रतलाम। उधार चुकाने के लिए बीमा की 20 लाख रुपए की राशि के लालच में खुद की हत्या का षड्यंत्र रचकर अपने नौकर मदन मालवीय की हत्या करने के आरोपी संघ कार्यकर्ता हिम्मत पाटीदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हिम्मत पाटीदार को बुधवार देर रात 1 बजे राजस्थान के प्रतापगढ़ के पास एक गांव से गिरफ्तार किया गया। एसपी गौरव तिवारी ने इसकी पुष्टि की।
23 जनवरी की रात रतलाम जिले के बिलपांक थाने के कमेड़ में हिम्मत के खेत पर एक लाश मिली थी। परिजनों ने शव हिम्मत का बताया था। बाद में जांच में पता चला कि शव हिम्मत का नहीं बल्कि उसके खेत पर काम करने वाले मदन मालवीय का था। पुलिस पूछताछ में हिम्मत की हिम्मत टूट गई और उसने सारी प्लानिंग बताई।
पुलिस ने बताया कि हिम्मत मदन मालवीय नहीं बल्कि दूसरे मजदूर रामगोपाल मालवीय उर्फ कालू को मारना चाहता था। उसने रामगोपाल मालवीय को मारने की पूरी योजना बना ली थी। हिम्मत ने दो दिन पहले रामगोपाल को बाजार लेकर गया था जहां उसने उसकी अपने जैसी कटिंग कराई।
उस रात हिम्मत रामगोपाल को अपने फॉर्महाउस पर ले जाना चाहता था लेकिन उसने मना कर दिया। उसने दो बार उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुआ। इस बीच उसे मदन मिल गया। मदन उसके साथ चलने को तैयार हो गया। जिस वक्त मदन बीड़ी पीने लगा तो हिम्मत ने उसपर तलवार से वार कर दिया। इसके बाद अपने कपड़े उसे पहना दिए और चेहरे को जला दिया। लेकिन एक डीएनए टेस्ट ने हिम्मत की सारी योजना पर पानी फेर दिया।
हिम्मत ने पुलिस को बताया कि उसपर करीब 26 लाख रुपये का कर्ज है। इसे पटाने के लिए उसने खुद की हत्या का षडयंत्र रचा था। उसने 20 लाख रुपये की पॉलिसी ली थी ताकि घरवाले उस रकम से उसका कर्ज उतार दें। पुलिस को हिम्मत के पास से करीब 48 हजार रुपये, एक हनुमान चालीसा औऱ एक फोन नंबर की पर्ची बरामद हुई है जिसपर उसके घर वालों के नंबर थे।
23 जनवरी की रात रतलाम जिले के बिलपांक थाने के कमेड़ में हिम्मत के खेत पर एक लाश मिली थी। परिजनों ने शव हिम्मत का बताया था। बाद में जांच में पता चला कि शव हिम्मत का नहीं बल्कि उसके खेत पर काम करने वाले मदन मालवीय का था। पुलिस पूछताछ में हिम्मत की हिम्मत टूट गई और उसने सारी प्लानिंग बताई।
पुलिस ने बताया कि हिम्मत मदन मालवीय नहीं बल्कि दूसरे मजदूर रामगोपाल मालवीय उर्फ कालू को मारना चाहता था। उसने रामगोपाल मालवीय को मारने की पूरी योजना बना ली थी। हिम्मत ने दो दिन पहले रामगोपाल को बाजार लेकर गया था जहां उसने उसकी अपने जैसी कटिंग कराई।
उस रात हिम्मत रामगोपाल को अपने फॉर्महाउस पर ले जाना चाहता था लेकिन उसने मना कर दिया। उसने दो बार उसे अपने साथ ले जाने की कोशिश की लेकिन कामयाब नहीं हुआ। इस बीच उसे मदन मिल गया। मदन उसके साथ चलने को तैयार हो गया। जिस वक्त मदन बीड़ी पीने लगा तो हिम्मत ने उसपर तलवार से वार कर दिया। इसके बाद अपने कपड़े उसे पहना दिए और चेहरे को जला दिया। लेकिन एक डीएनए टेस्ट ने हिम्मत की सारी योजना पर पानी फेर दिया।
हिम्मत ने पुलिस को बताया कि उसपर करीब 26 लाख रुपये का कर्ज है। इसे पटाने के लिए उसने खुद की हत्या का षडयंत्र रचा था। उसने 20 लाख रुपये की पॉलिसी ली थी ताकि घरवाले उस रकम से उसका कर्ज उतार दें। पुलिस को हिम्मत के पास से करीब 48 हजार रुपये, एक हनुमान चालीसा औऱ एक फोन नंबर की पर्ची बरामद हुई है जिसपर उसके घर वालों के नंबर थे।