अढोली, बुलंदशहर: गौकशी का बहाना लेकर बुलंदशहर के अढोली गाँव में शिवसेना के जिलाध्यक्ष और हिन्दू संगठनो से जुड़े सैकड़ो लोगो ने पिछले शुक्रवार, 25 अगस्त की सुबह दो मस्जिदों में तोड़-फोड़ करी और मस्जिद पर झंडा फहरा दिया. असामाजिक तत्व यहीं नहीं रुके और गाँव के मुसलमानों के घर में घुस कर भी आतंक मचाया और औरतों से बदतमीजी करी.
मौके पर पुलिस पहुची लेकिन उसकी मौजूदगी में तोड़-फोड़ चलती रही. बाद में पुलिस कुछ लोगो को गिरफ्तार करके ले गयी. फिलहाल दोनों तरफ से तीन मुकदमें दर्ज कर लिये गए हैं और गाँव में पुलिस तैनात हैं.
बुलंदशहर के पुलिस कप्तान मुनिराज के मुताबिक गाँव में बाहर पोखर में (तालाब) में गाय के अवशेष मिलने की खबर पुलिस को दी गयी थी. जिस सुचना पर पुलिस वहां पहुंच गयी. कुछ संगठनो से जुड़े लोग भी वहां पहुंच गए जिन्होंने गाँव के धर्मस्थल में अराजकता की और कानून हाथ में लेने की कोशिश की. बाद में दोनों पक्षो में पथराव भी हुआ. हमने मुक़दमा दर्ज किया है और सख्त कार्यवाही करेंगे.
जिलाधिकारी रोशन जैकब भी आज गाँव पहुची और लोगो से शांति की अपील की हैं. अढोली गाँव में हुई हिंसा में तीन मुक़दमे दर्ज हुए हैं. पहली एफ़आईआर सुरेश ने दर्ज करायी है जिसमे आफाक और तहसीन समेट २५ लोगो के खिलाफ घर में घुस कर लूटपाट और तोड़फोड़ करने का इलज़ाम हैं. दूसरी रिपोर्ट सुभाष ने लिखवाई है जिसमे हाजी नवाब और दर्जनों अन्य के खिलाफ गोकशी का आरोप हैं. तीसरी एफ़आईआर जाकिर खान ने लिखाई है जिसमे बुलंदशहर के शिव सेना के जिला अध्यक्ष सर्वेश रना, मिंटू सुरेश सहित ३५ लोगो के खिलाफ नामज़द मुकदमा लिखवाया गया हैं. इनपर मस्जिद में घुसकर तोड़फोड़ करने और घर में घुस कर लूटपाट करने, मारपीट का आरोप हैं.
जिला मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर अढ़ोली कोतवाली देहात थाने का गाँव है. रिपोर्ट के अनुसार शक्रवार को यहाँ वो हुआ जो आजकल गाय के नाम पर पूरे देश में हो रहा है. यह शर्मनाक घटना तब हुई जब गाँव के ज्यादातर लोग बाहर गए हुए थे. तालाब में गाय के अवशेष मिलने की खबर शुरू हुई और उसके बाद हिंसा. गाँव निवासी मोहम्मद यूनुस के मुताबिक हिन्दू संगठनो से जुड़े सैकड़ो लोग अचानक हथियारो के साथ आये और सीधे मस्जिद में घुस गए. कुछ लोग जूते पहने हुए मस्जिद की मीनार पर चढ़ गए और वन्देमातरम, जय श्री राम के नारे लगाने लगे. इन्होंने मस्जिद में तोड़फोड़ भी की और मस्जिद की मीनार पर झंडा फहराने लगे. इसके बाद वो दूसरी मस्जिद में चले गए वहाँ भी उन्होंने यही किया. जब वो यह कर रहे थे तो कुछ महिलाओं ने इसका विरोध किया. फिर भारी संख्या में पुलिस आ गयी. ख़ास बात यह भी थी यह नारे इन्होंने अपने साथ लाये गये लाऊडस्पीकर से लगाये. इस भीड़ ने दो मस्जिदों में तोड़फोड़ की और कुछ घरों में लूटपाट की. यहाँ के अलीम अहमद के घर में वो शादी के लिए रखा सामान लूट कर ले गए. अलीम की बेटी की शादी बक़रीद के बाद में है मगर सब कुछ लूट लिया गया.
