नई दिल्ली। केरल के थ्रिसूर जिले के 'श्री केरला वर्मा कॉलेज' में 17 फरवरी को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) और एसएफआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हुई। दोनों गुटों में ये झड़प करीब 1 घंटे तक चली। इस झड़प में दोनों गुटों के 17 छात्रों के घायल होने की खबर है।
'श्री केरला वर्मा कॉलेज' में विवाद को एबीवीपी, बीजेपी और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हवा दी। इन कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के बाहर एसआईएफ के खिलाफ पूर्व छात्रों की एक मीटिंग का आयोजन किया। मींटिंग के दौरान केरल बीजेपी प्रदेश महासचिव बी गोपालकृष्णन एबीवीपी और आरएसएस कार्यकर्ताओं ने एसएफआई से कॉलेज कैंपस हिंसा न करने की बात कही। वहीं बी गोपालकृष्णन एक वीडियो में खुद कैंपस जाकर एसएफआई कार्यकर्ताओं की पिटाई की बात कह रहे हैं। जबकि यह बैठक कॉलेज में हिंसा के खिलाफ की गई थी।
एबीवीपी और संघ के कार्यकर्ता गेट के सामने भारी संख्या में एकत्र हो गए और एसएफआई कार्यकर्ताओं को पिटाई की धमकी देते हुए कैंपस में घुसने लगे। वहीं एसएफआई कार्यकर्ताओँ ने इन लोगों को गेट पर रोकने की कोशिश की। विरोध को देखते हुए एबीवीपी और आरएसएस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र हो गए और कैंपस पहुंचे। दोनों गुटों में करीब एक घंटे तक पत्थरबाजी हुई जिसमें 17 छात्र घायल हो गए।
Courtesy: National Dastak
'श्री केरला वर्मा कॉलेज' में विवाद को एबीवीपी, बीजेपी और युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने हवा दी। इन कार्यकर्ताओं ने कॉलेज के बाहर एसआईएफ के खिलाफ पूर्व छात्रों की एक मीटिंग का आयोजन किया। मींटिंग के दौरान केरल बीजेपी प्रदेश महासचिव बी गोपालकृष्णन एबीवीपी और आरएसएस कार्यकर्ताओं ने एसएफआई से कॉलेज कैंपस हिंसा न करने की बात कही। वहीं बी गोपालकृष्णन एक वीडियो में खुद कैंपस जाकर एसएफआई कार्यकर्ताओं की पिटाई की बात कह रहे हैं। जबकि यह बैठक कॉलेज में हिंसा के खिलाफ की गई थी।
एबीवीपी और संघ के कार्यकर्ता गेट के सामने भारी संख्या में एकत्र हो गए और एसएफआई कार्यकर्ताओं को पिटाई की धमकी देते हुए कैंपस में घुसने लगे। वहीं एसएफआई कार्यकर्ताओँ ने इन लोगों को गेट पर रोकने की कोशिश की। विरोध को देखते हुए एबीवीपी और आरएसएस के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में एकत्र हो गए और कैंपस पहुंचे। दोनों गुटों में करीब एक घंटे तक पत्थरबाजी हुई जिसमें 17 छात्र घायल हो गए।
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