संजीवनी एक्सप्रेस कर्मचारियों की हड़ताल: मरीज होते रहे परेशान

Written by Mahendra Narayan Singh Yadav | Published on: July 17, 2018
छत्तीसगढ़ में संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारियों की अनिश्चितकालीन हड़ताल का असर स्वास्थ्य सेवाओं पर पड़ने लगा है। अंबिकापुर में एक गर्भवती महिला को समय पर महतारी एक्सप्रेस न मिलने के कारण उसका प्रसव अस्पताल के बाहर कार में ही हो गया।

Ambulance Service

महिला के अस्पताल के बाहर ही प्रसव होने की खबर पाकर अस्पताल में काम कर रही नर्सिंग छात्राओं ने जच्चा-बच्चा को अस्पताल में भर्ती कराया और उनका उपचार शुरू किया।

राज्य भर के संजीवनी कर्मचारियों की सोमवार से शुरू अनिश्चितकालीन हड़ताल के कारण राज्यभर में कई जगह मरीजों और घायलों को परेशान होना पड़ा।

पत्रिका की खबर के अनुसार छत्तीसगढ़ संजीवनी 108-102 कर्मचारी कल्याण संघ न्यूनतम मजदूरी दर की माँग को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है। इनकी लागू करने सहित छह सूत्रीय मांगों को लेकर संजीवनी कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं।

अपनी छह माँगों को लेकर ये कर्मचारी दो दिन से काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन सरकार ने उनकी माँग पर कोई ध्यान नहीं दिया । इसके बाद प्रदेश भर में कर्मचारी हड़ताल पर चले गए।

जशपुर जिले के बगीचा थाना इलाके के ग्राम सरडीह की 20 वर्षीय महिला अहलिया को सोमवार को सुबह प्रसव पीड़ा होने पर उसके पति ने जब महतारी एक्सप्रेस को फोन लगाया तो वहाँ से बताया गया कि संजीवनी 108 और महतारी एक्सप्रेस के कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं।

इसके बाद महिला का पति उसे लेकर निजी कार से सरडीह उपस्वास्थ्य केंद्र पहुंचा जहां की नर्सों ने महिला की स्थिति को देखते हुए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज ले जाने की सलाह दी। महिला के परिजन उसे कार से ही लेकर दोपहर में अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज पहुंचे।

लंबी यात्रा करने के बाद महिला की हालत काफी बिगड़ गई थी। अस्पताल में भर्ती कराने की औपचारिकता पूरी करने में भी समय लगा तब तक महिला ने कार में ही बच्चे को जन्म दे दिया। इसके बाद नर्सिंग छात्राओं ने बच्चे और माँ को वॉर्ड में भर्ती किया।

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