बुलंदशहर के 4 हजार की मिश्रित आबादी वाले अढोली गांव को पूरा जिला इसलिए जानता है कि यहाँ पर आज से ठीक एक साल पहले 10 लाख से ज्यादा मुस्लिम अकीदतमदो की भीड़ इकठ्ठा हुई थी. यह तबलीग़ ए जमात के लोग थे और यहाँ इज़्तिमा हुआ था. इतनी बड़ी संख्या में लोगो के इकट्ठा होने का बुलंदशहर में यह पहला मामला था. अढोली गाँव ने इसका सारा प्रबंध देखा था, शायद पिछले एक साल अढोली कुछ आँखों में चुभ रहा था.
बहरहाल, गाय के नाम पर हुई ये हिंसा देश में हो रही घटनाओ के क्रम में हैं. ऐसा मानना वरिष्ठ पत्रकार मेहरूदीन खान का है. वो बताते है बिसहड़ा में मरने वाला अख़लाक़ के बाद उन्होंने गाय पालनी बंद कर दी है जबकि वो 60 साल से पाल रहे थे. उनके अनुसार अब गाय जानलेवा हो गयी है. बुलंदशहर के सभासद माजिद गाजी के अनुसार अढ़ोली में कभी गोकशी की शिकायत नही मिली वहां गाय का सहारा लेकर हिन्दू संगठनो के लोगो ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. एक ख़ास बात यह भी है कि गाँव में अराजकता का नाच करने वाले हिन्दू संगठन के लोग पुलिस के सामने ही मस्जिद में घुस गए. बाद में एसपी सिटी परवीन रंजन और भारी फ़ोर्स आया तो पुलिस इन्हें अपने साथ ले गयी. बाद में दोनों तरफ से मुक़दमा दर्ज हुआ. इस घटना के बाद एसएसपी मुनिराज भी गाँव में पहुँच गये और उन्होंने समझाकर लोगो को शांत किया. इसके बाद जुमे की नमाज संगीनों की हिफाजत में पढ़ी गयी. गाँव में फिलहाल तनाव मिश्रित शांति है।
Courtesy: Two Circles
मौके पर पुलिस पहुची लेकिन उसकी मौजूदगी में तोड़-फोड़ चलती रही. बाद में पुलिस कुछ लोगो को गिरफ्तार करके ले गयी. फिलहाल दोनों तरफ से तीन मुकदमें दर्ज कर लिये गए हैं और गाँव में पुलिस तैनात हैं.
बुलंदशहर के पुलिस कप्तान मुनिराज के मुताबिक गाँव में बाहर पोखर में (तालाब) में गाय के अवशेष मिलने की खबर पुलिस को दी गयी थी. जिस सुचना पर पुलिस वहां पहुंच गयी. कुछ संगठनो से जुड़े लोग भी वहां पहुंच गए जिन्होंने गाँव के धर्मस्थल में अराजकता की और कानून हाथ में लेने की कोशिश की. बाद में दोनों पक्षो में पथराव भी हुआ. हमने मुक़दमा दर्ज किया है और सख्त कार्यवाही करेंगे.
जिलाधिकारी रोशन जैकब भी आज गाँव पहुची और लोगो से शांति की अपील की हैं. अढोली गाँव में हुई हिंसा में तीन मुक़दमे दर्ज हुए हैं. पहली एफ़आईआर सुरेश ने दर्ज करायी है जिसमे आफाक और तहसीन समेट २५ लोगो के खिलाफ घर में घुस कर लूटपाट और तोड़फोड़ करने का इलज़ाम हैं. दूसरी रिपोर्ट सुभाष ने लिखवाई है जिसमे हाजी नवाब और दर्जनों अन्य के खिलाफ गोकशी का आरोप हैं. तीसरी एफ़आईआर जाकिर खान ने लिखाई है जिसमे बुलंदशहर के शिव सेना के जिला अध्यक्ष सर्वेश रना, मिंटू सुरेश सहित ३५ लोगो के खिलाफ नामज़द मुकदमा लिखवाया गया हैं. इनपर मस्जिद में घुसकर तोड़फोड़ करने और घर में घुस कर लूटपाट करने, मारपीट का आरोप हैं.
