसाली के साथ हाथापाई की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संजय लीला भंसाली को थप्पड़ तक जड़ दिया था। दूसरी तरफ सुशांत सिंह राजपूत ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसके खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया है और इसके लिए उन्होंने अपने सरनेम ड्रॉप कर दिया है। बता दे कि इस घटना के बाद से सुशांत सिंह राजपूत ने फिलहाल के लिए अपने नाम से सिंह और राजपूत हटा दिया है, क्योंकि पद्मावती का विरोध करने वाले ख़ुद इसी सरनेम को अपनी आन-बान और शान मानते हैं।
सुशांत ने अपने ट्वीटर एकाउंट का नाम सिर्फ़ सुशांत कर दिया है और इसके सपोर्ट में लिखा है- हम जब तक अपने सरनेम के लिए ऑब्सेस्ड रहेंगे, हम भुगतते रहेंगे। अगर आप वाकई इतने साहसी हैं, तो पहले नाम को अपनी पहचान बनाएं। सुशांत ने आगे कहा है कि हिंसा करना बहादुरी नहीं है। आप डरते हैं इसलिए सिर्फ़ अंदाजो पर ही रिएक्ट करने लगते हैं। अपनी बात साबित करने के और भी तरीक़े हैं, लेकिन उसके लिए इंटेलीजेंस की ज़रूरत होती है।
Courtesy: National Dastak
जयपुर में पद्मावती पर बन रही फिल्म के विरोध में करणी सेना ने सेट पर हंगामा खड़ा किया था और भंसाली के साथ हाथापाई की थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार संजय लीला भंसाली को थप्पड़ तक जड़ दिया था। दूसरी तरफ सुशांत सिंह राजपूत ने भी इस घटना की निंदा करते हुए इसके खिलाफ अपना विरोध जाहिर किया है और इसके लिए उन्होंने अपने सरनेम ड्रॉप कर दिया है। बता दे कि इस घटना के बाद से सुशांत सिंह राजपूत ने फिलहाल के लिए अपने नाम से सिंह और राजपूत हटा दिया है, क्योंकि पद्मावती का विरोध करने वाले ख़ुद इसी सरनेम को अपनी आन-बान और शान मानते हैं।
सुशांत ने अपने ट्वीटर एकाउंट का नाम सिर्फ़ सुशांत कर दिया है और इसके सपोर्ट में लिखा है- हम जब तक अपने सरनेम के लिए ऑब्सेस्ड रहेंगे, हम भुगतते रहेंगे। अगर आप वाकई इतने साहसी हैं, तो पहले नाम को अपनी पहचान बनाएं। सुशांत ने आगे कहा है कि हिंसा करना बहादुरी नहीं है। आप डरते हैं इसलिए सिर्फ़ अंदाजो पर ही रिएक्ट करने लगते हैं। अपनी बात साबित करने के और भी तरीक़े हैं, लेकिन उसके लिए इंटेलीजेंस की ज़रूरत होती है।
Courtesy: National Dastak