जिला मुख्यालय से लगभग 10 किमी दूर अढ़ोली कोतवाली देहात थाने का गाँव है. रिपोर्ट के अनुसार शक्रवार को यहाँ वो हुआ जो आजकल गाय के नाम पर पूरे देश में हो रहा है. यह शर्मनाक घटना तब हुई जब गाँव के ज्यादातर लोग बाहर गए हुए थे. तालाब में गाय के अवशेष मिलने की खबर शुरू हुई और उसके बाद हिंसा. गाँव निवासी मोहम्मद यूनुस के मुताबिक हिन्दू संगठनो से जुड़े सैकड़ो लोग अचानक हथियारो के साथ आये और सीधे मस्जिद में घुस गए. कुछ लोग जूते पहने हुए मस्जिद की मीनार पर चढ़ गए और वन्देमातरम, जय श्री राम के नारे लगाने लगे. इन्होंने मस्जिद में तोड़फोड़ भी की और मस्जिद की मीनार पर झंडा फहराने लगे. इसके बाद वो दूसरी मस्जिद में चले गए वहाँ भी उन्होंने यही किया. जब वो यह कर रहे थे तो कुछ महिलाओं ने इसका विरोध किया. फिर भारी संख्या में पुलिस आ गयी. ख़ास बात यह भी थी यह नारे इन्होंने अपने साथ लाये गये लाऊडस्पीकर से लगाये. इस भीड़ ने दो मस्जिदों में तोड़फोड़ की और कुछ घरों में लूटपाट की. यहाँ के अलीम अहमद के घर में वो शादी के लिए रखा सामान लूट कर ले गए. अलीम की बेटी की शादी बक़रीद के बाद में है मगर सब कुछ लूट लिया गया.
बुलंदशहर के 4 हजार की मिश्रित आबादी वाले अढोली गांव को पूरा जिला इसलिए जानता है कि यहाँ पर आज से ठीक एक साल पहले 10 लाख से ज्यादा मुस्लिम अकीदतमदो की भीड़ इकठ्ठा हुई थी. यह तबलीग़ ए जमात के लोग थे और यहाँ इज़्तिमा हुआ था. इतनी बड़ी संख्या में लोगो के इकट्ठा होने का बुलंदशहर में यह पहला मामला था. अढोली गाँव ने इसका सारा प्रबंध देखा था, शायद पिछले एक साल अढोली कुछ आँखों में चुभ रहा था.
बहरहाल, गाय के नाम पर हुई ये हिंसा देश में हो रही घटनाओ के क्रम में हैं. ऐसा मानना वरिष्ठ पत्रकार मेहरूदीन खान का है. वो बताते है बिसहड़ा में मरने वाला अख़लाक़ के बाद उन्होंने गाय पालनी बंद कर दी है जबकि वो 60 साल से पाल रहे थे. उनके अनुसार अब गाय जानलेवा हो गयी है. बुलंदशहर के सभासद माजिद गाजी के अनुसार अढ़ोली में कभी गोकशी की शिकायत नही मिली वहां गाय का सहारा लेकर हिन्दू संगठनो के लोगो ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. एक ख़ास बात यह भी है कि गाँव में अराजकता का नाच करने वाले हिन्दू संगठन के लोग पुलिस के सामने ही मस्जिद में घुस गए. बाद में एसपी सिटी परवीन रंजन और भारी फ़ोर्स आया तो पुलिस इन्हें अपने साथ ले गयी. बाद में दोनों तरफ से मुक़दमा दर्ज हुआ. इस घटना के बाद एसएसपी मुनिराज भी गाँव में पहुँच गये और उन्होंने समझाकर लोगो को शांत किया. इसके बाद जुमे की नमाज संगीनों की हिफाजत में पढ़ी गयी. गाँव में फिलहाल तनाव मिश्रित शांति है।
Courtesy: Two Circles